IPL के नए हीरो कार्तिकेय की कहानी: क्रिकेटर बनने की जिद में 9 साल से घर नहीं गए, राजस्थान के खिलाफ किया ड्रीम डेब्यू
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मुंबई2 मिनट पहले
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रोहित शर्मा के बर्थडे पर मुंबई को मिली सीजन की पहली जीत के बाद कुमार कार्तिकेय सिंह का नाम सुर्खियों में है। इस युवा खिलाड़ी ने MI की ओर से RR के खिलाफ डेब्यू करते हुए सिर्फ 19 रन देकर 4 ओवर्स की गेंदबाजी में संजू सैमसन का कीमती विकेट हासिल किया। ऐसे में फैंस के बीच इस उभरते खिलाड़ी के बारे में जानने की दिलचस्पी बढ़ गई है। कार्तिकेय ने 9 वर्षों तक घर से दूर रहकर छोटी-मोटी नौकरियां की और आखिर में अपना सपना पूरा कर दिखाया।
माता-पिता की पुकार भी कर दी अनसुनी
क्रिकेट खिलाड़ी बनने की उम्मीद में कार्तिकेय 9 वर्षों तक घर नहीं गए। माता-पिता ने फोन कर बेटे से लौट आने को कहा लेकिन कार्तिकेय इरादे के पक्के थे। बाएं हाथ के इस स्पिनर ने आईपीएल डेब्यू के बाद बताया – मैंने सोच रखा था कि जिंदगी में कुछ हासिल करने के बाद ही घर लौटूंगा। IPL खत्म होने के बाद कार्तिकेय अपने माता-पिता से मिलने घर जाएंगे।
किस्मत से मिला मौका
कार्तिकेय सिंह 28 अप्रैल को मुंबई इंडियंस में रिप्लेसमेंट प्लेयर के तौर पर जुड़े थे। उन्हें बाएं हाथ के पेसर मोहम्मद अरशद खान के चोटिल होने की वजह से टीम में मौका मिला। कार्तिक को 20 लाख रुपये के बेस प्राइस पर जोड़ा गया। इस युवा खिलाड़ी ने अब तक 9 फर्स्ट क्लास, 19 लिस्ट-ए और 9 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें क्रमश: 35, 18 और 10 विकेट चटकाए हैं।
कार्तिकेय उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में पैदा हुए हैं और उनके पिता उत्तर प्रदेश पुलिस में हैं। वह फिलहाल झांसी में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। कार्तिक घरेलू क्रिकेट मध्य प्रदेश की तरफ से खेलते हैं। उनका छोटा भाई यूपी की जूनियर टीम का हिस्सा है।
डेब्यू मैच में संजू सैमसन का विकेट चटकाने के बाद जश्न मनाते कुमार कार्तिकेय सिंह।
गौतम गंभीर को जिसने तराशा, वहां भी मिली निराशा
कार्तिक के लिए आईपीएल तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा। उनके क्रिकेट खेलने की शुरुआत कानपुर से हुई थी। पर यूपी से खेलने के दौरान उन्हें सफलता नहीं मिली तो दिल्ली चले गए। यहां उन्होंने गौतम गंभीर, अमित मिश्रा जैसे खिलाड़ियों को तराशने वाले संजय भारद्वाज की एकेडमी में किस्मत आजमाई। पर वहां उम्मीद के मुताबिक करियर ग्राफ ऊपर नहीं जा सका।
इसके बाद कार्तिकेय ने मध्यप्रदेश का रुख कर लिया। यहां उन्हें शहडोल संभाग की अंडर-23 टीम से खेलने का मौका मिला। धीरे-धीरे उन्होंने मध्य प्रदेश की रणजी टीम में जगह बनाई। ऑक्शन से पहले मुंबई इंडियंस ने उन्हें ट्रायल्स के लिए बुलाया था। लेकिन मुख्य स्क्वॉड में शामिल नहीं किया। अब जाकर उन्हें मुंबई ने मौका दिया है।
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