भास्कर एक्सप्लेनर: क्या तैयार है भारत के फास्ट बॉलर्स की जेनरेशन नेक्स्ट? अर्शदीप-कार्तिक समेत ये 8 खिलाड़ी बना सकते हैं टीम इंडिया में अपनी जगह
2 घंटे पहलेलेखक: जयदेव सिंह
भारतीय क्रिकेट में एक दौर था जब ये कहा जाता था कि इंडिया में फास्ट बॉलर्स पैदा नहीं हो सकते। 1980 के दशक में टीम इंडिया को कपिल देव के रूप में सही मायनों में पहला तेज गेंदबाज मिला। 1990 का दशक जवागल श्रीनाथ के नाम रहा।
उसके बाद आए जहीर खान, आशीष नेहरा, अजीत आगरकर और इरफान पठान जैसे गेंदबाज। तब लगने लगा कि भारत में फास्ट बॉलर्स को लेकर कही जाने वाली कहावत गलत हो रही है। और ऐसा हुआ भी। मौजूदा दौर में दुनिया का बेस्ट पेस अटैक भारत के पास है, लेकिन आज बात भारत के तेज गेंदबाजी के भविष्य की करेंगे।
मंगलवार को राजस्थान रॉयल्स (RR) और पंजाब किंग्स (PBKS) के बीच मैच हुआ IPL मुकाबला देश के दो युवा तेज गेंदबाजों अर्शदीप सिंह और कार्तिक त्यागी के नाम रहा। अर्शदीप ने पहले 5 विकेट लेकर RR को 200 रन के पार जाने से रोका, तो कार्तिक ने मैच के आखिरी ओवर में PBKS को 4 रन नहीं बनाने दिए।
इन दोनों के साथ ही IPL में कई ऐसे युवा तेज गेंदबाज हैं जिनके प्रदर्शन को देखकर ये दावा किया जा सकता है कि भारतीय तेज गेंदबाजी का भविष्य सही हाथों में है। आने वाले समय में टीम इंडिया में कई शानदार फास्ट बॉलर दिखाई देंगे। आइए ऐसे ही 8 चेहरों के अब तक के प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं….
1. कार्तिक त्यागी: 20 साल के कार्तिक 2020 के अंडर-19 वर्ल्ड कप के दौरान पहली बार चर्चा में आए थे। इस वर्ल्ड कप में भारत उप-विजेता रहा था। कार्तिक ने छह मैचों में 3.45 की इकोनॉमी से 11 विकेट चटकाए थे। इस प्रदर्शन की वजह से 2020 के IPL ऑक्शन में कार्तिक को RR ने 1.30 करोड़ रुपए में खरीदा। वे 148 किमी/घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। IPL के 12 मैचों में 12 विकेट ले चुके हैं। पिछले मैच में कार्तिक ने दिखाया कि उनकी उम्र भले कम है, लेकिन वो दबाव में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
2. अर्शदीप सिंह: अर्शदीप पिछले तीन सीजन से पंजाब के साथ जुड़े हुए हैंं। कार्तिक और कमलेश की ही तरह अर्शदीप को भी अंडर-19 क्रिकेट में अपने प्रदर्शन का इनाम मिला। 6 फीट 3 इंच लंबे अर्शदीप को अपनी हाइट का भी फायदा होता है। अर्शदीप को 2019 के IPL में 3 मैच खेलने का मौका मिला था। इन तीन मैचों में उन्होंने 3 विकेट लिए। 2020 के IPL में उन्होंने 8 मैच खेलकर 9 विकेट लिए। इस सीजन में वो 7 मैच में 12 विकेट ले चुके हैं। जो टीम के सीनियर साथी मोहम्मद शमी से भी ज्यादा हैं।
3. चेतन सकारिया: इस IPL में जिन युवा तेज गेंदबाजों की सबसे ज्यादा बात हो रही है उनमें चेतन सकारिया भी हैं। IPL के पहले लेग में उनके प्रदर्शन का इनाम उन्हें श्रीलंका दौरे में टीम इंडिया के लिए खेलकर मिल चुका है। सौराष्ट्र के इस गेंदबाज को घरेलू क्रिकेट में किए प्रदर्शन की वजह से राजस्थान रॉयल्स ने इसी सीजन में 1.2 करोड़ में खरीदा है। इस सीजन में सकारिया राजस्थान के सभी 8 मैचों का हिस्सा रहे हैं। इस दौरान 23 साल का ये तेज गेंदबाज 8 विकेट ले चुका है।
4. आवेश खान: मध्य प्रदेश का ये तेज गेंदबाज इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया के रिजर्व प्लेयर्स में शामिल था। 2014 में महज 18 साल की उम्र में आवेश ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया। 2016 के अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में चुने गए। 2017 में आवेश RCB में शामिल हुए और IPL में डेब्यू किया। अगले सीजन में वो दिल्ली के साथ जुड़ गए। पिछले चार सीजन में वो दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा हैं। मौजूदा सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में 24 साल के आवेश 14 विकेट लेकर दूसरे नंबर पर हैं। आवेश अपनी स्पीड के लिए भी जाने जाते हैं।
