रूस से रूठीं कई कंपनियां: यूक्रेन पर अटैक के बाद टेक, ऑटो, एनर्जी, एविएशन जैसे कई सेक्टर की कंपनियों ने बंद किया बिजनेस
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- A Growing Number Of International Companies, Including Apple, Disney And Ford, Are Dialing Back Operations In Russia Over Its Invasion Of Ukraine.
10 घंटे पहले
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रूस-यूक्रेन युद्ध के साइड इफेक्ट्स अब रूस पर तेजी से दिख रहे हैं। पहले जहां दुनियाभर की कई टेक कंपनियों ने रूस पर अलग-अलग तरह से डिजिटल स्ट्राइक की। तो अब टेक कंपनियों के साथ ऑटोमोबाइल, एविएशन, एनर्जी, फाइनेंस, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, शिपिंग से जुड़ी कई दिग्गज कंपनियों ने रूस में अपने ऑपरेशनंस को बंद कर दिया है। इनमें एपल, डिज्नी, फोर्ड, एक्सॉन, बोइंग, बीपी और शेल जैसी कई दिग्गज कंपनियां शामिल हैं।
यूक्रेन युद्ध से रूस में अपने ऑपरेशंस को बंद करने वाली इन सभी कंपनियों के बारे में एक-एक करके जानते हैं।
टेक कंपनियों का रूस के खिलाफ एक्शन
- एपल : एपल ने रूस के बाजार में अपने सारे सामानों की बिक्री रोकने का फैसला किया है। कंपनी यूक्रेन के आम लोगों की मदद के लिए अपने मैप में भी बदलाव कर रही है।
- गूगल : अल्फाबेट की कंपनी गूगल का कहना है कि वह रूसी ब्रॉडकास्टर आरटी और स्पुतनिक से जुड़े मोबाइल ऐप को ब्लॉक कर रही है। कंपनी ने रूस की सरकारी मीडिया कंपनियों को पहले ही समाचार से जुड़ी सेवाओं से हटा दिया है।
- माइक्रोसॉफ्ट : माइक्रोसॉफ्ट ने रूस की सरकारी मीडिया कंपनी आरटी के ऐप को विंडोज ऐप स्टोर से हटा दिया है। सरकारी मीडिया कंपनियों के विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
- नोकिया : फिनलैंड की कंपनी नोकिया ने प्रतिबंधों को लागू करते हुए रूस में सप्लाई बंद करने का एलान किया है। कंपनी रूस के एमटीएस, विंपलकॉम, मेगाफोन और टेली 2 को सामान की सप्लाई करती है।
ऑटोमोबाइल कंपनियों का रूस के खिलाफ एक्शन
- रेनो : फ्रांस की कार कंपनी रेनो रूस के कार असेंबली प्लांट में कुछ गतिविधियां बंद करने जा रही है। इसके पीछे मुख्य तौर पर लॉजिस्टिक दिक्कतों को वजह बताया जा रहा है। रेनो पश्चिमी देशों की उन कंपनियों में है जिस पर प्रतिबंधों का बहुत ज्यादा असर होने की आशंका है। कंपनी की 8% कमाई रूस से होती है और रूस की सबसे बड़ी कार कंपनी अवटोवाज का नियंत्रण भी रेनो के पास है।
- फोर्ड मोटर्स : फोर्ड मोटर्स ने रूसी कंपनी के सोलर्स के साथ अपने संयुक्त उपक्रम को बंद करने का फैसला किया है। कंपनी ने रूस में अपना सारा कामकाज अगली सूचना तक बंद करने का एलान किया है। फोर्ड पहली अंतरराष्ट्रीय कार कंपनी है जिसने रूस में अपनी असेंबली लाइन शुरू की थी।
- BMW : जर्मन ऑटो कंपनी बीएमडब्ल्यू ने भी रूस में अपनी कारें भेजने से इनकार कर दिया है। कंपनी रूस में मौजूद अपने प्लांट से उत्पादन भी बंद कर रही है।
