फ्लोटिंग FD में निवेश करना रहेगा सही: रेपो रेट बढ़ रहा है, ऐसे में फायदे का सौदा होंगे फ्लोटिंग फिक्स्ड डिपॉजिट
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नई दिल्ली3 दिन पहले
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फिक्स्ड डिपाजिट यानी FD में ब्याज दर तय होती है। निवेश का समय पूरा होने पर निवेशक को उसी दर पर ब्याज मिलता है। इस बीच यदि ब्याज दरें बढ़ी हों तो भी निवेशक को उसका फायदा नहीं मिलता है। फ्लोटिंग रेट FD इस समस्या का समाधान है। दो बैंक इसे लॉन्च कर चुके हैं, बाकी कुछ बैंक इसकी तैयारी में हैं। बैंकबाजार के CEO आदिल शेट्टी से जानते हैं इसके बारें में….
इनकी जरूरत क्यों पड़ी?
महंगाई जिस तेजी से बढ़ी है, उतनी तेजी से FD की दरें नहीं बढ़ रही हैं। अभी महंगाई दर 7% से ऊपर है। ऐसे में यदि FD रेट 5% है तो असल में आप 2% नुकसान उठा रहे हैं। यह गंभीर मसला इसलिए है कि रिटायर हो चुके ज्यादातर लोग आम खर्चों के लिए जमा खाते से मिल रहे ब्याज पर निर्भर हैं। उन्हें महंगाई खास तौर पर खटकती है, क्योंकि उनकी क्रय क्षमता घट रही है।
गौर करने वाली बात है कि अप्रैल से अब तक रिजर्व बैंक ने दो किस्तों में जहां रेपो रेट 0.90% बढ़ाए हैं वहीं जमा दरें 0.50% ही बढ़ी है। दरअसल बैंकों के पास काफी कैश है, जिसके चलते उन्हें ज्यादा ब्याज देकर फंड्स लेने की जरूरत नहीं है। ऐसे में जमाकर्ताओं के लिए एक फ्लोटिंग रेट FD का विकल्प मददगार होगा। इस डिपॉजिट की ब्याज दर मार्केट रेट के हिसाब से अपने आप बदलती रहती है। चूंकि मौजूदा दौर बढ़ती ब्याज दरों का है, लिहाजा फ्लोटिंग रेट FD की दर बढ़ती जाएगी।
फ्लोटिंग FD पर कितना ब्याज?
बैंक अभी दो तरीकों से दरें तय कर रहे हैं। पहले तरीके में तिमाही के पहले दिन 91 दिन वाले ट्रेजरी बिल की औसत दर पर ब्याज दर तय की जाती है। इस तिमाही यह दर 4.6% है। इस पर बैंक 0.10 से 0.50% जोड़ कर FD की दर तय करता है। एक से तीन साल वाले FD पर फिलहाल 5.1% ब्याज मिल रहा है। दूसरा तरीका रेपो रेट पर आधारित है। इसमें बैंक 1.10 से 1.60% ज्यादा ब्याज देता है। इस हिसाब से 12-18 महीनों वाली FD पर 6% और 18-36 महीने वाली FD पर 6.5% ब्याज मिलेगा।
दर कब चेंज होती है?
आईडीबीआई बैंक के फ्लोटिंग रेट FD में दर तिमाही के पहले दिन एक बार बदलती है। यानी 1 अप्रैल, 1 जुलाई आदि। यस बैंक हर उस महीने के बाद दर बदलेगा, जिसमे रिजर्व बैंक ने रेपो रेट बदला हो। मसलन अगर जून में रेपो रेट 0.50% बढ़ा तो जुलाई से FD का रेट उतना ही बढ़ जाएगा। यदि आप इन दरों की तुलना इन्हीं बैंकों के सामान्य FD से करें तो आईडीबीआई बैंक की फ्लोटिंग FD की ब्याज दर थोड़ी कम है। जबकि यस बैंक की फ्लोटिंग FD और सामान्य FD की दरें बराबर हैं।
वर्तमान समय में फायदे का सौदा
फ्लोटिंग FD का फायदा तभी मिलेगा जब दरें बढ़ रहीं हों। गिरती दरों वाले दौर में इनसे नुकसान भी हो सकता है। लेकिन अभी दरें बढ़ने का समय है। रेपो रेट अप्रैल में 4% था, जो अब 4.9% है। इस वित्त वर्ष के आखिर तक रेपो रेट 6% तक पहुंच सकता है। ऐसे में आप फ्लोटिंग रेट FD का फायदा उठा सकते हैं।
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