स्पोर्ट्स डेस्क2 मिनट पहले
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WTC फाइनल मैच की दूसरी इनिंग में रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली गलत शॉट खेलकर आउट हुए।
ऑस्ट्रेलिया से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल हारने के बाद इंडिया के क्रिकेट लीजेंड्स टीम पर सवाल उठा रहे हैं। सचिन तेंदुलकर ने आर अश्विन जैसे स्पिनर को टीम से बाहर रखने पर हैरानी जताई। सुनील गावस्कर ने कहा कि कोहली ने खराब शॉट खेला। उनसे पूछना चाहिए कि वो क्या शॉट था।
टीम इंडिया के कप्तान ने फाइनल हारने के बाद रविवार को सफाई दी थी कि उनकी टीम के बल्लेबाजों के एकाग्रता में कोई कमी नहीं थी, बस टीम थोड़ा अलग बल्लेबाजी का प्लान लेकर उतरी थी।
कोहली, स्कॉट बोलैंड की ऑफ स्टंप पर बाहर जा रही बॉल को खेलने की कोशिश में स्लिप में लगे स्मिथ को कैच दे बैठे।
तेंदुलकर का सवाल- टेस्ट का नंबर वन बॉलर टीम में क्यों नहीं
सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया, “पहली पारी में इंडिया को ज्यादा स्कोर करना था, ताकि वो खेल में बने रहे। लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाए। टीम के लिए कुछ अच्छे मोमेंट्स भी थे। लेकिन मैं यह समझ नहीं पा रहा हूं कि अश्विन को टीम से बाहर क्यों रखा गया। जबकि अभी वो दुनिया का नंबर वन टेस्ट बॉलर है।
मैंने मैच से पहले भी कहा था कि टैलेंटेड स्पिनर्स हमेशा घूमने वाले विकेट के भरोसे नहीं रहते। वे उछाल और गति में बदलाव से विकेट का इस्तेमाल करते हैं। ये भी नहीं भूलना चाहिए कि ऑस्ट्रेलिया के टॉप 8 बल्लेबाजों में 5 लेफ्ट हैंडर थे।”
तेंदुलकर ने यह सवाल इसलिए भी उठाया, क्योंकि मौजूदा WTC सीजन में अश्विन ने 13 टेस्ट में 61 विकेट लिए हैं।
गावस्कर ने कहा- ऑफ स्टम्प से इतनी बाहर की गेंद पर शॉट क्यों खेला
गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, “कोहली का शॉट खराब था। वो बहुत ही साधारण शॉट था। आप मुझसे पूछने की बजाय कोहली से पूछें कि वो क्या शॉट था। हम इतनी बार बात कर चुके हैं कि मैच जीतने के लिए आपको बड़ी इनिंग की जरूरत होती है। आपको शतक मारने की जरूरत होती है। जब आप ऑफ स्टम्प से इतनी बाहर की गेंद पर शॉट खेलेंगे तो आप सेंचुरी कैसे बनाएंगे? शायद वो फिफ्टी के करीब थे इसलिए उनके दिमाग में बहुत कुछ चल रहा होगा। जडेजा के साथ भी ऐसा ही हुआ था, जब वो पहली पारी में 48 रन पर आउट हो गया।”
हार पर रोहित की 4 दलीलें
1. एक फाइनल की बजाय 3 मैचों की सीरीज हो
ऑस्ट्रेलिया से 209 रन से हारने के बाद रोहित ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “WTC फाइनल में एक मैच की बजाय तीन मैचों की सीरीज हो। हमने कड़ी मेहनत की, बड़ी टीमों को उनके घर में कड़ी टक्कर दी और लगातार दूसरी बार यहां तक पहुंचे, लेकिन केवल एक ही मैच खेलकर चैंपियनशिप गंवा दी। मुझे लगता है अगले WTC साइकल में तीन मैचों की सीरीज सही रहेगी।”
लियोन की बॉल पर रोहित स्वीप शॉट ट्राई करते हुए आउट हुए।
2. इंग्लैंड में ही फाइनल क्यों, जून में नहीं होना चाहिए
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने अगला WTC फाइनल लॉर्ड्स पर खेले जाने की घोषणा पहले ही कर दी है। ऐसे में रोहित ने कहा, ‘यह मैच कहीं भी कराया जा सकता है। जून में फाइनल नहीं होना चाहिए। यह साल में किसी भी समय हो सकता है। सिर्फ इंग्लैंड में ही नहीं, बल्कि कहीं भी हो सकता है।
3. तैयारी के लिए 20-25 दिन चाहिए थे
टीम इंडिया के कप्तान बोले, “ऐसे फाइनल के लिए 20 से 25 दिन की तैयारी चाहिए। पिछली बार इंग्लैंड में हमने यही किया था और नतीजा आपने देखा। हम 2-1 से आगे थे जब अगला मैच स्थगित हुआ था। टेस्ट क्रिकेट में काफी अनुशासन की जरूरत है।”
4. हमने बल्लेबाजों को खुलकर खेलने की छूट दी
रोहित ने ये माना कि दूसरी इनिंग में कई गलत शॉट्स खेले गए, लेकिन उन्होंने टीम की बेहद आक्रामक बैटिंग पर कुछ नहीं कहा। रोहित ने कहा, “हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। आखिरी दिन सुबह हमने कुछ खराब शॉट्स खेले और इस वजह से हम टारगेट तक नहीं पहुंच पाए। हमने अपने लड़कों को खुलकर खेलने का मैसेज दिया था। अगर हिट मारनी है तो मारो। टेस्ट हो, टी-20 या वनडे हो, हम दबाव नहीं लेना चाहते। अगर आप इस मानसिकता से खेलते हैं तो आपके ऑलआउट होने के भी चांस होते हैं। हम अलग तरह से खेलना चाहते थे।”
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