निर्यात के मोर्चे पर अच्छी खबर: 400 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है एक्सपोर्ट, पहली छमाही में निर्यात 197 अरब डॉलर तक पहुंचा
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नई दिल्ली44 मिनट पहले
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सांकेतिक तस्वीर।
अगले साल मार्च में खत्म होने वाले वित्त वर्ष में कुल निर्यात 400 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में एक्सपोर्ट 197.89 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। पिछले साल इसी दौरान 125.62 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था। इस हिसाब से इस दौरान निर्यात 57.53% उछला है।
निर्यात की मात्रा में जितना उछाल आया है, कीमत में उस हिसाब से बढ़ोतरी नहीं हुई
लेकिन, इस छमाही के आंकड़े हालात की पूरी तस्वीर नहीं दिखा रहे हैं। अप्रैल से सितंबर के दौरान ग्लोबल मार्केट में ऑयल, केमिकल, मेटल, प्लास्टिक और कॉटन सहित कमोडिटी के दाम ऊंचे रहे हैं। इस दौरान निर्यात की मात्रा में जितना उछाल आया है, कीमत में उस हिसाब से बढ़ोतरी नहीं हुई है।
फलों और सब्जियों की एक्सपोर्ट वैल्यू 17.4% बढ़ी, कीमत में 3.8% का इजाफा
अप्रैल से अगस्त के बीच फलों और सब्जियों का निर्यात मात्रा के आधार पर 17.4% ज्यादा रही लेकिन उसकी कीमत में सिर्फ 3.8% की बढ़ोतरी हुई। जहां तक वैल्यू ऐडेड प्रॉडक्ट की बात है तो उनके निर्यात में इस दौरान 15-35% का उछाल आया।
कारपेट और हैंडीक्राफ्ट के निर्यात में सालाना आधार पर सिर्फ 5% की बढ़ोतरी
निर्यातकों के मुताबिक कारपेट और हैंडीक्राफ्ट के निर्यात में सालाना आधार पर सिर्फ 5% की बढ़ोतरी हुई। इसकी वजह नकदी कमी, उत्पादन लागत में बढ़ोतरी रही, जिसके चलते उनके प्रॉफिट मार्जिन में खासी गिरावट आई।
बिजली की दिक्कत और कोयले के आयात में बढ़ोतरी से और बढ़ेंगे कमोडिटी के दाम
जानकारों का कहना है कि बिजली की दिक्कत और कोयले के आयात में बढ़ोतरी से कमोडिटी के दाम और बढ़ सकते हैं। ऐसा होने पर निर्यात में गिरावट आ सकती है। मई से अब तक कंटेनर के दाम और समुद्र के रास्ते ढुलाई की लागत में 20-30% का इजाफा हुआ है।
सामान का निर्यात सालाना आधार पर 22.63% बढ़कर 33.79 अरब डॉलर हो गया
पिछले महीने यानी सितंबर में सामान का निर्यात सालाना आधार पर 22.63% बढ़कर 33.79 अरब डॉलर हो गया। लेकिन परेशानी वाली बात यह रही कि इस दौरान व्यापार घाटा 22.59 अरब डॉलर के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। इससे पहले अक्टूबर 2012 में व्यापार घाटा 20.20 अरब डॉलर रहा था।
सितंबर में 56.39 अरब डॉलर के सामान का आयात, पिछले साल से 84.77% ज्यादा
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पिछले महीने सामान का आयात 56.39 अरब डॉलर रहा। यह पिछले साल के सितंबर के मुकाबले 84.77 फीसदी ज्यादा है। जहां तक व्यापार घाटे की बात है, तो पिछले साल के इसी महीने यह 2.96 अरब डॉलर था।
सोने और क्रूड ऑयल के आयात में उछाल से रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचा व्यापार घाटा
सितंबर में व्यापार घाटा 22.59 अरब डॉलर के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचा, जिसकी वजह सोने और क्रूड ऑयल के आयात में उछाल रहा है। पिछले महीने 5.11 अरब डॉलर के सोने का आयात हुआ, जो कोविड के चलते पिछले साल सितंबर में सिर्फ 60.1 करोड़ डॉलर रहा था।
पहली छमाही में व्यापार घाटा 78.13 अरब डॉलर रहा, पिछली बार 26.31 अरब डॉलर था
पहली छमाही में व्यापार घाटा 78.13 अरब डॉलर रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 26.31 अरब डॉलर था। भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) के उपाध्यक्ष खालिद खान ने कहा कि अगर यह रुख रहा तो निर्यात चालू वित्त वर्ष के अंत तक 400 अरब डॉलर पहुंच जाएगा।
क्रूड ऑयल का आयात पिछले साल के 5.83 अरब से बढ़कर 17.44 अरब डॉलर रहा
जहां तक क्रूड ऑयल की बात है तो इसका आयात सितंबर 2020 में 5.83 अरब डॉलर की तुलना में सितंबर 2021 में बढ़कर 17.44 अरब डॉलर हो गया। अप्रैल से सितंबर 2021 के बीच 72.99 अरब डॉलर क्रूड ऑयल का इंपोर्ट हुआ जो पिछले साल 32.01 अरब डॉलर था।
कॉफी, काजू, पेट्रो प्रॉडक्ट, हैंडीक्राफ्ट, मैनमेड फाइबर/ कपड़े के निर्यात में बढ़ोतरी
पिछले महीने जिन सामान के निर्यात में उछाल आया उनमें कॉफी, काजू, पेट्रोलियम प्रॉडक्ट, हैंडीक्राफ्ट, इंजीनियरिंग प्रॉडक्ट, केमिकल, मैनमेड फाइबर/ कपड़े, जेम्स एंड ज्वैलरी, प्लास्टिक और सी प्रॉडक्ट शामिल थे।
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