एक ही IPL टीम से खेलेंगे अश्विन और बटलर: 2019 में मांकड़िंग विवाद के चलते चर्चा में आए थे, बटलर ने आज नीलामी के बाद कहा- नो प्रॉब्लम
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- In 2019, Mankadig Came Into The Limelight Due To Controversy, Rajasthan Added Ashwin With Them In The Auction.
नई दिल्लीकुछ ही क्षण पहले
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मांकड़िंग विवाद को लेकर चर्चा में आए रविचंद्रन अश्विन और जोस बटलर एक ही टीम के लिए खेलेंगे। IPL फैंस ने कभी ये सोचा भी नहीं होगा कि इतने बड़े विवाद के बाद दोनों एक ही टीम में नजर आ सकते हैं, लेकिन शनिवार को यह सच हुआ ,जब अश्विन को राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा। जोस बटलर को पहले ही राजस्थान की टीम ने रिटेन कर लिया है।
अब दोनों स्टार खिलाड़ी IPL 2022 में शामिल होंगे और वो भी एक ही टीम में। अश्विन को राजस्थान की टीम में लिए जाने को लेकर पहले ही फ्रेंचाइजी ने जोस बटलर से बात कर ली थी।
इसको लेकर बटलर ने कहा था कि उन्हें इससे कोई दिक्कत नहीं है। अश्विन की सैलरी पहले दिल्ली में 7 करोड़ 60 लाख थी। 2022 के मेगा ऑक्शन में उन्हें 5 करोड़ में राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा है।
जोस बटलर को अश्विन ने बनाया था मांकड़िंग का शिकार
26 मार्च 2019 को राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स के बीच मुकाबला खेला जा रहा था। राजस्थान रॉयल्स के ओपनर जोस बटलर कमाल की बल्लेबाजी कर रहे थे। अचानक अश्विन ने बटलर को नॉन-स्ट्राइकर एंड से बाहर निकलने पर रन आउट कर दिया।
इसके बाद अश्विन और बटलर के बीच जमकर बहस हुई। अश्विन का कहना था कि उन्होंने पहले बटलर को आगे बढ़ने से मना कर रहे थे, लेकिन वो बार-बार बाहर निकल रहे थे। इसलिए मैंने उनको मांकड़िंग आउट किया था। बता दें कि नॉन स्ट्राइकर एंड पर बल्लेबाज के बाहर निकलने पर गेंदबाज के उसे रन आउट किए जाने को मांकड़िंग कहा जाता है।
राजस्थान रॉयल्स 185 रनों के टारगेट का पीछा कर रही थी। जब अश्विन ने बटलर को आउट किया तब स्कोर 108/2 पर था और ऐसा लग रहा था कि बटलर ये मुकाबला राजस्थान को आराम से जीता देंगे। उस समय बटलर 69 रन बनाकर खेल रहे थे, लेकिन बटलर के मांकड़िंग आउट होने पर राजस्थान आखिरी ओवर तक 9 विकेट के नुकसान पर 170 रन ही बना पाई और पंजाब ने ये मुकाबला 14 रनों से जीत लिया था।
अश्विन की हुई थी काफी आलोचना
उस समय अश्विन को इस तरह आउट करने के इस मामले पर लोगों की राय बंट गईं थी। लोगो इसे खेल की भावना के खिलाफ बता कर अश्विन की काफी आलोचना की थी जबकि कई लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने इसे पूरी तरह से सही बताया और इसके बजाय बटलर को क्रीज को अच्छी तरह से आगे बढ़ाकर फायदा उठाने के लिए कहा। अश्विन ने एक साल बाद कहा था कि मैंने अपने पूरे करियर में एक लेवल पर भी कोई डिमेरिट पॉइंट नहीं किया है। मैंने जो किया, वही किया, जो नियम कहते हैं।
मांकडिंग आया कहां से?
बता दें कि मांकडिंग नियम क्रिकेट में लागू तो होता है लेकिन इसे खेल भावना के विपरीत आचरण माना जाता है। जब गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले नॉन स्ट्राइकिंग एंड का बल्लेबाज क्रीज से बाहर निकल जाता है और बॉलर अपना हाथ रोककर उस छोर की गिल्लियां गिरा देता है तो इसे मांकडिंग कहा जाता है। आईपीएल में इस तरह से आउट होने वाले पहले बल्लेबाज जोस बटलर ही थी।
बात 13 दिसंबर 1947 की है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक टेस्ट मैच के दौरान भारत के वीनू मांकड़ ने ऑस्ट्रेलिया के विल ब्राउन को इसी तरह से आउट किया था। इसके बाद से वीनू के सरनेम के आधार पर यह तरीका ‘मांकडिंग’ कहलाया।
क्रिकेट में यह नियम लागू तो होता है लेकिन राय बंटी हुई है। कुछ जानकार और पूर्व खिलाड़ी इसके पक्ष में हैं तो कुछ का कहना है कि बल्लेबाज को आउट करने का यह तरीका खेल भावना के विपरीत है।
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