साइना, श्रीकांत ओलिंपिक से बाहर: BWF ने टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफिकेशन प्रोसेस बंद किया; 2012 में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकीं साइना 15 साल में पहली बार हिस्सा नहीं लेंगी
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नई दिल्ली3 घंटे पहले
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साइना ने करियर में 3 ओलिंपिक में हिस्सा लिया। वहीं, श्रीकांत ने 2016 में रियो ओलिंपिक में हिस्सा लिया था।
बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने शुक्रवार को कहा कि अब टोक्यो ओलिंपिक क्वालिफिकेशन के लिए कोई भी टूर्नामेंट नहीं होगा। सभी विंडो बंद कर दी गई हैं। इसके साथ ही साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत के ओलिंपिक खेलने की उम्मीद खत्म हो गई है। 2006 में सीनियर करियर की शुरुआत करने वाली साइना पहली बार ओलिंपिक में नहीं खेलेंगी। भारत के लिए अब सिर्फ 4 खिलाड़ियों को ओलिंपिक कोटा मिलने की उम्मीद है। BWF का ऑफिशियल क्वालिफिकेशन पीरियड 15 जून को खत्म हो रहा है।
कोरोना की वजह से बैडमिंटन को नुकसान
कोरोना की वजह से बैडमिंटन को पिछले 1 साल में काफी नुकसान उठाना पड़ा है। इस साल जनवरी में थाईलैंड ओपन और फरवरी में BWF फाइनल्स के बाद उम्मीद थी कि बाकी टूर्नामेंट भी होंगे। पर कोरोना की दूसरी लहर ने ऐसा नहीं होने दिया। सिंगापुर ओपन कैंसिल हो गया। वहीं, मलेशिया ओपन और इंडिया ओपन समेत कई बड़े टूर्नामेंट पोस्टपोन हो गए।
BWF सेक्रेटरी ने दिया बयान
BWF के सेक्रेटरी जनरल थॉमस ने कहा कि अब क्वालिफाइंग प्रोसेस को बंद कर दिया गया और किसी भी खिलाड़ी को पॉइंट बढ़ाने का कोई मौका नहीं मिलेगा। हमें इस पर अब भी नेशनल ओलिंपिक कमेटी और मेंबर एसोसिएशन से बात करना है।
सिंगापुर ओपन आखिरी मौका था
सिंगापुर ओपन खिलाड़ियों के लिए ओलिंपिक में क्वालिफाई करने का आखिरी मौका था। इसका आयोजन 1 से 6 जून तक होना था, लेकिन कोरोना की वजह से कई देशों के बीच हवाई यात्रा पर बैन लगा हुआ है। इस वजह से BWF ने टूर्नामेंट को कैंसिल करने का फैसला किया।
लंदन ओलिंपिक में जीत चुकी हैं ब्रॉन्ज मेडल
31 साल की साइना ने भारत के लिए 2012 लंदन ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वे 2008 बीजिंग ओलिंपिक में क्वार्टरफाइनल में हार गई थीं। वहीं, 2016 ओलिंपिक में वे दूसरे राउंड में हार गई थीं। भारत के लिए ओलिंपिक में मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी रहीं। भारत को ओलिंपिक के इतिहास में बैडमिंटन में दो मेडल मिले हैं। साइना के अलावा 2016 रियो ओलिंपिक में पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीता था।
साइना ने करियर में कुल 437 मैच जीते हैं। वहीं, 200 मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने करियर में कुल 24 टाइटल्स जीता। उन्होंने करियर की हाईएस्ट रैंकिंग नंबर-1 पोजिशन 2015 में हासिल किया था। फिलहाल वे 19वें रैंक पर हैं।
श्रीकांत को लिन डैन ने क्वार्टरफाइनल में हराया
श्रीकांत ने अब तक सिर्फ 1 ओलिंपिक खेला है। 2016 रियो ओलिंपिक में श्रीकांत वर्ल्ड नंबर-11 थे। वे उस वक्त के वर्ल्ड नंबर-5 जॉर्जेंसन को हराकर क्वार्टरफाइनल में पहुंचे थे। हालांकि, क्वार्टरफाइनल में उन्हें दुनिया के दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ियों में शुमार लिन डैन के हाथों 6–21, 21–11, और 18–21 से हार का सामना करना पड़ा था।
सिंधु सहित 4 खिलाड़ियों को ओलिंपिक कोटा मिलने की उम्मीद
रैंकिंग में बदलाव नहीं होता है तो सिर्फ सिंधु, साई प्रणीत को सिंगल्स में और रैंकीरेड्डी-चिराग की जोड़ी को डबल्स में ओलिंपिक कोटा मिलेगा। यह चारों खिलाड़ी पिछले कुछ टूर्नामेंट में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे थे।
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