भास्कर Analysis: हॉकी वर्ल्ड कप में 5 टीमों की स्ट्रैटजी: एक्सपर्ट बोले- ओलिंपिक प्रदर्शन को दोहराकर दूसरी बार चैम्पियन बन सकता है भारत
हरजीत सिंह मंडेरएक मिनट पहले
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भारत की मेजबानी में शुक्रवार से पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप शुरू हो रहा है। पूल डी में भारत के अलावा इंग्लैंड, स्पेन और वेल्स हैं। भारत के दो मैच राउरकेला और एक भुवनेश्वर में खेले जाएंगे। भारतीय टीम अभियान की शुरुआत आज स्पेन के खिलाफ मुकाबले से करेगी। टाइटल की रेस में ऑस्ट्रेलिया-बेल्जियम के अलावा भारत भी है।
हॉकी एक्सपर्ट 2 बार के ओलिंपियन हरप्रीत सिंह मंडेर का मानना है कि भारत टोक्यो ओलिंपिक प्रदर्शन को भी दोहरा देता है तो टाइटल अपने नाम कर सकता है। आगे खबर में हम वर्ल्ड की टॉप-5 टीमों के खेलने का तरीका और उनकी प्लेइंग स्टाइल जानेंगे, जो उन्हें खिताब का दावेदार बनाता है।
देश: भारत | रैंक: 6
भारतीय टीम में अनुभवी खिलाड़ी ज्यादा हैं, जिसके चलते वे आक्रामक हॉकी खेलना पसंद करेंगे। कुछ मैच के प्रदर्शन को देखते हुए अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी। टीम में नए और अनुभवी खिलाड़ी हैं। बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में टीम ने सिल्वर जीता था। फाइनल में टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था। खिलाड़ी टोक्यो ओलिंपिक (ब्रॉन्ज मेडल) के प्रदर्शन को दोहरा दें तो खिताब जीत सकते हैं। टीम 3-3-2-2-1 के फॉर्मेट के साथ आक्रामक खेलना पसंद करेगी।
भारत ने 1975 में एकमात्र वर्ल्ड कप जीता था।
देश: ऑस्ट्रेलिया | रैंक: 1
तीन बार का विजेता ऑस्ट्रेलिया उतरते ही आक्रामक खेलना चाहेगा। ऑस्ट्रेलिया सबसे मजबूत टीमों में से एक है और चौथी बार चैम्पियन बन सकती है। टीम 5 बार फाइनल में पहुंच चुकी है। खिलाड़ी मैदान पर आते ही पुराने स्टाइल को दोहराना चाहेंगे। कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट टीम को आक्रामक खेलना पसंद है। टीम 2-4-4-1 फॉर्मेशन के साथ उतर सकती है।
ऑस्ट्रेलिया 3 बार की हॉकी वर्ल्ड चैंपियन है।
देश: बेल्जियम | रैंक: 2
बेल्जियम में कॉर्नर को गोल में बदलने वाले दो से तीन खिलाड़ी शामिल हैं। वर्ल्ड कप की सभी टीमों में से सबसे बैलेंस टीम बेल्जियम है। टीम के पास डिफेंस, फॉरवर्ड के साथ पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील करने वाले कई महारथी हैं। वे प्लान-ए और प्लान-बी के साथ उतरते हैं। प्लान-ए से फायदा नहीं मिलता तो प्लान-बी लागू कर देते हैं। डिफेंडिंग चैंपियन टीम टूर्नामेंट जीतने की सबसे बड़ी दांवेदार है।
बेल्जियम ने टोक्यो ओलिंपिक और हॉकी वर्ल्ड कप की डिफेंडिंग चैंपियन है।
देश: नीदरलैंड्स | रैंक : 3
नीदरलैंड्स को वन टू वन खेलना पसंद है। जिसका फायदा उन्हें अक्सर मिलता है। टोक्यो ओलिंपिक के दौरान टीम में काफी युवा थे और उन्होंने भी अच्छा प्रदर्शन किया था। टीम पिछले वर्ल्ड कप की रनर-अप है। उन्हें बेल्जियम ने फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में हराया था। स्किल की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरी सबसे मजबूत टीम नीदरलैंड्स हैं। टीम 4-4-3-2-1 के साथ उतर सकती है।
नीदरलैंड ने 3 बार हॉकी वर्ल्ड कप जीता है।
देश: जर्मनी | रैंक: 4
दो बार की विजेता जर्मनी काउंटर और बॉल पजेशन के साथ खेलती है। मैच में टीम का फॉर्मेशन कुछ भी हो सकता है, लेकिन टीम हमेशा पुरानी स्टाइल में खेलती है। मैच के दौरान खिलाड़ी आक्रामकता के साथ बॉडी लगाकर खेलते हैं। डिफेंस पर ज्यादा फोकस है। खिलाड़ियों को काउंटर पर खेलने का अनुभव है। बॉल पजेशन के साथ खेलते हैं।
जर्मनी ने 2 बार हॉकी वर्ल्ड कप जीता है।
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हॉकी वर्ल्ड कप में भारत का पहला मैच आज
भुवनेश्वर में शुक्रवार से हॉकी वर्ल्ड कप की शुरुआत हो रही है। यह टूर्नामेंट का 15वां संस्करण है। ओपनिंग मैच कलिंगा स्टेडियम में अर्जेंटीना और साउथ अफ्रीका के बीच दोपहर 01:00 बजे से खेला जाएगा। दूसरी ओर राउरकेला के बिरसा मुंडा स्टेडियम में भारतीय टीम शाम 7:00 बजे से स्पेन के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगी। स्टेडियम के बाहर गुरुवार रात से दर्शकों में भारी उत्साह देखने को मिला। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
हॉकी वर्ल्ड कप का आगाज, ढाई घंटे चली ओपनिंग सेरेमनी
कटक के बाराबती स्टेडियम में मेंस हॉकी वर्ल्ड कप की ओपनिंग सेरेमनी बुधवार शाम 6 से रात 8.30 बजे तक चली। मनीष पॉल और गौहर खान ने शो को होस्ट किया। बॉलीवुड स्टार दिशा पाटनी, रणवीर सिंह और म्यूजिक कंपोजर प्रीतम ने अपने क्रू मेंबर के साथ परफॉर्मेंस दी। स्टेडियम में बैठे 40 हजार दर्शकों के सामने कोरियन पॉप-बैंड ब्लैकस्वान ने भी अपनी परफॉर्मेंस दी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
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