विराट के कप्तानी विवाद पर BCCI ने तोड़ी चुप्पी: कोषाध्यक्ष धूमल बोले – कोहली ने खुद छोड़ी कप्तानी, सेलेक्टर्स के फैसलों पर हमारा जोर नहीं
नई दिल्ली5 मिनट पहले
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विराट कोहली ने पिछले साल टी-20 फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ दी थी। इस दौरान उनके लाखों फैंस ने सोशल मीडिया पर बीसीसीआई पर विराट के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया था। गुस्सा इतना ज्यादा था कि पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली भी फैंस के आक्रोश से बच नहीं पाए थे। किंग कोहली का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान… यह नारा जोर-शोर से गूंज रहा था। अब इस पूरे मसले पर बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने चुप्पी तोड़ी है।
कोषाध्यक्ष की सफाई – कोहली ने अपनी मर्जी से छोड़ी कप्तानी
सभी मुद्दों पर भारतीय बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने सफाई देते हुए कुछ खुलासे किए हैं। धूमल ने कहा कि जो बातें चल रही हैं, गलत हैं। कोहली ने कप्तानी छोड़ने का फैसला खुद ही किया था। हमने उनके फैसले का सम्मान किया। सेलेक्शन के भी सभी मामले सेलेक्टर्स ही देखते हैं। उन्हें स्वतंत्र रूप से फैसले लेने की छूट है।
अरुण धूमल ने खेल पत्रकार विमल कुमार से उनके यूट्यूब चैनल पर कहा, विराट कोहली कोई साधारण खिलाड़ी नहीं है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए जो योगदान दिया है,वह बेहतरीन है। हम चाहते हैं कि विराट जल्द से जल्द फॉर्म में आएं। जहां तक टीम सेलेक्शन का सवाल है, तो हमने यह फैसले सेलेक्टर्स पर ही छोड़ दिया है। उनको ही फैसला करना है किसको टीम में रखें और किसे बाहर कर दें।
टी-20 के बाद वनडे क्रिकेट की कप्तानी से भी विराट को हाथ धोना पड़ा था
दरअसल टी-20 कप्तानी छोड़ने के बाद BCCI ने उनसे वनडे की कप्तानी भी छीन ली और रोहित शर्मा को दोनों फॉर्मेट की कमान सौंप दी। फिर इसी साल के शुरुआत में साउथ अफ्रीका से टेस्ट सीरीज हारने के बाद कोहली ने इस फॉर्मेट की कप्तानी भी छोड़ दी। इस बार भी रोहित को ही कमान सौंपी गई। यह सब देखकर विराट के फैंस का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। आखिरकार विराट से जुड़े विवाद पर बीसीसीआई के जिम्मेदार सदस्य की तरफ से सफाई आई है।
कोहली को एक्शन में देखना चाहते हैं धूमल
धूमल ने आगे कहा, ‘जहां तक कप्तानी का भी सवाल है कि तो उसमें भी कोहली का भी फैसला रहा था। उन्होंने ही फैसला किया था कि अब मुझे कप्तानी नहीं करनी है। हो सकता है किसी को लगे कि वर्ल्ड कप के बाद कप्तानी छोड़ दें, ये उनका मत है। मगर यहां कोहली कप्तानी छोड़ना चाहते थे। यह पूरी तरह से उनका ही फैसला था। हमने इसका सम्मान किया। उन्होंने क्रिकेट में काफी योगदान दिया है। हर क्रिकेट बोर्ड उनका सम्मान करता है। हम कोहली को मैदान पर एक्शन में देखना चाहते हैं।
विराट को 160+ की स्ट्राइक रेट से बनाने होंगे रन
तीन साल पहले तक भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ माने जाने वाले विराट कोहली इस समय करियर के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद उनका खामोश बल्ला मुंह नहीं खोल रहा। कोहली का आखिरी शतक 22 नवंबर 2019 को बांग्लादेश के खिलाफ आया था। इस बीच उनके सामने एक और विशाल चुनौती आन खड़ी हुई है। चुनौती यह है कि अगर उन्हें भारत की टी-20 टीम में बने रहना है तो 160+ के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करनी होगी।
हमने देखा है कि टीम इंडिया ने टी-20 क्रिकेट खेलने की एक बेहद ही आक्रामक रणनीति बना ली है। अब हमारे बल्लेबाज शुरुआत से लेकर अंत तक हमलावर रुख अपनाए रहते हैं। फोकस बड़ी पारी खेलने पर नहीं बल्कि आक्रामक पारी खेलने पर ज्यादा है। 130 के स्ट्राइक से बनाए गए 80 रन की अहमियत नहीं है। अब 200 के स्ट्राइक रेट से बनाए गए 30 रन ज्यादा कीमती हैं। विराट कोहली आम तौर पर 130 से 140 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हैं।
कुछ मौकों पर विराट ने 180 या 200 का स्ट्राइक रेट भी मेंटेन किया, लेकिन अभी जिस तरह की फॉर्म में वे हैं, उनके लिए 150 से अधिक की स्ट्राइक रेट से रन बनाना मुश्किल नजर आता है। इस साल इंटरनेशनल और IPL मिलाकर विराट ने जितने भी टी-20 खेले हैं, उनमें उनका स्ट्राइक रेट 120 से भी कम रहा है (देखें ग्राफिक्स)। रोहित शर्मा ने साफ कर दिया है कि अटैकिंग क्रिकेट रणनीति टीम आगे भी जारी रखेगी। सभी बल्लेबाजों को इसी के अनुसार बैटिंग करनी होगी। ऐसे में विराट को लेकर चयनकर्ता क्या फैसला करते हैं, देखना दिलचस्प होगा।
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