लंदन ओलिंपिक का रिकॉर्ड टूटेगा: ओलिंपिक मेडलिस्ट शूटर विजय कुमार बोले- टोक्यो में 2012 ओलिंपिक के मुकाबले ज्यादा मेडल आएंगे; शूटिंग में सबसे ज्यादा 4 मेडल की उम्मीद
- Hindi News
- Sports
- Olympic Games Tokyo 2021 London Olympic Records Will Be Broken Olympic Medalist Shooter Vijay Kumar Said Tokyo Will Have More Medals Than The 2012 Olympics; Maximum 4 Medals Expected In Shooting
नई दिल्ली3 मिनट पहलेलेखक: राजकिशोर
- कॉपी लिंक
ओलिंपिक मेडलिस्ट शूटर विजय कुमार का कहना है कि टोक्यो ओलिंपिक में लंदन ओलिंपिक का सबसे ज्यादा मेडल जीतने का रिकॉर्ड टूट सकता है। विजय कुमार को भरोसा है कि 2012 लंदन ओलिंपिक के रिकॉर्ड तोड़ने में शूटर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उनका कहना है कि इस बार टोक्यो में शूटिंग में चार से ज्यादा मेडल आ सकते हैं।
लंदन ओलिंपिक में भारत ने पहली बार 6 मेडल जीते थे। वहीं शूटिंग में भी पहली बार दो शूटर मेडल जीतने में सफल हुए थे। विजय कुमार ने 25 मीटर एयर पिस्टल रैपिड फायर में सिल्वर मेडल जीता था। इसके अलावा गगन नारंग ने भी 10 मीटर एयर राइफल में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। टोक्यो में मेडल की उम्मीदों को लेकर दैनिक भास्कर ने विजय कुमार से बातचीत की। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश-
लंदन ओलिंपिक में पहली बार शूटिंग में दो मेडल आए थे, इस बार शूटिंग में क्या उम्मीद कर रहे हैं?
मुझे पूरा भरोसा है कि टोक्यो में 2012 लंदन ओलिंपिक के शूटिंग में सबसे ज्यादा मेडल जीतने का रिकॉर्ड टूट जाएगा। लंदन में मैंने और गगन नारंग ने मेडल जीते थे। पहली बार शूटिंग में दो मेडल आए थे। टोक्यो में मैं चार से ज्यादा मेडल शूटिंग में उम्मीद कर रहा हूं, क्योंकि पहली बार 15 शूटर 19 मेडल की दावेदारी पेश कर रहे हैं। वहीं कई टीम इवेंट भी अब ओलिंपिक में शामिल हुए हैं, मुझे टीम इवेंट में ज्यादा मेडल लाने की उम्मीद है। वहीं इंडिविजुअल में भी मेडल आ सकते हैं, क्योंकि क्वालिफाई करने वाले अधिकांश शूटरों का परफॉर्मेंस शानदार रहा है। टीम में अनुभवी शूटर भी हैं। ऐसे में मुझे पूरा भरोसा है कि हमारे शूटर टोक्यो में नए कीर्तिमान बनाएंगे।
क्या इस बार टोक्यो में ओवरऑल सबसे ज्यादा मेडल जीतने का रिकॉर्ड टूटेगा?
जी मुझे भरोसा है कि इस बार हमारे एथलीट लंदन के रिकॉर्ड को तोड़ नया कीर्तिमान बनाएंगे। इस बार सबसे बड़ा दल भाग ले रहा है। लंदन में हमने 6 मेडल जीते थे, जिसमें दो मेडल तो हमने शूटिंग में जीते थे और दो कुश्ती में आए थे। सुशील कुमार ने सिल्वर और योगेश्वर दत्त ने ब्रॉन्ज मेडल जीता थे। मुझे भरोसा है कि इस बार 6 से ज्यादा मेडल ओवर ऑल आएंगे। शूटिंग के अलावा कुश्ती और बॉक्सिंग में भी मैं मेडल की उम्मीद कर रहा हूं। एथलेटिक्स और हॉकी में भी मुझे मेडल की उम्मीद है।
जिस राज्य से खिलाड़ी ओलिंपिक मेडल जीते हैं, उसके बाद वहां से ज्यादा एथलीट निकलकर आए हैं? लेकिन आपके स्टेट हिमाचल प्रदेश में ऐसा नहीं हो पाया?
जी मेरे स्टेट हिमाचल प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने का प्रयास किए जाने की जरूरत है। हमें अपने पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा से सीखना चाहिए। मेरा मानना है कि वहां की सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। हरियाणा और पंजाब ने ओलिंपिक में मेडल जीतने पर करोड़ों रुपए इनाम देने की घोषणा की है। जबकि हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से अब तक ऐसी कोई घोषणा की गई है, सुनने में नहीं आया है।
इस बार कोरोना की वजह से ओलिंपिक गेम्स में कोई खास बदलाव होने की संभावना है, आपके समय में और इस बार आपको क्या बदलाव नजर आ रहे हैं?
देखिए कोरोना प्रोटोकॉल के तहत कुछ एहतियात बरती जा रही हैं। दर्शक शायद नहीं होंगे। पहले भी गेम्स खत्म होने के दो दिन बाद खिलाड़ी गेम्स विलेज को छोड़ देते थे, शेड्यूल इसी आधार पर तैयार की जाती थी, अब भी 48 घंटे के अंदर खाली करना है। वहीं पांच दिन पहले गेम्स में एंट्री दी जा रही है, पहले भी ऐसा ही था। मुझे नहीं लगता है कि ओलिंपिक के आयोजन में कोई खास बदलाव हो रहे हैं।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.