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LIC IPO का तीसरा दिन: इश्यू अब तक 1.38 गुना सब्सक्राइब हुआ, पॉलिसीधारकों के रिजर्व पोर्शन के लिए 4.01 गुना बोली

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नई दिल्ली8 घंटे पहले

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LIC के IPO को निवेशकों का शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। इश्यू तीसरे दिन तक 1.38 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। दूसरे दिन ही ये 100% सब्सक्राइब हो गया था। अब तक 16.2 करोड़ शेयरों के ऑफर साइज के मुकाबले 22.34 करोड़ शेयरों के लिए बोली मिली है।

पॉलिसीधारकों के लिए रिजर्व रखा गया पोर्शन 4.01 गुना, स्टाफ 3.06 गुना और रिटेल निवेशकों का हिस्सा 1.23 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। QIB ने अपने आवंटित कोटे के 56% शेयरों के लिए बोली लगाई है जबकि NII ने अपने हिस्से में से 75% शेयरों के लिए बोली लगाई है।

LIC का ग्रे मार्केट प्रीमियम आधा हुआ
IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम 50% से ज्यादा घटकर 42 रुपए हो गया है। पहले ये 85 रुपए था। मार्केट के बदले सेंटीमेंट्स को इस गिरावट का कारण माना जा रहा है। दरअसल, अमेरिका के फेड ने ब्याज दरों में इजाफा किया है जिस कारण ग्लोबल मार्केट दबाव में है। सेंसेक्स में भी करीब 1000 पॉइंट और निफ्टी में करीब 300 पॉइंट की गिरावट रही।

एंकर निवेशकों से जुटाए 5,630 करोड़
भारत सरकार LIC में अपनी 3.5% हिस्सेदारी बेचकर करीब 21,000 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। IPO का प्राइस बैंड 902-949 रुपए है। LIC ने 2 मई को 949 रुपए के हिसाब से 59.3 मिलियन शेयर के बदले 123 एंकर निवेशकों से 5,630 करोड़ रुपए जुटाए थे।

17 मई को शेयर लिस्ट होंगे
अब अन्य निवेशकों के लिए बचे हुए शेयरों के लिए 4 मई को इश्यू खुला है। 9 मई को इश्यू क्लोज होने के बाद 17 मई को शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होंगे। ज्यादातर मार्केट एनालिस्ट ने IPO में पैसा लगाने की सलाह दी है।

क्या सभी को शेयर मिलेंगे?
LIC का इश्यू साइज 21 हजार करोड़ रुपए का है। ये भारत का अब तक का सबसे बड़ा IPO है। इसलिए IPO के लिए अप्लाई करने वाले ज्यादातर लोगों को शेयर मिलने की संभावना काफी ज्यादा है। यानी आप कह सकते हैं कि IPO भरने वाले सभी लोगों को शेयर मिलेंगे।

सरकार LIC में हिस्सेदारी क्यों बेच रही है?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक इकोनॉमी मुश्किल दौर में है। सरकार की देनदारी काफी ज्यादा बढ़ गई है। सरकार को पैसे की सख्त जरूरत है और वह अपनी फंडिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए बहुत ज्यादा उधार नहीं लेना चाहती। इस समय ऐसा करने का शायद यही सबसे बड़ा कारण है।

LIC की 209 से 2,048 ब्रांच हुई
LIC की ग्रोथ की बात करें तो 1956 में LIC के देशभर में 5 जोनल ऑफिस, 33 डिवीजनल ऑफिस और 209 ब्रांच ऑफिस थे। आज 8 जोनल ऑफिस, 113 डिवीजनल ऑफिस और 2,048 फुली कंप्यूटराइज्ड ब्रांच ऑफिस हैं। इनके अलावा 1,381 सैटेलाइट ऑफिस भी हैं।

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