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नई दिल्ली/सोनीपत4 दिन पहले
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सुशील कुमार (फाइल फोटो)
- बेहद तनाव में रहा, चेहरे पर दिख रहा था गलती का अहसास
दो बार देश के लिए ओलिंपिक में मेडल जीतने वाले सुशील की पुलिस हिरासत में पहली रात बेहद तनाव भरी रही। उसे खुद की गलती का अहसास भी शायद होने लगा है, तभी वह पुलिस अधिकारियों के सामने रो भी चुका है। देर रात मॉडल टाउन थाने में वह दो बजे तक ठहरा।
इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम उसे पूछताछ के लिए शकरपुर स्थित अपने ऑफिस ले गई। क्राइम ब्रांच इस केस में पकड़े गए दोनों आरोपियों को छत्रसाल स्टेडियम भी लेकर जाएगी। वहां पुलिस सीन को रीक्रिएट करेगी। वहीं, सुशील के नीरज बवानिया गैंग और लॉरेंस बिश्नोई काला जठेड़ी गैंग से रिश्ते भी उजागर हो गए हैं। बदमाशों के पारिवारिक समारोह में भी सुशील शामिल होता था।
मदद करने वालाें में राष्ट्रीय हैंडबाॅल महिला खिलाड़ी का नाम भी आया
सुशील की मदद करने वालों में एक राष्ट्रीय महिला खिलाड़ी का नाम सामने आया है। वह हैंड बॉल प्लेयर हैै। पुलिस ने जब दोनों आरोपियों को मुंडका इलाके से पकड़ा, तब वे एक स्कूटी पर सवार थे। यह स्कूटी इस महिला खिलाड़ी के नाम पर ही रजिस्टर्ड है। पुलिस ने स्कूटी जब्त कर ली है।
केस के चश्मदीद सोनू महाल को मिली सुरक्षा
इस केस में सोनू महाल और अमित पीड़ित होने के साथ ही चश्मदीद भी हैं। पुलिस ने सोनू को सुरक्षा प्रदान की है। उसके साथ ड्यूटी पर दो पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। हिस्ट्रीशीटर सोनू सोनीपत के पिनाना का है। एक खास वर्ग सुशील और सोनू के परिवार के बीच समझौते की कोशिश में लगा है।
सागर के पिता की चिंता- कहीं केस को कमजोर न बना दिया जाए
सोनीपत, सागर धनखड़ की हत्या मामले में सुशील की गिरफ्तारी से सागर के कांस्टेबल पिता को संतुष्टि मिली थी। लेकिन, अब यह चिंता भी सता रही है कि केस को कमजोर किया जा सकता है। उनके मुताबिक सामने वाला पक्ष बहुत मजबूत है, उन्हें डर है कि वे किसी को भी खरीद सकते हैं।
ऐसे में यदि दिल्ली क्राइम ब्रांच के साथ एक और निष्पक्ष जांच इस मामले के साथ जोड़ दी जाए तो मामले की और बेहतर ढंग से जांच हो सकती है। हालांकि उन्हें स्पष्ट किया कि उन्हें अपनी दिल्ली पुलिस पर पूर्ण विश्वास है और वे आरोपी को उसके अंजाम तक पहुंचाने में भी सक्षम हैं।
सुशील के गैंगस्टर से संबंध खंगाले जाएं
सुशील पक्ष काफी ताकतवर है। वे किसी को खरीद भी सकते हैं। सुशील का दस साल का रिकॉर्ड खंगाला जाना चाहिए कि उसके किस-किस गैंगस्टर से संबंध थे। –अशोक धनखड़, सागर धनखड़ के पिता
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