तेलंगाना सरकार का एलन को ऑफर: मस्क के भारत में चैलेंज वाले ट्वीट पर उद्योग मंत्री का रिप्लाई – ‘टेस्ला की फैक्ट्री लगने से खुशी होगी’
- Hindi News
- Tech auto
- Tesla CEO Elon Musk Invited By Telangana Commerce Minister To Set Up Units In State
एक घंटा पहले
- कॉपी लिंक
भारत में टेस्ला की कार को लॉन्च होने में अभी और समय लगेगा। टेस्ला के CEO एलन मस्क ने कहा है कि भारत में कपंनी के सामने कई चुनौतियां हैं। हालांकि, इस बीच तेलंगाना सरकार ने टेस्ला को कार फैक्ट्री खोलने का ऑफर दिया है। तेलंगाना के उद्योग और वाणिज्य मंत्री केटी रामा राव ने कहा कि उनका राज्य टेस्ला को फैक्ट्री लगाने का ऑफर कर रहा है। यदि टेस्ला उनका ऑफर मानता है तब उन्हें खुशी होगी।
रामा राव ने एलन मस्क के एक ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा
एलन मस्क ने 13 जनवरी को एक ट्वीट करते हुए लिखा था कि सरकार के साथ कई चैलेंजस का सामना करना पड़ रहा है। इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए रामा राव ने लिखा, “हाय एलन, मैं भारत में तेलंगाना राज्य का उद्योग और वाणिज्य मंत्री हूं। भारत/तेलंगाना में कारोबार स्थापित करने की चुनौतियों को लेकर काम करने में टेस्ला के साथ साझेदारी करने पर खुशी होगी। हमारा राज्य सस्टेनेबिलिटी इनिशिएटिव्स में एक चैंपियन है और भारत में शीर्ष पायदान का बिजनेस डेस्टिनेशन हैं।”
टेस्ला के सामने कई चुनौतियां
एक भारतीय यूजर ने कुछ दिन पहले एलन मस्क से ट्विटर पर इस बारे में सवाल पूछा था। यूजर ने टेस्ला के एक मॉडल की फोटो के साथ पूछा था कि क्या भारत में टेस्ला की लॉन्चिंग को लेकर कोई अपडेट है? यूजर ने कहा था कि टेस्ला की कारें काफी अच्छी हैं और उन्हें दुनिया के हर कोने में मौजूद होना चाहिए। एलन मस्क ने इसका जवाब देते हुए कहा था कि भारत में कार लॉन्च करने में उनकी कंपनी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और सरकार के साथ मिलकर इनका समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
टेस्ला चाहती है कि उसकी गाड़ियों को लक्जरी नहीं, EV माना जाए
टेस्ला पूरी तरह से असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को घटाकर 40% करने की मांग कर रही है। यहां 40,000 डॉलर से सस्ती गाड़ियों पर 60% और उससे महंगी गाड़ियों पर 100% इंपोर्ट ड्यूटी लगती है। कंपनी चाहती है कि उसकी गाड़ियों को लक्जरी नहीं इलेक्ट्रिक व्हीकल माना जाए। सरकार ने कुछ महीने पहले कहा था कि बाहर से मंगाए जाने वाले किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर आयात शुल्क माफ करने या उसमें कमी करने का उसका कोई इरादा नहीं है।
टेस्ला के लिए आसान नहीं होगा भारत में कारोबार जमाना
हालांकि, टेस्ला के लिए भारतीय कार बाजार में पकड़ बनाना आसान नहीं होगा। इसकी कई वजहें हैं- पहली, यहां हर साल जितनी गाड़ियां बिकती हैं, उनमें सिर्फ एक पर्सेंट ही इलेक्ट्रिक होती हैं। दूसरी, टेस्ला की इलेक्ट्रिक गाड़ियां बहुत महंगी होती हैं। तीसरी, यहां चार्जिंग फैसिलिटी कम है। चौथी, यहां इंपोर्टेड गाड़ियों पर हैवी टैक्स लगता है।
For all the latest Business News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.