फीफा वर्ल्ड कप में रूस-यूक्रेन युद्ध का असर: फाइटर जेट के पहरे में कतर पहुंची पोलैंड की टीम
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कतरएक मिनट पहले
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पोलैंड फुटबॉल टीम फीफा वर्ल्ड कप के लिए गुरुवार को कतर पहुंच गई है। वर्ल्ड कप का पहला मैच 20 नवंबर को खेला जाना है, जबकि फाइनल 18 दिसंबर को खेला जाएगा। पोलैंड की टीम को अपने हवाई क्षेत्र में लड़ाकू विमान F16 ने एस्कॉर्ट किया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दरअसल, मंगलवार को एक मिसाइल हमले में यूक्रेन सीमा से सटे पोलैंड के एक गांव में दो लोगों की मौत हो गई थी। ऐसा माना जा रहा था कि यह मिसाइल रूस की थी। जिसके बाद पोलैंड की सरकार ने फुटबॉल टीम को अपने हवाई क्षेत्र में सुरक्षा देने का फैसला किया। फुटबॉल के साथ सेना के दो लड़ाकू विमान भी चल रहे थे।
पोलैंड की टीम को अपने सीमा क्षेत्र में F16 विमान ने सुरक्षा प्रदान की।
1986 के बाद नॉकआउट में नहीं खेली है
रॉबर्ट लेवानडॉस्की की कप्तानी में टीम कतर पहुंची है। पोलैंड की टीम 1986 के बाद नॉकआउट नहीं खेली है। पोलैंड की टीम ग्रुप सी में है। इस ग्रुप में अर्जेंटीना, सऊदी अरब, मैक्सिको की टीम है।
इस टूर्नामेंट में दुनियाभर की 32 सर्वश्रेष्ठ टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिन्हें आठ ग्रुपों में बांटा गया है।
20 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच 14 दिन में कुल 48 ग्रुप मैच खेले जाएंगे। हर ग्रुप की टॉप-2 टीमें राउंड ऑफ-16 में पहुंचेगी। नॉक आउट मुकाबले 3 दिसंबर से शुरू होंगे। इसके बाद क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल के मुकाबला होगा। फाइनल मैच 18 दिसंबर को खेला जाएगा।
ये तस्वीर पोलैंड टीम की कतर पहुंचने के बाद की है।
कब से शुरू हुआ रूस-यूक्रेन युद्ध
24 फरवरी 2022 से दोनों देशों के बीच युद्ध शुरू हुआ। दोनों के बीच ताजा विवाद की असली वजह समझने के लिए इतिहास में थोड़ा पीछे जाना पड़ेगा।
- 20वीं सदी की शुरुआत में यूक्रेन रूस साम्राज्य का हिस्सा था। 1917 में ब्लादिमीर लेनिन के नेतृत्व में हुई रूसी क्रांति के बाद 1918 में यूक्रेन ने आजादी की घोषणा कर दी, लेकिन 1921 में लेनिन की सेना से हार के बाद 1922 में यूक्रेन सोवियत संघ का हिस्सा बन गया।
- यूक्रेन में रूस से आजादी के लिए संघर्ष चलता रहा और रूस के खिलाफ कई हथियारबंद समूहों ने विद्रोह की कोशिश की, जो सफल नहीं हुई।
- 1954 में सोवियत संघ के सर्वोच्च नेता निकिता ख्रुश्चेव ने इस विद्रोह को दबाने के लिए क्रीमिया आइलैंड को यूक्रेन को तोहफे में दे दिया था।
- 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद यूक्रेन ने अपनी आजादी का ऐलान कर दिया।
- आजाद होते ही यूक्रेन रूसी प्रभाव से मुक्ति की कोशिशों में जुट गया और इसके लिए उसने पश्चिमी देशों से नजदीकियां बढ़ाईं।
- 2010 में रूस समर्थित विक्टर यानुकोविच यूक्रेन के राष्ट्रपति बने। यानुकोविच ने रूस के साथ करीबी संबंध बनाए और यूक्रेन के यूरोपियन यूनियन से जुड़ने के फैसले को खारिज कर दिया, जिसका यूक्रेन में कड़ा विरोध हुआ।
- इसकी वजह से 2014 में विक्टर यानुकोविच को पद छोड़ना पड़ा। उसी साल यूक्रेन के राष्ट्रपति बने पेट्रो पोरोशेंको ने यूरोपियन यूनियन के साथ डील साइन कर ली।
- 2014 में रूस ने यूक्रेन के शहर क्रीमिया पर हमला करके कब्जा जमा लिया।
- दिसंबर 2021 में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने नाटो की सदस्यता लेने का ऐलान किया था। यूक्रेन की इस घोषणा के बाद से ही रूस नाराज हो गया और उसने हमला कर दिया।
फुटबॉल वर्ल्ड कप 2022 के ग्रुप
ग्रुप-ए: कतर, इक्वाडोर, सेनेगल, नीदरलैंड्स
ग्रुप-बी: इंग्लैंड, ईरान, यूएसए, वेल्स
ग्रुप-सी: अर्जेंटीना, सऊदी अरब, मैक्सिको, पोलैंड
ग्रुप-डी: फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, ट्यूनिसिया
ग्रुप-ई: स्पेन, कोस्टारिका, जर्मनी, जापान
ग्रुप-एफ: बेल्जियम, कनाडा, मोरक्को, क्रोएशिया
ग्रुप-जी: ब्राजील, सर्बिया, स्विटजरलैंड, कैमरून
ग्रुप-एच: पुर्तगाल, घाना, उरुग्वे, कोरिया रिपब्लिक
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