- हार्ले डेविडसन : मोटरसाइकिल बनाने वाली अमेरिकी कंपनी हार्ले डेविडसन ने रूस में अपना कारोबार बंद कर दिया है। कंपनी अपनी बाइकों का अलगा स्लॉट भी रूस नहीं भेज रही है।
- जगुआर लैंड रोवर : ब्रिटेन की लग्जरी कार कंपनी जगुआर लैंड रोवर ने रूस में कार भेजना तत्काल प्रभाव से रोक दिया है। इस कंपनी का नियंत्रण भारत की टाटा मोटर्स के पास है।
- एस्टन मार्टिन : ब्रिटेन की एक और लग्जरी कार कंपनी एस्टन मार्टिन ने भी रूस के लिए कारों की सप्लाई बंद कर दी है। कंपनी के कुल कामकाज का महज 1% से भी कम बाजार रूस और यूक्रेन में है।
- डायमलर ट्रक : ट्रक बनाने वाली कंपनी डायमलर ने तत्काल प्रभाव से रूस में अपना कारोबार बंद करने की घोषणा की है। इसमें रूसी ट्रक बनाने वाली कंपनी कमाज के साथ सहयोग भी शामिल है। डायमलर की पेरेंट कंपनी मर्सिडीज का कहना है कि वह कमाज में अपनी 15% हिस्सेदारी को जितनी जल्दी हो सके बेचना चाहती है।
- वॉल्वो कार : स्वीडन की कार कंपनी वॉल्वो का कहना है कि वह रूसी बाजार में अपनी कारें भेजना अगली सूचना जारी किए जाने तक रोक रही है। 2021 में वॉल्वो कंपनी ने रूसी बाजार में कुल 9,000 कारें बेची है।
- जनरल मोटर्स : जनरल मोटर्स ने भी रूस को अगली सूचना तक गाड़ियों की सप्लाई रोकने का एलान किया है। अमेरिका के डेट्रॉयट की इस कंपनी का रूस में कोई प्लांट नहीं है। हर साल यह कंपनी रूस में लगभग 3,000 कारें बेचती है।
- मित्सुबीशी : जापान की मित्सुबिशी मोटर्स भी रूस में कारों का उत्पादन और बिक्री बंद कर सकती है। कंपनी को डर है कि आर्थिक प्रतिबंधों के कारण कंपनी के सप्लाई चेन में बाधा आ सकती है।
एविएशन कंपनियों का रूस के खिलाफ एक्शन
- बोइंग : विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग ने कहा है कि वह रूसी एयरलाइनों को नए विमानों की डिलीवरी, लीजिंग के साथ ही पार्ट्स, मेंटेनेंस और टेक्निकल सपोर्ट बंद कर रही है। कंपनी ने कीव में अपना दफ्तर भी फिलहाल बंद कर दिया है।
- एयरकैप होल्डिंग : दुनिया में लीज पर विमान देने वाली सबसे बड़ी कंपनी एअरकैप होल्डिंग ने रूसी एयरलाइनों के लिए लीजिंग की सभी गतिविधियां बंद करने एलान किया है। रूस की एयरलाइनों के आधे से ज्यादा विमान लीज पर लिए गए हैं। 2021 में एयरकैप होल्डिंग के 5% विमान रूस में लीज पर थे।
- एनर्जी कंपनियों का रूस के खिलाफ एक्शन
- शेल : अमेरिकी पेट्रोलियम कंपनी शेल ने रूस के कारोबार से बाहर निकलने का एलान किया है। इसमें सखालिन 2 एलएनजी प्लांट भी शामिल है। इसमें शेल की 27.5% की हिस्सेदारी है जबकि रूसी कंपनी गाजप्रोम इसके संचालन और मालिकाना हक में 50% की हिस्सेदार है।
- एक्सॉन मोबिल : एक्सॉन मोबिल ने रूस के तेल और गैस सेक्टर में अपना कामकाज बंद करने का एलान किया है। इस समय इस कंपनी की रूसी बाजार में 4 अरब डॉलर कीमत बताई जा रही है। कंपनी रूस में अब नया निवेश नहीं करेगी।
- ENI : इटली की ऊर्जा कंपनी ENI ने ब्लू स्ट्रीम पाइपलाइन में अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है। यह पाइपलाइन रूसी गैस को तुर्की तक पहुंचाने के लिए बनाई गई है और इसमें रूसी कंपनी गाजप्रोम की भी हिस्सेदारी है। 2020 में ENI ने रूस से लगभग 22.5 अरब क्यूबिक मीटर गैस खरीदा।