5. प्रसिद्ध कृष्णा: 2018 के IPL में डेब्यू करने के बाद प्रसिद्ध कृष्णा चर्चा में आए। अपने पहले ही सीजन में उन्होंने 7 मैच में 10 विकेट लेकर सबका ध्यान खींचा। हालांकि अगले सीजन में उनका प्रदर्शन इतना बेहतर नहीं रहा। 2019 में उन्होंने 11 मैच खेले और सिर्फ 4 विकेट ले पाए। 2020 में खेले 6 मैच में उन्हें 5 विकेट मिले। मौजूदा सीजन में वो नौ विकेट ले चुके हैं। अपनी स्पीड और विकेट टेकिंग एबिलिटी की वजह से इस साल की शुरुआत में उन्हें टीम इंडिया के लिए वनडे में डेब्यू करने का मौका मिला। अपने डेब्यू मैच में ही कर्नाटक के इस खिलाड़ी ने दिखाया कि वो टीम इंडिया के लिए लंबे समय तक खेलने वाले हैं।
6. कमलेश नागरकोटी: नागरकोटी की उम्र महज 21 साल है। कार्तिक की ही तरह नागरकोटी भी अंडर-19 वर्ल्ड कप से ही चर्चा में आए थे। 2018 में पृथ्वी शॉ की कप्तानी में जो टीम चैंपियन बनी, नागरकोटी उस टीम का हिस्सा थे। नागरकोटी ने वर्ल्ड कप में 145 किमी/घंटे की भी ज्यादा तेजी से गेंदबाजी की थी।
राजस्थान के बाड़मेर जैसे छोटे से शहर से आने वाले नागरकोटी को कोलकाता नाइट राइडर्स ने 2018 में 3.2 करोड़ में खरीदा था, लेकिन चोट के कारण वे 2018 के आईपीएल में नहीं खेले। इसके बावजूद KKR ने उन्हें रिटेन किया। 2019 सीजन के पहले भी वे बैक इंजरी के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए। KKR के विकेट कीपर दिनेश कार्तिक का मानना है कि नागरकोटी की फील्डिंग का लेवल रवींद्र जडेजा जैसा है।
2020 में पहली बार उन्हें IPL में खेलने का मौका मिला। 10 मैच में उन्होंने 5 विकेट लिए। इस सीजन में उन्हें अब तक केवल एक ही मैच खेलने का मौका मिला है। चोट से परेशान रहे नागरकोटी का सीनियर सर्किट में यादगार प्रदर्शन अभी बाकी है, लेकिन उनकी रफ्तार और फील्डिंग उन्हें भविष्य का सितारा बनाती है।
7. इशान पोरेल: कमलेश नागरकोटी, शिवम मावी के साथ ही इशान पोरेल भी 2018 की अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। हालांकि मावी और नागरकोटी की तरह उन्हें वर्ल्ड कप के तुरंत बाद IPL में मौका नहीं मिला। पिछले चार साल से घरेलू क्रिकेट में लगातार बेहतर प्रदर्शन करने की वजह से इस साल पंजाब किंग्स ने उन्हें 20 लाख के बेस प्राइज पर खरीदा है। पोरेल विकेट लेने के साथ ही रन नहीं देने के लिए भी जाने जाते हैं। टी-20 में उनका इकोनॉमी महज 6.64 का है। मंगलवार को अपने डेब्यू IPL मैच में उन्होंने 1 विकेट लिया। हालांकि इस हाइस्कोरिंग मैच में वो थोड़े महंगे साबित हुए।
8. शिवम मावी: उत्तर प्रदेश के शिवम मावी 2018 अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा थे। शिवम और कमलेश नागरकोटी की जोड़ी ने उस वर्ल्ड कप में जमकर धमाल मचाया था। वर्ल्ड कप के बाद ही कमलेश के साथ ही शिवम को भी KKR ने खरीदा था। बल्लेबाज के रूप में करियर शुरू करने वाले शिवम ने 2018 के IPL में 9 मैच में 5 विकेट लिए थे। 2019 में उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन 2020 में मावी ने 8 मैच में 9 विकेट लिए। इस सीजन में अभी तक मावी को 3 मैच ही खेलने का मौका मिला है। इन तीन मैचों में उन्हें 2 विकेट मिले हैं।
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