रकून मालवेयर से रहें सावधान!: क्रेडिट कार्ड से लेकर फिंगरप्रिंट डेटा तक को चुरा रहा, सबसे ज्यादा एक्टिव इन्फॉर्मेशन स्टीलर्स में से एक
नई दिल्ली14 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
एक बार फिर से डेटा चोरी करने वाले रकून मालवेयर के अटैक से जुड़ी रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं। कहा जा रहा है कि हैकर्स ने इसका अपग्रेडेड वर्जन यूजर्स की पर्सनल जानकारी और पासवर्ड्स चोरी करने के लिए तैयार किया है। रकून मालवेयर साल 2021 में साइबर क्रिमिनल की ओर से इस्तेमाल किए गए सबसे ज्यादा एक्टिव इन्फॉर्मेशन स्टीलर्स में से एक था।
रकून बाकी मालवेयर्स के मुकाबले ज्यादा पॉपुलर
सिक्योरिटी रिसर्चर्स का मानना है कि रकून मालवेयर 3 वजहों से ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों के बीच पॉपुलर है।
- पहला डेटा या पासवर्ड्स चोरी की कैपिसेटी के मामले में इसका दमदार होना।
- दूसरा इसे कस्टमाइजेशन से जुड़ी है और इसे ढेरों हैकिंग टूल्स का हिस्सा बनाया जा सकता है।
- तीसरी वजह यह है कि इस मालवेयर को इस्तेमाल करना बेहद आसान है और इसे फेक इंस्टॉलर्स या फिर क्रैक्ड सॉफ्टवेयर की मदद से फैलाया जा सकता है।
सिक्योरिटी एनालिस्ट्स ने बताई इसके वापस आने की बात
सिकोइया के सिक्योरिटी एनालिस्ट्स का कहना है कि रकून स्टीलर के ऑपरेशंस मार्च, 2022 में बंद कर दिए गए थे। अब रकून स्टीलर 2.0 की वापसी हुई है और इसे हैकिंग फोरम्स पर प्रमोट किया जा रहा है। नए फंक्शंस वाला रकून का अपग्रेडेड वर्जन C और C++ कंप्यूटर लैंग्वेजेस की मदद से तैयार किया गया है, जिससे जुड़े शुरुआती सैंपल्स पिछले महीने सामने आए हैं।
इस तरह का डेटा चुरा सकता है रकून स्टीलर
नया रकून स्टीलर 2.0 मालवेयर अपने टारगेट डिवाइस से लगभग हर तरह की जानकारी चुराने की कैपेसिटी है। PC या लैपटॉप में यह सभी पासवर्ड्स, कुकीज, ऑटोफिल डेटा और ब्राउजर में सेव क्रेडिट कार्ड डेटा की चोरी कर सकता है। कंप्यूटर की सभी डिस्क्स में सेव की गईं इंडिविजुअल फाइल्स भी इसकी पहुंच से नहीं बच पातीं। यह स्क्रीनशॉट्स कैप्चर करने और सिस्टम में इंस्टॉल्ड ऐप्स की लिस्ट अटैकर को भेजने जैसे काम कर सकता है।
क्रिप्टो वॉलेट से भी चोरी कर सकता है मालवेयर
रकून स्टीलर आपके क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स में भी सेंध लगा सकता है। यह मालवेयर क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स के अलावा मेटामास्क, ट्रॉनलिंक, बाइनांसचेन, रोनिन, एक्सोडस, एटॉमिक, जैक्सलिबर्टी, कोइनोमी, इलेक्ट्रम, इलेक्ट्रम-LTC और इलेक्ट्रॉनकैश जैसे वेब ब्राउजर एक्सटेंशंस की मदद से भी चोरी कर सकता है। रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि इस मालवेयर का इस्तेमाल बढ़ने वाला है, क्योंकि हर बार डेटा भेजने के साथ यह नया आइटम इकट्ठा करता है।
इन बातों का ध्यान रखना जरूरी
अगर खुद को रकून स्टीलर 2.0 और ऐसे दूसरे खतरों से बचाना है, तो फाइल्स डाउनलोड करते वक्त सतर्क रहना जरूरी है। अनजान लिंक्स पर क्लिक करने और क्रैक्ड सॉफ्टवेयर के लालच में असुरक्षित सोर्स से ऐप्स इंस्टॉल करने से बचना चाहिए। ईमेल में आने वाली अटैचमेंट्स फाइल्स डाउनलोड करते वक्त भी सतर्क रहें। सिस्टम में एंटीवायरस और एंटी-मालवेयर टूल्स इंस्टॉल होना जरूरी है। आप चाहें तो ऑटोमैटिक स्कैन का ऑप्शन भी इनेबल कर सकते हैं।
For all the latest Business News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.