- OMV : ऑस्ट्रिया की ऊर्जा कंपनियों के समूह OMV ने गाजप्रोम के गैस फील्ट प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी खरीदने की योजना रद्द कर दी है और नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन में अपनी भूमिका पर फिर से विचार कर रही है। यह पाइपलाइन बाल्टिक सागर से रूसी गैस जर्मनी तक लाने के लिए बनाई गई और इसकी सप्लाई शुरू करने से जर्मनी ने पहले ही इनकार कर दिया है।
- इक्विनॉर : नॉर्वे की ऊर्जा कंपनी इक्विनॉर भी रूस के संयुक्त उपक्रमों से बाहर निकल रही है। यह कंपनी रूस में 30 से ज्यादा सालों से मौजूद है और 2012 में इसने रोजनेफ्ट के साथ व्यापक साझेदारी की शुरूआत की थी।
- ओर्सटेड : डेनमार्क की ओर्सटेड कंपनी ने रूस के बिजली घरों के लिए कोयला और बायोमास की सप्लाई बंद करने का एलान किया है। हालांकि कंपनी गाजप्रोम से हर साल दो अरब क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस खरीदना जारी रखेगी। गैस की खरीदारी के लिए कंपनियों के बीच लंबे समय का करार है।
- ब्रिटिश पेट्रोलियम : ब्रिटिश पेट्रोलियम ने रूसी तेल कंपनी रोजनेफ्ट में अपनी 19.75% हिस्सेदारी को खत्म करने का फैसला किया है।
डिजाइन कंपनियों का रूस के खिलाफ एक्शन
- एडीडास : खेल के कपड़े और जूते बनाने वाली प्रमुख कंपनी एडीडास ने रूस के फुटबॉल संघ के साथ अपनी साझेदारी तुरंत प्रभाव से खत्म कर दी है।
- नाइकी : नाइकी ने वेबसाइट और ऐप के जरिए होने वाले अपने सामानों की खरीदारी रूस में बंद कर दी है क्योंकि रूस में यह डिलीवरी की जिम्मेदारी फिलहाल नहीं ले सकती है।
एंटरटेनमेंट, फाइनेंस जैसी कंपनियों ने भी बगावत की
- HSBC : अंतरराष्ट्रीय बैंक HSBC ने कहा है कि वह रूसी बैंकों के साथ अपना कारोबारी रिश्ता खत्म कर रही है। रूस के दूसरे सबसे बड़े बैंक वीटीबी समेत कई और बैंक HSBC के साथ साझेदारी में हैं। हालांकि कंपनी के महज 200 कर्मचारी ही रूस में हैं और 50 अरब डॉलर का कारोबार करने वाली कंपनी में रूस की हिस्सेदारी महज 1.5 करोड़ डॉलर है।
- हॉलीवुड : हॉलीवुड की डिज्नी, वॉर्नर ब्रदर्स और सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट ने कहा है कि वे अपनी आने वाली फिल्मों को रूस के थिएटरों में नहीं दिखाएगे।
- UPS, FedEx, DHL : दुनिया में माल ढुलाई की दो सबसे बड़ी कंपनियां UPS और FedEx ने कहा है कि वे रूस और यूक्रेन में माल की डिलीवरी रोक रहे हैं। वहीं, जर्मन डाक कंपनी डॉएचे पोस्ट ने कहा है कि DHL रूस में डाक और पार्सल की डिलीवरी बंद कर रहा है।
- कुएहने+ नागेल : स्विटजरलैंड की माल ढुलाई कंपनी कुएहने+नागेल ने तत्काल प्रभाव से रूस में माल की ढुलाई अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी है। इसमें मेडिकल, हेल्थकेयर और मानवीय सहायता की चीजों को शामिल नहीं किया गया है।
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