एयरलाइन्स की सर्विस से नाखुश लोग: 79% का मानना एयरलाइन कंपनियां कंफर्ट से समझौता कर रहीं, फ्लाइट में देरी की सबसे ज्यादा शिकायतें
नई दिल्लीएक घंटा पहले
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भारत में हवाई सफर करने वाले पैसेंजर एयरलाइन से मिलने वाली सर्विस से खुश नहीं हैं। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंज्यूमर सर्विस और एयरलाइन के स्टाफ का व्यवहार भी कोविड-19 के बाद बुरा हो गया है। लोकल सर्कल के सर्वे के मुताबिक 15,000 एयरलाइन पैसेंजर में से लगभग 79% का मानना है कि भारत में एयरलाइन कंपनियां पैसेंजर के कंफर्ट से समझौता कर रही हैं और महामारी का बहाना बनाकर जिम्मेदारी से बच रही हैं।
एयरक्राफ्ट के खराब इंटीरियर की भी शिकायतें
सर्वे में हिस्सा लेने वाले लोगों ने सबसे खराब सर्विस स्पाइसजेट लिमिटेड की बताई, इसके बाद देश की सबसे बड़ी 55% मार्केट शेयर वाली एयरलाइन इंडिगो रही। सभी एयरलाइन्स की शिकायतों में उड़ान में देरी, घटिया इन-फ्लाइट सर्विस, खराब बोर्डिंग प्रोसेस और एयरक्राफ्ट के खराब इंटीरियर का होना बताया गया है।
एयरलाइन कंपनियों ने पैसेंजर से बुरा बर्ताव भी किया
हाल ही में एक हाई-प्रोफाइल घटना में, इंडिगो ने एक विकलांग किशोर को फ्लाइट में चढ़ने से रोक दिया और कहा कि यह लड़का गड़बड़ी कर रहा है, जिससे सेफ्टी के लिए खतरा पैदा हो सकता है। भारत के एविएशन रेगुलेटर ने इस मामले की जांच शुरू की, जिसमें पाया गया कि इंडिगो नियमों का पालन नहीं कर रहा था और उसके कर्मचारियों ने पैसेंजर को अनुचित तरीके से हैंडल किया। इस पर जांच जारी है।
नई दिल्ली के एक लेखक आदित्य झा ने इस घटना को सामने से देखा। उन्होंने कहा कि इंडिगो ने बच्चे को अकेला छोड़ दिया और उसे फ्लाइट में सफर करने से मना कर दिया। उड़ान में मौजूद पैसेंजर डॉक्टर ने इंडिगो के कर्मचारी को समझाने की कोशिश भी की कि यह पूरी तरह से सेफ है, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
गेट बंद होने से पैसेंजर की एंट्री रोकी
हाल ही में एक वायरल वीडियो भी सामने आ चुका है जिसमें एक महिला को पैनिक अटैक आ गया। इसके पीछे की वजह एअर इंडिया महिला को यह कहते हुए बोर्डिंग से रोका गया कि वह गेट बंद होने के बाद आई थी।
स्पाइसजेट ने अपनी सफाई में कहा कि वह ग्राहकों के एक्सपीरिएंस को बेहतर बनाने के लिए ऑटोमेशन, टेक्नोलॉजी और सस्टेनबिलिटी को प्रायोरिटी दे रही है। इंडिगो ने कहा कि यह ग्राहकों को कॉन्टैक्ट लेस ट्रैवल एक्सपीरिएंस देने के लिए डिजिटलीकरण पर भी फोकस कर रही है। चेक-इन से लेकर बोर्डिंग और उससे आगे तक टेक्नोलॉजी का यूज करने से एयरपोर्ट पर वेटिंग टाइम को कम करने में मदद मिली है।
इंडिगो 2020 में अपने 10% कर्मचारियों की छंटनी भी की
एयरलाइन कंपनियों में कर्मचारियों की कमी है। इंडिगो की चौथी तिमाही के रिजल्ट में गिरावट रही। इसने 2020 में अपने 10% कर्मचारियों की छंटनी भी की और सभी कर्मचारियों को पिछले साल बिना सैलरी के छुट्टी लेने को भी कहा। स्पाइसजेट ने कर्मचारियों की सैलरी भी रोक दी। जब भारत की दूसरी कोविड लहर के दौरान लोगों ने फ्लाइट से सफर करना बंद कर दिया, तो कुछ कर्मचारियों को उनके काम के घंटों के आधार पर पेमेंट किया गया।
वेब चेक-इन नहीं किया तो 200 रुपए देने होंगे
भारतीय एयरलाइंस कंपनियों ने किराया भी बढ़ाया है। वे फ्यूल की बढ़ती कीमतों को बोझ टिकट की कीमतें बढ़ा कर वसूल रही हैं। उदाहरण के लिए, अगर उन्होंने वेब चेक-इन नहीं किया है, तो हवाईअड्डे पर बोर्डिंग पास के लिए ट्रैवल करने वाले को 200 रुपए (2.60 डॉलर) का पेमेंट करना होगा। इस मनमाने रवैए पर भारत के सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्पाइसजेट के पैसेंजर की शिकायत के बाद, जांच करने के आदेश भी दिए।
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