NSE ने शुरू की नए MD CEO की खोज: विवादों के बीच नए अधिकारी के लिए होगी चुनौती, 25 मार्च तक कर सकते हैं अप्लाई
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मुंबई14 मिनट पहले
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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने नए प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (MD CEO) की खोज शुरू कर दी है। इसके लिए उम्मीदवार 25 मार्च तक आवेदन कर सकते हैं।
लिमये का कार्यकाल जून में खत्म होगा
दरअसल, अभी के MD CEO विक्रम लिमये का कार्यकाल जून में खत्म हो रहा है और चाहें तो दोबारा भी अप्लाई कर सकते हैं। वे जुलाई 2017 को नियुक्त हुए थे। उस समय एक्सचेंज में को-लोकेशन की जांच हो रही थी और चित्रा रामकृष्णा की विदाई हो चुकी थी। उसके बाद लिमये को लाया गया था। यही हालात आज भी है। एक्सचेंज की जांच चल रही। CBI सहित कई एजेंसियां लगी हैं। इसके एक अधिकारी की गिरफ्तारी हो चुकी है।
लिमये के आने से पहले ही विवादों में था एक्सचेंज
लिमये के समय भी एक्सचेंज दिक्कत में था और आज भी वहीं पर दिक्कत में है। तब से लेकर अब तक कई बार एक्सचेंज पर सेबी ने जुर्माना लगाया है। अखबारों में दिए विज्ञापन में NSE ने कहा है कि उसे IPO में अनुभव रखने वाले उम्मीदवार की तलाश है। हालांकि लिमये ने कॉर्पोरेट गवर्नेंस और अन्य मामलों में एक्सचेंज को ठीक-ठाक तरीके से हैंडल किया। फिर भी पहले वाले जो मामले हैं वे अभी भी जारी हैं।
एक्सचेंज ने कहा है कि उम्मीदवार के पास कॉर्पोरेट गवर्नेंस, एंटरप्राइज रिस्क मैनेजमेंट और कंप्लायंस मैनेजमेंट फ्रेमवर्क का अच्छा रिकॉर्ड होना चाहिए।
पब्लिक लिस्टेड कंपनी का अनुभव होना चाहिए
इसके मुताबिक, उम्मीदवार को पब्लिक लिस्टेड कंपनी के रूप में अनुभव होना चाहिए जो एक्सचेंज के IPO प्रोसेस को भी पूरा कर सके। बता दें कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज 6 सालों से इश्यू लाने की कोशिश कर रहा है, पर अभी भी नहीं ला पाया है। उसके 10 हजार करोड़ रुपए के इश्यू को सेबी की मंजूरी नहीं मिल पाई है।
सैलरी कमिटी करेगी नाम का फाइनल
अंतिम तारीख के बाद चुने गए उम्मीदवार को सैलरी कमिटी द्वारा फाइनल किया जाएगा। एक्सचेंज की ओर से सेटअप की गई सिलेक्शन कमिटी उम्मीदवार के नाम की सिफारिश करेगी। इसके बाद फाइनल मंजूरी के लिए इसे सेबी के पास भेजा जाएगा।
लिमये को 8 करोड़ की सैलरी मिलती थी
NSE MD और CEO के रूप में विक्रम लिमये को 2017 में सालाना 8 करोड़ रुपए की सैलरी मिलती थी। वे उस समय फाइनेंशियल सेक्टर में दूसरे सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले अधिकारी थे। उनसे पहले HDFC बैंक के MD CEO आदित्य पुरी को सालाना 9.7 करोड रुपए की सैलरी मिलती थी। हालांकि इसके अलावा स्टॉक ऑप्शन और अन्य सुविधाएं भी होती हैं। NSE में स्टॉक ऑप्शन की सुविधा नहीं है।
IDFC में लिमये को 3 करोड़ मिलती थी सैलरी
लिमये को IDFC में 2016-17 में 3 करोड़ रुपए की सैलरी मिलती थी। हालांकि लिमये की सैलरी चित्रा से कम थी। चित्रा को 9.12 करोड़ रुपए का वेतन मिलता था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के MD आशीष चौहान को 2017 में 3.3 करोड़ रुपए की सैलरी मिलती थी। BSE का तब वैल्यूएशन 5,365 करोड़ रुपए था जबकि NSE का वैल्यूएशन 40 हजार करोड़ रुपए था।
BSE के आशीष चौहान दूसरी बार MD&CEO बने हैं और उनका कार्यकाल इसी साल एक नवंबर को खत्म होगा।
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