रेसलर्स Vs बृजभूषण केस: कुरुक्षेत्र में आज होगी महापंचायत; मुजफ्फरनगर का सुरक्षित फैसला सुनाएंगे खाप प्रतिनिधि, कर सकतें हैं बड़ा ऐलान
पानीपत7 मिनट पहले
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मुज्जफरनगर के शोरम पंचायत में महापंचायत में शामिल हुई 5 राज्यों की कई खाप पंचायतों को संबोधित करते नरेश टिकैत।
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस के अधीन विचाराधीन यौन शोषण के केसों पर कोई कार्रवाई न होने की बात कहते हुए मामले में पहलवानों का मोर्चा अब भारतीय किसान यूनियन ने अपने हाथों में ले लिया है। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आह्वान पर गुरुवार को मुजफ्फरनगर के प्रसिद्ध सोरम चौपाल पर महापंचायत की। सोरम में आयोजित खाप चौधरियों की पंचायत मैं पहुंचे। जहां राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि अब 2 जून को कुरूक्षेत्र में एक संयुक्त महापंचायत होगी। जिसमें आपकी राय से हल निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि संवाद में कमी रह गई थी। इस बीच इस मामले को लेकर कुरूक्षेत्र में भी पंचायत की घोषणा पूर्व में हो चुकी थी, इसलिए मुद्दा एक ही होने के कारण पंचायत में फैसले को सुरक्षित रखा गया है। अब संयुक्त विचार विमर्श के बाद शुक्रवार को कुरुक्षेत्र की पंचायत में ही फैसला लिया जाएगा। धर्मनगरी कुरूक्षेत्र से खाप प्रतिनिधि कोई बड़ा ऐलान कर सकतें हैं।
बृजभूषण शरण सिंह ने गुरुवार को गोंडा में पत्रकार वार्ता कर फिर से कहा था कि अगर उनके ऊपर लगे आरोप साबित हुए तो वे खुद फांसी लगा लेंगे।
राष्ट्रपति और गृहमंत्री अमित शाह के सामने उठाएंगे मुद्दा
इससे पहले चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि इस मामले को देश के राष्ट्रपति और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के सामने भी उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहलवानों का यह प्रकरण इंटरनेशनल कुश्ती फेडरेशन के सामने रखा जाएगा। यदि उससे भी बात नहीं बनी तो आंदोलन का रास्ता खुला रहेगा। उन्होंने कहा कि महिला पहलवानों के साथ ज़्यादती हुई है।
सरकार से आशा रखते हैं कि वे इस मामले में न्याय करेगी। उनका मानना है कि महिला पहलवानों से ज्यादती करने वालों का विरोध होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंदोलन भी चलता रहेगा। शोषण की शिकार हुई महिला पहलवान देश का गौरव है। चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि नहीं जानते कि क्या होने वाला है, लेकिन इतना निश्चित है कि वे पीड़ितों को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
बालयान खाप के चौधरी नरेश टिकैत ने पहलवानों को गंगा में मेडल प्रवाहित करने से रोका था। साथ ही उनसे 5 दिन का समय भी लिया था।
बालयान खाप ने दिया था 5 दिन का समय
पंचायत में बालयान खाप के चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी का तो हक बन रखा है। सरकार उसको बचाने में लगी है। दिल्ली पुलिस सरकार के दबाव में है। उसने तो पहलवान पर भी केस कर दिए। उन्होंने कहा कि परसो आपात स्थिति थी। पहलवान गंगा में मेडल विसर्जित कर देते। हम जल्दी में वहां गए।
हमने मनाया। उन्होंने बात मानी और पांच दिन का समय दिया है। उन्होंने कहा कि पांच दिन बाद कुछ भी हो सकता है। बातचीत हमने संजीव बालयान से की। सत्यपाल सिंह से भी की। वे भी दबाव में हैं। सरकार की तरफ से कुछ हो तो सब समझौते के मूड में है। बृजभूषण की गिरफ्तारी हो तो समझौता हो जाएगा।
पढ़िए.. इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?
- 18 जनवरी को जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना शुरू किया। आरोप लगाया कि WFI के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया।
- 21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों से मुलाकात कर कमेटी बनाई, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं हुई।
- 23 अप्रैल को पहलवान फिर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती, धरना जारी रहेगा।
- 28 अप्रैल को पहलवानों की याचिका की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट में 2 एफआईआर दर्ज की।
- 3 मई की रात को पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच जंतर-मंतर पर झड़प हो गई। झड़प में पहलवान राकेश यादव व विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत और 5 पुलिस वाले घायल हुए।
- 7 मई को जंतर-मंतर पर हरियाणा, यूपी, राजस्थान और पंजाब की खापों की महापंचायत हुई। इसमें बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए केंद्र सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया।
- 21 मई को फिर महापंचायत हुई और इंडिया गेट पर कैंडल मार्च और 28 मई को नए संसद भवन पर महिला महापंचायत करने का फैसला लिया गया।
- 26 मई को पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 28 मई को वे धरनास्थल से नए संसद भवन तक पैदल मार्च करेंगे।
- 28 मई को पहलवानों ने नए संसद भवन के सामने महापंचायत के लिए जाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
- 29 मई को सारा दिन पहलवान घर पर रहे और मेडल गंगा में बहाने व इंडिया गेट पर आमरण अनशन का फैसला किया।
- 30 मई को पहलवान हरिद्वार हर की पौड़ी में मेडल बहाने गए। जहां किसान नेता नरेश टिकैत के मनाने पर सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम देकर उन्होंने फैसला टाल दिया।
- 31 मई को न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि दिल्ली पुलिस के पास बृजभूषण की गिरफ्तारी लायक सबूत नहीं है। इस पर दिल्ली पुलिस ने ट्वीट करके इसका खंडन किया और कहा- जांच जारी है। बाद में दिल्ली पुलिस ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।
- 1 जून को यूपी के मुजफ्फरनगर में 5 राज्यों की कई खापों की महापंचायत हुई। जिसमें राष्ट्रपति और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के साथ-साथ 2 जून को कुरूक्षेत्र में महापंचायत करने की घोषणा हुई।
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