काम की बात: नए वित्त वर्ष में खर्चों पर नियंत्रण के साथ रखें आर्थिक मजबूती की बुनियाद, आज से ही शुरू करें प्लानिंग
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नई दिल्ली5 घंटे पहले
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अप्रैल की पहली तारीख से नया वित्त वर्ष शुरू हो गया है। बेहतर होगा कि आप फाइनेंशियल प्लानिंग भी अभी से शुरू कर लें, ताकि टैक्स छूट का अधिकतम लाभ उठा पाएं और अगली मार्च तक आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो जाए। काफी लोग यह महत्वपूर्ण काम साल के अंत तक के लिए टाल देते हैं। फिर आखिरी वक्त में हड़बड़ी में फैसले करते हैं। फाइनेंशियल प्लानिंग का यह तरीका नुकसान पहुंचा सकता है।
दरअसल जब आपके पास पूरा साल होता है तो अपनी सारी आर्थिक जरूरतों पर बारीकी से गौर कर पाते हैं। मसलन अभी से यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि अगले एक साल में आपको कितनी आय होगी और सारे खर्च निकालने के बाद कितनी बचत कर पाएंगे। आपको अपने फाइनेंशियल टारगेट्स भी पता होंगे, जिन्हें पूरा करने के लिए बचाई गई रकम का निवेश करना होगा। यदि अभी से पर्सनल फाइनेंस से जुड़े इन छोटे-मोटे काम पर ध्यान देंगे तो पूरा साल तनाव-मुक्त गुजर सकता है। आइए बैंकबाजार डॉट कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी से जानते हैं ये सब कैसे करना है…
संतुलित बजट बनाएं
अपनी आय को तीन बड़ी जरूरतों में बांट लीजिए। बुनियादी जरूरतें जैसे किराया, ईएमआई, स्कूल फीस, घरेलू खर्चे, बीमा प्रीमियम आदि। विवेकाधीन खर्चे जैसे होटल में खाना, घूमना-फिरना, शॉपिंग आदि। आखिरी, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण जरूरत है बचत। कोशिश करें कि बचत कम से कम 10% हो। बुनियादी खर्चे आय के 50% से ज्यादा हो सकते हैं।
टैक्स के नियम समझें
होम लोन के अतिरिक्त ब्याज पर टैक्स छूट और क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स जैसे नए नियम 1 अप्रैल से लागू हो गए हैं। इन्हें जाने और समझें कि किस तरह ये आपकी आय और बचत को प्रभावित करेंगे। वित्त वर्ष की शुरुआत में ही पता कर लें कि आगामी 12 महीनों की आय पर कितना टैक्स लगेगा और उसे कम करने के लिए आप किस तरह के निवेश कर सकते हैं।
इमरजेंसी फंड बढ़ाएं
हम सबको ऐसी बचत की जरूरत होती है जो आपात स्थिति में काम आए। इसे इमरजेंसी फंड कहते हैं और आम तौर पर यह फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) के रूप में होता है। यह फंड आपकी मासिक आय का कम से कम 3-6 गुना होना चाहिए। यदि आपने इतनी बचत नहीं की है तो इस साल ज्यादा बचाने की कोशिश करें। यह फंड हर मुश्किल घड़ी में काम आएगा।
इंश्योरेंस कवर बढ़ाएं
जीवन और स्वास्थय बीमा बहुत जरूरी हैं। यदि न लिया हो तो जरूर लें। यदि परिवार में ऐसे सदस्यों की संख्या ज्यादा हो जो आपकी आय पर निर्भर हैं, तो आपको टर्म प्लान की जरूरत है। इसी तरह स्वास्थय बीमा आपके परिवार के हर सदस्य की जरूरत है। इन दोनों बीमा पर आपको टैक्स छूट भी मिलती है। इस लिहाज से इन्हें टैक्स प्लान का हिस्सा भी बनाया जा सकता है। यदि आपने ये बीमा ले लिया है तो देखें कि कहीं कवरेज की जरूरत बढ़ तो नहीं गई है।
निवेश के विकल्प खंगालें
अब तक न किया हो तो इस से साल नियमित निवेश की आदत डालें। हर माह म्यूचुअल फंड या प्रोविडेंट फंड में निवेश करें। महीना शुरू होते ही पहले निवेश अकाउंट में पैसा डालें और जो बचे उससे खर्चे उठाएं। ध्यान रखें कि हर निवेश का स्पष्ट लक्ष्य होना चाहिए। टैक्स बचाने के लिए ईएलएसएस या पीएफ में 1.5 लाख रुपए तक निवेश किया जा सकता है।
लोन कम करने की योजना बनाएं
यदि आप पर कर्ज हो तो इस साल इन्हें कम करने का प्लान बनाएं। क्रेडिट कार्ड लोन हो तो उसे फौरन चुकाएं क्योंकि यह महंगा लोन है। होम लोन जैसा कोई बड़ा लोन हो तो उन सभी तरीकों पर गौर करें जिनसे लोन कम किया जा सकता है। अगर ब्याज दर ज्यादा है तो रिफाइनेंस या बैलेंस ट्रांसफर के बारे में सोचें। दर उचित हो तो बढ़ती आय के साथ ईएमआई भी बढ़ाएं।
क्रेडिट स्कोर 750 से ऊपर ले जाएं
क्रेडिट स्कोर अगर 750 से कम हो तो इसका मतलब है कि आपकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। समय पर ईएमआई चुकाने से यह स्कोर अच्छा रहता है। इस साल की शुरुआत एक क्रेडिट रिपोर्ट चेक के साथ करें। पता करें कि आपका स्कोर क्या है। यदि यह 750 से कम हो तो साल के अंत तक इसे 750 से ऊपर पहुंचाने का लक्ष्य रखें।
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