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हाईकोर्ट का आदेश: इन्वेस्को के मामले में जी एंटरटेनमेंट को बुलानी ही होगी EGM, कल तक बताना होगा तारीख

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मुंबई9 मिनट पहले

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आखिरकार जी एंटरटेनमेंट को एक्स्ट्रा जनरल मीटिंग (EGM) बुलाना ही होगा। बॉम्बे हाईकोर्ट ने गुरुवार को जी एंटरटेनमेंट को आदेश दिया कि वह EGM बुलाए। साथ ही वह EGM की तारीख शुक्रवार तक बताए।

जी एंटरटेनमेंट को EGM बुलानी ही होगी

हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद अब जी एंटरटेनमेंट को EGM बुलानी ही होगी। यह EGM इन्वेस्को की अपील पर बुलाई जाएगी। जी की ओर से पेश वकील ने कोर्ट को बताया कि शुक्रवार सुबह तक EGM की तारीख बता दी जाएगी। कोर्ट ने कहा कि EGM में रिटायर जज चेयरमैन होंगे। बता दें कि इन्वेस्को की करीबन 18% हिस्सेदारी जी एंटरटेनमेंट में है। उसने जी एंटरटेनमेंट में कॉर्पोरेट गवर्नेंस सहित अन्य मुद्दे उठाए थे।

11 सितंबर को इन्वेस्को ने लिखा था पत्र

इन्वेस्को ने 11 सितंबर को जी एंटरटेनमेंट को EGM बुलाने को कहा था। जी ने EGM बुलाने से मना कर दिया था। इसके बाद इन्वेस्को ने NCLT में मामला दर्ज कराया था। NCLT ने दो दिन में मीटिंग बुलाने की तारीख बताने का आदेश दिया। पर जी एंटरटेनमेंट NCLT के ट्रिब्यूनल में चली गई। ट्रिब्यूनल ने इसके लिए दो हफ्ते का समय जी को दिया था।

बोर्ड ऑफ डायरेक्टर को हटाने की मांग

इन्वेस्को की मांग है कि जी एंटरटेनमेंट के अभी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर को हटाकर नया बोर्ड लाया जाए। इसमें कंपनी के MD पुनीत गोयनका भी शामिल हैं। हालांकि जी ने इससे मना कर दिया था। इन्वेस्को के इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद दो स्वतंत्र निदेशकों ने 11 सितंबर को ही इस्तीफा दे दिया था। इन्वेस्को ने नए बोर्ड के लिए 6 नाम भी दे दिया था।

जी ने कहा नहीं बुलाएगी मीटिंग

एक अक्टूबर को जी के बोर्ड ने कहा कि वह कोई मीटिंग नहीं बुलाएगा। 2 अक्टूबर को उसने हाईकोर्ट में इन्वेस्को की अपील को खारिज करने के लिए पिटीशन फाइल किया। कोर्ट ने 13 अक्टूबर को कहा कि वह इस मामले की सुनवाई 21 अक्टूबर को करेगी। कोर्ट ने 20 अक्टूबर तक इन्वेस्को को एफिडेविट फाइल करने का आदेश दिया था।

इन्वेस्को रिलायंस के साथ जी की डील कराना चाहती थी

पिछले हफ्ते जी एंटरटेनमेंट के बोर्ड ने बताया कि इनवेस्को खुद एक बड़े भारतीय समूह और कुछ संस्थाओं के साथ विलय के लिए प्रस्ताव लेकर आई थी। विलय के बाद बनी इकाई में पुनीत गोयनका को MD बनाने की पेशकश की गई थी और 4% हिस्सेदारी देने की भी बात की गई थी। जी एंटरटेनमेंट ने आरोप लगाते हुए कहा कि इनवेस्को की बातें विरोधाभासी हैं। इस मामले में नाम आने के बाद रिलायंस ने कहा कि यह दुखद बात है कि दोनों के बीच में उसका नाम घसीटा जा रहा है।

जी ने सोनी पिक्चर्स के साथ डील की

इन्वेस्को की मीटिंग बुलाने की मांग के बीच ही जी एंटरटेनमेंट ने सोनी पिक्चर के साथ डील कर ली। इस डील को 90 दिनों में पूरा किया जाना है। प्रस्तावित सौदे में विलय के बाद बनी इकाई में सोनी इंडिया की लगभग 53% हिस्सेदारी और शेष जी एंटरटेनमेंट के पास होगी। इस विलय का इन्वेस्को विरोध कर रही है। नियम के अनुसार, अगर कोई कंपनी किसी कंपनी में 10% से ज्यादा की निवेशक है और वह EGM बुलाने के लिए नोटिस देती है, तो कंपनी को 3 हफ्ते के अंदर EGM बुलानी होती है। जी एंटरटेनमेंट में इन्वेस्को की 18% के करीब हिस्सेदारी है।

पुनीत गोयनका को हटाने की होगी मांग

EGM में इन्वेस्को शेयरधारकों से यह पूछ सकती है कि वह जी एंटरटेनमेंट के MD पुनीत गोयनका को हटाने के लिए वोट करें। साथ ही 6 नए स्वतंत्र निदेशकों को जी के बोर्ड पर नियुक्त करने के लिए वोट करें। जी एंटरटेनमेंट में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 4.77% जबकि फंड हाउसेज और दूसरे निवेशकों की हिस्सेदारी 95.23% है। विदेशी निवेशकों के पास 67.72% और LIC के पास 4.89% हिस्सा है।

सूत्रों के मुताबिक, ग्लोबल असेट मैनेजमेंट कंपनी होने के नाते इन्वेस्को, विदेशी निवेशकों को अपने पक्ष में मोड़ सकती है। ऐसे में डील में पेंच फंस सकता है। जुलाई 2019 में इन्वेस्को ने कंपनी में 11% हिस्सेदारी खरीदने के लिए जी एंटरटेनमेंट के प्रमोटर्स के साथ डील की थी। यह सौदा 400 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 4,224 करोड़ रुपए में हुआ था।

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