8 मिनट पहले
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इंडियन प्रीमियर लीग के मीडिया राइट्स बेचकर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) बंपर कमाई करने वाला है। 2023 से 2027 तक पांच सीजन के राइट्स की नीलामी से बोर्ड 7.2 बिलियन डॉलर (करीब 54 हजार करोड़ रुपए) की कमाई कर सकता है। अभी टेंडर डॉक्यमेंट्स की बिक्री हो रही है। अब तक टीवी 18 वायकॉम, डिज्नी, सोनी, जी, अमेजन और एक अन्य कंपनी ने डॉक्यूमेंट्स खरीदे हैं। माना जा रहा है कि अमेरिकी कंपनी एपल भी जल्द ही डॉक्यूमेंट्स खरीद सकती है।
10 मई तक खरीदे जा सकते हैं डॉक्यूमेंट्
मीडिया राइट्स के टेंडर डॉक्यूमेंट्स 10 मई तक खरीदे जा सकते हैं। इसके बाद करीब एक महीने तक जमा किए गए डॉक्यूमेंट्स की जांच होगी और जून के दूसरे सप्ताह में नीलामी जीत कर राइट्स हासिल करने वाली कंपनियों के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
चार अलग-अलग बकेट की होगी नीलामी
BCCI इस बार मीडिया राइट्स के चार अलग-अलग बकेट की नीलामी कर रहा है। पहला बकेट भारतीय उपमहाद्वीप में टीवी राइट्स का है। दूसरा बकेट डिजिटल राइट्स का है। तीसरे बकेट में 18 मैच शामिल किए गए हैं। इन 18 मैचों में सीजन का पहला मैच, वीकएंड पर होने वाले हर डबल हेडर में शाम वाला मैच और चार प्लेऑफ मुकाबलों को रखा गया है। चौथे ब्रैकेट में भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर के प्रसारण अधिकार शामिल हैं।
32,890 करोड़ रुपए है बेस प्राइस
BCCI ने सभी चार बकेट को मिलाकर कुल 32,890 करोड़ रुपए का बेस प्राइस तय किया है। हर मैच के टेलिविजन राइट्स का बेस प्राइस 49 करोड़ रुपए तय किया है। वहीं, एक मैच के डिजिटल राइट्स का बेस प्राइस 33 करोड़ रुपए रखा गया है। 18 मैचों के क्लस्टर में हर मैच का बेस प्राइस 16 करोड़ रुपए है। भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर के राइट्स के लिए प्रति मैच बेस प्राइस 3 करोड़ रुपए है। इस तरह कुल रकम 32,890 रुपए होती है। बोर्ड को उम्मीद है कि उसे करीब 54 हजार करोड़ रुपए मिलेंगे।
दो दिन होगी राइट्स की नीलामी
बोर्ड ने बताया है कि पहले और दूसरे बकेट की नीलामी एक दिन होगी। वहीं, तीसरे और चौथे बकेट की नीलामी उसके अगले दिन की जाएगी। यह प्रक्रिया ई-ऑक्शन के जरिए पूरी होगी। पहले बकेट की विजेता कंपनी को दूसरे बकेट के लिए दोबारा बोली लगाने की इजाजत होगी। यानी अगर दूसरा बकेट किसी और कंपनी ने खरीदा है तो पहला बकेट खरीदने वाली कंपनी उससे ज्यादा रकम देकर उसे हासिल कर सकती है। इसी तरह दूसरे बकेट की विजेता कंपनी को तीसरे बकेट के लिए फिर से बोली लगाने की इजाजत होगी।
भारतीय उपमहाद्वीप के टीवी राइट्स भारतीय कंपनी को ही मिलेंगे
BCCI ने बताया है कि भारतीय उपमहाद्वीप के टीवी राइट्स के लिए सिर्फ वही कंपनी बोली लगा सकती है जो भारत में रजिस्टर्ड ब्रॉडकास्टर हो और उसका नेटवर्थ 1 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा हो। दूसरे, तीसरे और चौथे बकेट के लिए बोली लगाने वाली कंपनी का नेटवर्थ कम से कम 500 करोड़ रुपए होना जरूरी है।
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