जब बिपिन रावत ने दी थी धोनी को इजाजत: सेना में ट्रेनिंग करना चाहते थे माही, जनरल ने कहा था- अन्य सैनिकों की तरह वह वर्दी की अहमियत समझेंगे
3 मिनट पहले
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तमिलनाडु में कुन्नूर के जंगलों में बुधवार को सेना का Mi-17V5 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इस हादसे के बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई। इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत समेत सेना के 13 अफसर सवार थे। रावत के साथ उनकी पत्नी मधुलिका भी थीं।
धोनी ने मांगी थी ट्रेनिंग करने की इजाजत
सेना प्रमुख बिपिन रावत से लेफ्टिनेंट कर्नल क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने 2 साल पहले पैराशूट रेजीमेंट में ट्रेनिंग करने का आग्रह किया था। बिपिन रावत ने धोनी के इस आग्रह को मंजूर कर लिया था। धोनी ने इसके बाद दो महीने के लिए पैराशूट रेजीमेंट में ट्रेनिंग की थी। उस समय टीम इंडिया वेस्टइंडीज के दौरे पर जाने वाली थी।
बिपिन रावत ने कहा था धोनी अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं
ट्रेनिंग के दौरान रावत ने धोनी को लेकर कहा था कि धोनी सेना में अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। वे अन्य सैनिकों की तरह रक्षक की भूमिका निभाएंगे। जब कोई भारतीय नागरिक सेना की वर्दी पहनना चाहता है तो वह अपने उस कार्य को पूरा करने के लिए तैयार हो जाता है, जिसके लिए उसे वर्दी दी गई है।’
ट्रेनिंग के दौरान महेंद्र सिंह धोनी
धोनी ने तब BCCI को बताया था कि वे वेस्टइंडीज दौरे पर नहीं जा पाएंगे, क्योंकि वे अगले दो महीने का वक्त सेना को देना चाहते हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि धोनी ने बेसिक ट्रेनिंग हासिल की है और हम जानते हैं कि वह उस कार्य को पूरा करने के लिए सक्षम हैं। बता दें, धोनी पैराशूट रेजीमेंट की 106 पैरा टेरिटोरियल आर्मी बटालियन का हिस्सा थे। इस ट्रेनिंग के दौरान धोनी आम सैनिकों की तरह पेट्रोलिंग, गार्ड और पोस्ट की ड्यूटी की थी।
ट्रेनिंग के दौरान धोनी की ये तस्वीर खूब वायरल हुई थी।
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