नई दिल्ली5 मिनट पहले
भारत ने पांचवीं बार अंडर-19 वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया है। पूरे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के उपकप्तान शेख रशीद ने कमाल की बल्लेबाजी की। सेमीफाइनल और फाइनल दोनों मुकाबलों में उनका बल्ला खूब बोला। फाइनल मैच में इस खिलाड़ी ने शानदार 50 रनों की पारी खेली। दैनिक भास्कर ने इस शानदार जीत के बाद रशीद से बात की है। आइए आपको बताते हैं उन्होंने क्या कहा…
सवाल: आप लोगों ने कोरोना की चुनौतियों का सामना कैसे किया। आप और कप्तान यश धुल सहित 6 खिलाड़ी कोरोना संक्रमित हो गए थे। ऐसे में आप लोगों के दिमाग में क्या चल रहा था?
जवाब: दिमाग में निगेटिव बातें आ रही थीं। अभी टूर्नामेंट बाकी था। हमें समझ में नहीं आ रहा था कि हम कोरोना संक्रमित कैसे हो गए। इस दौरान वीवीएस लक्ष्मण सर सभी खिलाड़ियों से आधे घंटे तक रोजाना वीडियो कॉल से बात करते थे। सर ने सभी को मोटिवेट किया। सर के मोटिवेशन से ही हम लोग जल्द ही रिकवर कर पाए। सर कहते थे कि अभी क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल बाकी है। आप सोने से पहले ये सोचो की आप को इन महत्वपूर्ण मैचों में खेलना है और उसके लिए आप प्लानिंग करो और डायरी में लिखो।
सवाल: आप लोग एक-दूसरे से कैसे मोटिवेट करते थे ?
जवाब: कोरोना के संक्रमण से जूझ रहे सभी खिलाड़ी क्वारैंटाइन के दौरान एक-दूसरे से वीडियो कॉल और ग्रुप चैट और पर्सनल चैट पर बात करते थे और एक-दूसरे का हाल चाल जानते थे और एक-दूसरे को मोटिवेट करते थे।
सवाल: जब आप कोरोना को मात देकर, टीम के साथ जुड़े, तो अपने फॉर्म को पाने के लिए क्या किया?
जवाब: हम लोग कोविड के दो निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद टीम के साथ जुड़ गए। जब हम प्रैक्टिस के लिए मैदान पर उतरे को कोच ऋषिकेश कानिटकर ने हमें कहा कि आप अपने स्ट्रेंथ के बारे में सोचो और मैच में उसे इंप्रूव करो। मैने मैच के दौरान वहीं किया, जो सर ने कहा था।
सवाल: आप हैदराबाद के रहने वाले हैं, आपको बचपन में इनाम देने वाले खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण आपके साथ थे, ऐसे में आपको कितना फायदा मिला?
जवाब: सर मेरे से लोकल लैंग्वेज में बात करते थे, ऐसे में मुझे अपनापन महसूस होता था। वहीं सर ने अपने अनुभवों को शेयर किया। उन्होंने बताया कि इंग्लैंड में किस तरह खेलना है, उसके तुरंत बाद भारत में जाकर किस तरह खेलना है। किन परिस्थितियों में हमें क्या करना चाहिए। किस तरह के पिच पर हमें किस तरह की रणनीति अपना चाहिए। इसका हमें बहुत ज्यादा ही फायदा मिला।
सवाल: आपको यहां तक के सफर में आपके पिता, और घरवालों का कितना सहयोग रहा?
जवाब: मेरे प्रैक्टिस के लिए मेरे पापा ने जॉब को छोड़ दिया। वे हमेशा मुझे ग्राउंड पर ड्रॉप करते थे। खराब आर्थिक स्थिति का मेरे ऊपर किस भी तरह का प्रभाव नहीं पड़ने दिया।
सवाल: एशिया कप में जाने से पहले नेशनल क्रिकेट एकेडमी में लगे कैंप का कितना फायदा हुआ?
जवाब: एशिया कप में जाने से पहले बेंगलुरु में सीनियर इंडिया टीम के कोच राहुल द्रविड़ सहित कई सीनियर खिलाड़ियों से मुलाकात हुई थी। टीम इंडिया के कई सीनियर्स खिलाड़ी ने हमें मोटिवेट किया था और हम लोगों का मार्गदर्शन किया था। इससे मेरे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई।
सवाल: आपका इंडिया टीम में फेवरेट खिलाड़ी कौन हैं?
जवाब: यश धुल मेरे फेवरेट खिलाड़ी हैं। मेरा उनके साथ शानदार तालमेल है। हम जब साथ बल्लेबाजी करते हैं, तो हम सिंगल रन भी लेते हैं। यही खराब गेंद पर दोनों ही शॉट भी खेलते हैं। उनके साथ वर्ल्ड कप में हमारे बीच अच्छी पार्टनरशिप हुई।
सवाल: आप सेमीफाइनल में शतक से चूक गए थे, क्या इसका आपको अफसोस है?
जवाब: मैं सेमीफाइनल में शतक से चूक गया, लेकिन इस पारी से मेरे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई। मुझे खुशी है कि फाइनल में भी मैं टीम के लिए रनों से योगदान दे पाया और टीम को वर्ल्ड कप जीताने में अहम रोल निभाया।
सवाल: आप IPLमें किस टीम से खेलना से चाहते हैं?
जवाब: मैं चाहता हूं कि IPLमें मुझे चेन्नई सुपर किंग्स से खेलने का मौका मिले। हालांकि मैं ऑक्शन को लेकर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहा हूं।
सवाल: आप टीम इंडिया में अपने भविष्य को किस रूप में देखते हैं?
जवाब: मैं केवल अपने प्रदर्शन पर ध्यान देता हूं। मेरा फोकस यह होता है कि मैं अपनी क्षमता के अनुरुप मैच में प्रदर्शन करूं।
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