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SBI की रिपोर्ट में खुलासा: ईंधन पर खर्च बढ़ने से खाने और स्वास्थ्य की जरूरताें में कटौती करके पेट्रोल-डीजल भरवाने को मजबूर हो रहे लोग

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  • Due To Increasing Expenditure On Fuel, People Are Being Forced To Fill Petrol And Diesel By Cutting Down On Food And Health Needs.

नई दिल्ली4 घंटे पहले

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पिछले कुछ महीनों से पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ने से आम लोगों पर महंगाई की मार पड़ रही है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की आर्थिक शाखा की एक रिपोर्ट के मुताबिक पेट्रोल-डीजल पर खर्च ज्यादा होने के कारण लोगों को स्वास्थ्य जैसी जरूरतों में कटौती करनी पड़ रही है। रिपोर्ट के अनुसार पेट्रोल-डीजल पर होने वाला खर्च 13% बढ़ा है।

SBI कार्ड से होने वाले खर्च के विश्लेषण से पता चला है कि पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों से निपटने के लिए लोगों को किराना, स्वास्थ्य सेवाओं सहित काम की अन्य सेवाओं पर खर्च कम कर दिया इससे इन उत्पादों की मांग में भी गिरावट आई है।

जमा पैसा ज्यादा खर्च हुआ
SBI के मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. सौम्या कांति घोष की रिपोर्ट के मुताबिक गैर-जरूरी खर्च के लिए रखे पैसों में से पेट्रोल-डीजल पर होने वाला खर्च जून 2021 में बढ़कर 75% हो गया। जबकि इसी साल मार्च में यह 62% था। यह भार लोगों पर ऐसे समय में पड़ा है, जब ज्यादातर परिवार महामारी और बढ़ती महंगाई के बोझ तले दबे हैं। दवाओं और स्वास्थ्य से जुड़े अन्य खर्च पहले ही लोगों का मासिक बजट बिगाड़ रहे हैं। लोगों को या तो बचत में कटौती करनी पड़ रही है या उनकी जमापूंजी कम हो रही है।

बीते एक साल में पेट्रोल 26% और डीजल 11% महंगा हुआ
आज देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 100 रुपए लीटर के पार निकलकर 101.19 रुपए पर पहुंच गया है। ये 1 साल पहले यानी 14 जुलाई 2020 को ये 80.43 रुपए पर था। यानी बीते 1 साल में पेट्रोल के दाम में करीब 26% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं अगर डीजल की बात करें तो ये बीते 1 साल में करीब 11% महंगा हुआ है। 14 जुलाई 2020 को ये 81.05 रुपए पर था जो अब 89.72 रुपए लीटर पर आ गया है।

इस साल 1 जनवरी को पेट्रोल 83.97 और डीजल 74.12 पर था, जो अब 101.19 और 89.72 रुपए प्रति लीटर पर है। यानी 6 महीनों में पेट्रोल 17.22 और डीजल 15.60 रुपए महंगा हुआ है।

आम आदमी की कमाई घटी
आम आदमी की कमाई 65 साल में पहली बार घटी है। इसी साल फरवरी में आम बजट से एक दिन पहले आर्थिक सर्वे पेश हुआ था, जिसमें ये बात कही गई थी। आर्थिक सर्वे के मुताबिक, 2019-20 में देश में हर व्यक्ति की सालाना कमाई 1.34 लाख रुपए थी, जो 2020-21 में घटकर 1.26 लाख रुपए हो गई। जाहिर है, कोरोना संक्रमण की वजह से आम आदमी की कमाई पर गहरा असर पड़ा।

एक्साइज ड्यूटी से सरकार की कमाई 6 सालों में 3 गुना हुई
2014 में मोदी सरकार आने के बाद वित्त वर्ष 2014-15 में पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर एक्साइज ड्यूटी से 1.72 लाख रुपए की कमाई हुई थी। 2020-21 में यह आंकड़ा 4.54 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया। यानी सिर्फ 6 सालों में ही एक्साइज ड्यूटी से केंद्र सरकार की कमाई 3 गुना हुई। वहीं राज्यों को पेट्रोल-डीजल पर वैट लगाने से होने वाली कमाई 5 साल में 43% बढ़ी है।

वित्त वर्ष 2014-15 में इससे होने वाली कमाई 1.37 लाख करोड़ थी जो 2020-21 में बढ़कर 2.03 लाख करोड़ पर पहुंच गई। कोरोना की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के बावजूद भी सरकार ने पेट्रोल- डीजल पर भारी टैक्स वसूलकर अपना खजाना भरा है।

टैक्स के बाद 3 गुना महंगे हो जाते हैं पेट्रोल-डीजल
देश में पेट्रोल-डीजल का बेस प्राइस तो अभी 40 रुपए के करीब ही है। लेकिन केंद्र और राज्य सरकारों की तरफ से लगने वाले टैक्स से इनकी कीमतें देश के हिस्सों में 110 रुपए के पार पहुंच गई हैं। केंद्र सरकार 33 रुपए एक्साइज ड्यूटी वसूल रही है। इसके बाद राज्य सरकारें इस पर अपने हिसाब से वैट और सेस वसूलती हैं। इससे पेट्रोल-डीजल का दाम बेस प्राइज से 3 गुना तक बढ़ गया है। भारत में पेट्रोल पर 55 और डीजल पर 44 रुपए से भी ज्यादा टैक्स वसूला जाता है।

पिछले साल ही केंद्र सरकार ने बढ़ाया था 10 रुपए टैक्स
लॉकडाउन में पेट्रोल-डीजल की खपत में गिरावट के बावजूद केंद्र सरकार की इनसे होने वाली कमाई बढ़ी है। केंद्र सरकार ने पिछले साल मई में एक्साइज ड्यूटी 10 रुपए तक बढ़ाई थी। उस वक्त केंद्र ने एक लीटर पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 22.98 रुपए से 32.98 रुपए और डीजल पर 18.83 रुपए से 31.83 रुपए कर दी थी।

पेट्रोल-डीजल को GST के दायरे में लाकर भी आम आदमी को दी जा सकती है राहत
पेट्रोल-डीजल को GST के दायरे में लाकर भी आम आदमी को बड़ी राहत दी जा सकती है। हालांकि सरकार ऐसा करने के मूड में नहीं है। ऐसा होता है तो इससे सरकार की टैक्स से होने वाली कमाई घट जाएगी। अगर इस समय पेट्रोल-डीजल पर GST लागू होता तो कच्चे तेल के दाम के हिसाब से पेट्रोल 84 और डीजल 77 रुपए प्रति लीटर में मिलता। अभी देश के सबसे राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल 113 रुपए और डीजल 103 रुपए लीटर बिक रहा है। ऐसे में यहां लोगों को पेट्रोल-डीजल पर 25-25 रुपए से ज्यादा की राहत मिल सकती है।

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