मुंबई12 घंटे पहले
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![ज्यादा फायदा मिलेगा: फिक्स्ड डिपॉजिट करने का प्लान है तो थोड़ा इंतजार कीजिए, मिलेगा ज्यादा ब्याज ज्यादा फायदा मिलेगा: फिक्स्ड डिपॉजिट करने का प्लान है तो थोड़ा इंतजार कीजिए, मिलेगा ज्यादा ब्याज](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2021/12/02/fd_1638433604.jpg)
अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) करने का प्लान बना रहे हैं तो थोड़ा इंतजार कर लीजिए। आपको ज्यादा ब्याज मिलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि अब बैंक और अन्य लोन देने वाली कंपनियां FD पर ब्याज दरें बढ़ाने लगी हैं।
जनवरी से ब्याज बढ़ाने की रफ्तार तेजी होगी
ऐसी उम्मीद है कि जनवरी से ब्याज दरों को बढ़ाने की रफ्तार तेज हो सकती है। निजी सेक्टर के सबसे बड़े बैंक HDFC बैंक ने चुनिंदा समय वाली FD पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। यह नई दरें एक दिसंबर से लागू हो गई हैं। बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, 7 से 29 दिन की FD पर 2.50% ब्याज मिलेगा। 30 से 90 दिन की अवधि वाली जमा पर 3% और 91 दिन से 6 महीने की अवधि वाली जमा पर 3.5% का ब्याज मिलेगा।
हर अवधि की जमा पर बढ़ी ब्याज दरें
इसी तरह 6 महीने से ज्यादा और एक साल से कम की FD पर 4.4% का ब्याज मिलेगा। एक साल से अधिक की जमा पर 4.9% का ब्याज बैंक देगा। 2 साल की अवधि वाली जमाओँ पर 5% का इंटरेस्ट मिलेगा। 3 साल की अवधि पर 5.35 और 5 साल से 10 साल की अवधि की जमा पर 5.50% का ब्याज मिलेगा। यह सभी ब्याज सालाना होगा।
वरिष्ठ नागरिकों को ज्यादा फायदा
बैंक ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए आधा पर्सेंट ज्यादा का इंटरेस्ट मिलेगा। यदि आम लोगों को 3% इंटरेस्ट मिल रहा है तो सीनियर सिटिजन को 3.5% का ब्याज मिलेगा। अन्य बैंकों की बात करें तो देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) 2.9 से 5.4% के बीच ब्याज दे रहा है। ICICI बैंक 2.5 से 5.5% इंटरेस्ट देगा।
NBFC भी बढ़ा रही हैं इंटरेस्ट रेट
इससे पहले नॉन बैंकिंग फाइनेंशिय कंपनियां (NBFC) भी ब्याज दरें बढ़ा चुकी हैं। HDFC लिमिटेड और बजाज फाइनेंस ने मंगलवार को ब्याज दरें बढ़ाने की घोषणा की थी। बैंकिंग इंडस्ट्री का मानना है कि जनवरी से ब्याज दरें सभी बैंक और कंपनियां बढ़ाना शुरू कर देंगे। क्योंकि अगले साल से दुनिया भर के केंद्रीय बैंक अपने रेपो रेट को बढ़ाने की योजना बना रहे हैँ।
अगले हफ्ते रिजर्व बैंक की मीटिंग
रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक अगले हफ्ते होनी है। ऐसा माना जा रहा है कि इसमें ब्याज दरों को बढ़ाने का फैसला लिया जा सकता है। फिलहाल लोन पर और डिपॉजिट पर ब्याज दरें अपने निचले स्तर पर पहुंच गई हैं। ऐसे में जब डिपॉजिट पर ब्याज बढ़ेगा तो लोन पर भी आपको ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ेगा।
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