IPO से जुड़ी अहम बातें: पैसा लगाने से पहले किन बातों का रखें ध्यान, ये सावधानियां बरतने से मिल सकता अच्छा रिटर्न
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मुंबई22 मिनट पहले
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अगले कुछ महीनों में बड़ी संख्या में IPO आने वाले हैं। पेटीएम, बजाज एनर्जी, नायका और LIC के IPO इस फाइनेंशियल ईयर के अंत तक बाजार में आ जाएंगे।कोरोना महामारी के बीच IPO बाजार ने 13 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बीते 6 महीने में IPO के जरिये कंपनियां 27 हजार 417 करोड़ रुपए जुटा चुकी हैं। यह 2008 के बाद पहली बार हुआ है कि सिर्फ 180 दिनों में कंपनियों ने इतनी बड़ी रकम जुटाई है। 2020 में लिस्ट हुए कुछ IPO स्टॉक अपने इश्यू प्राइस से ऊपर कारोबार कर रहे हैं, तो कुछ में लिस्टिंग के बाद से 400% तक की बढ़ोतरी हुई है।
अगर आप IPO में पैसा लगाना चाहते हैं तो आपको इन 10 बातों को जरूर जानना चाहिए।
1. रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जरूर देखें
जब कंपनी शेयर बेचकर फंड जुटाना चाहती है तो कंपनी द्वारा मार्केट रेगुलेटर सेबी को ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दायर किया जाता है। DRHP बताता है कि कंपनी जुटाए गए फंड का इस्तेमाल कहां करेगी। साथ ही निवेशकों के लिए संभावित रिस्क की भी जानकारी देती है। इस लिए IPO में पैसा लगाने से पहले रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जरूर देखना चाहिए।
2. IPO से जुटाए गए फंड का इस्तेमाल कहां होगा
पैसा लगाने से पहले यह देखना भी जरूरी है कि कंपनी IPO से जुटाए पैसे का इस्तेमाल कहां और कैसे करने वाली है। अगर कंपनी कहती है कि पैसे का इस्तेमाल आंशिक रूप से कर्ज चुकाने और बिजनेस को बढ़ाने या फिर सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी, तो यह बताता है कि कंपनी सही जगह निवेश करेगी, जो एक निवेशक के लिए अच्छा है।
3. कंपनी के बिजनेस को समझे
निवेश करने से पहले कंपनी के बिजनेस को जरूर समझना चाहिए। अगर कंपनी का कारोबार बाजार में अच्छा चल रहा है तो निवेश किया जा सकता है। कारोबार में कोई ग्रोथ नहीं है या फिर कंपनी बाजार में नाम नहीं बना पा रही तो ऐसे में निवेशक को IPO से दूर रहना चाहिए।
4. प्रोमोटर बैकग्राउंड और मैनेजमेंट टीम
एक निवेशक को जरूर जान लेना चाहिए कि कंपनी कौन चला रहा है। कंपनी के प्रमोटर्स और मैनेजमेंट कैसे हैं। जो कंपनी के सभी कामों में अहम भूमिका निभाते हैं। कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए कंपनी का मैनेजमेंट जिम्मेदार होता है।
5. बाजार में कंपनी की क्षमता
निवेशक IPO के समय कंपनी के बारे में बढ़ती जागरूकता के साथ बाजार में बिजनेस की क्षमता का विश्लेषण कर सकता है। कंपनी के पास एक अच्छा बिजनेस मॉडल होना चाहिए। अगर कंपनी फंड जुटाने के बाद अच्छा प्रदर्शन करती है, तो निवेशकों को IPO के दौरान किए गए निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
6. कंपनी की स्ट्रेंथ और स्ट्रेटजी
निवेशक DRHP से कंपनी की स्ट्रेंथ और स्ट्रेटजी के बारे में पता लगा सकते हैं। यह जानने कोशिश करनी चाहिए कि इंडस्ट्री में कंपनी की क्या पॉजिशन है।
7. कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ और वैल्यूएशन
निवेशकों को IPO में पैसा लगाने से पहले कंपनी की फाइनेंशियल कंडीशन को समझना चाहिए। पिछले सालों में कंपनी को कितना फायदा या घाटा हुआ है और आय में कितनी कमी या बढ़ोतरी हुई है। अगर कंपनी के मुनाफे और आय में बढ़ोतरी हुई है तो IPO में पैसा लगाना सही है।
8. कंपनी का तुलनात्मक मूल्यांकन
निवेशकों को कंपनी के साथियों का बारीकी से अध्ययन करना चाहिए। DRHP में फाइनेंशियल नंबर और वैल्यूएशन दोनों के आधार पर ये जानकारी होती है।
9. रिस्क फैक्टर
निवेशक DRHP से रिस्क फैक्टर का पता लगाया जा सकता है। रिस्क फैक्टर यानी कंपनी से जुड़ी वो बातें जो भविष्य में कंपनी के लिए खतरा बनें। जैसे किसी तरह के मुकदमे दर्ज होना।
10. निवेशक का इन्वेस्टमेंट पर स्पष्ट रहना
निवेशक को यहां स्पष्ट रहना होगा कि वह लिस्टिंग गैन के लिए IPO में पैसा लगा रहा है या फिर लॉन्ग टर्म निवेश के लिए। क्योंकि लिस्टिंग गैन बाजार के मूड पर निर्भर करता है और लॉन्ग टर्म निवेश कंपनी की ग्रोथ और काम पर निर्भर करता है।
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