वर्क फ्रॉम होम कल्चर: कंपनियां अपना रही हैं हॉट डेस्किंग पॉलिसी, FY23 तक 40% घट सकती है किराए के ऑफिस स्पेस की मांग
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8 घंटे पहले
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- हॉट डेस्क पॉलिसी में एक डेस्क को कई एंप्लॉयी अलग-अलग दिन शेयर करते हैं
- FY21 से FY23 के बीच सालाना आधार पर 5 पर्सेंटेज पॉइंट बढ़ सकती है वेकेंसी
कोविड-19 के चलते वर्क फ्रॉम होम का कल्चर बढ़ने से ऑफिस स्पेस वाले रियल एस्टेट सेक्टर को बहुत नुकसान हुआ है। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (Ind-Ra) के मुताबिक, आर्थिक गतिविधियों में कमी के बीच प्रॉपर्टी की लीजिंग एक्टिविटी में तेज गिरावट आई। इसकी वजह से अगले कुछ वर्षों में लीज पर उपलब्ध ऑफिस स्पेस की सालाना डिमांड में 40% की कमी आ सकती है।
FY21 से FY23 के बीच सालाना आधार पर 5 पर्सेंटेज पॉइंट बढ़ सकती है वेकेंसी
रेटिंग एजेंसी Ind-Ra के मुताबिक, ऑफिस स्पेस की मांग में कमी आने के चलते FY21 से FY23 के बीच खाली पड़े स्पेस में सालाना आधार पर 5 पर्सेंटेज पॉइंट की बढ़ोतरी हो सकती है। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च का कहना है कि इसका सबसे ज्यादा असर ऑफिस स्पेस मुहैया कराने वाली नई कंपनियों पर होगा और उनको नई प्रॉपर्टी किराए पर देने में दिक्कत हो सकती है।
एक्सेंचर के सर्वे में लगभग 83% कर्मचारियों ने हाइब्रिड वर्क मॉडल को सपोर्ट किया
ऑफिस स्पेस ऑफर करनेवाली कंपनियों को कितनी दिक्कत होने वाली है, इसका पता टेक्नोलॉली फर्म एक्सेंचर के हालिया सर्वे से चलता है। सर्वे में शामिल लगभग 83% कर्मचारियों ने हाइब्रिड वर्क मॉडल को सपोर्ट किया, जिसमें 25% से 75% समय रिमोट वर्क करने का ऑप्शन था। Ind-Ra के मुताबिक, इसके लिए हॉट डेस्क जैसी पॉलिसी अपनाए जाने से ऑफिस स्पेस की मांग में तेज गिरावट आ सकती है।
हॉट डेस्क पॉलिसी अपना सकती हैं कंपनियां, एक डेस्क को शेयर करते हैं कई एंप्लॉयी
हॉट डेस्क पॉलिसी में एक डेस्क को कई एंप्लॉयी अलग-अलग दिन शेयर करते हैं। Ind-Ra के मुताबिक, अगर 2.5% एंप्लॉयी को भी हर दूसरे दिन ऑफिस आने के लिए कहा जाता है और इसके लिए कंपनियां हॉट डेस्क पॉलिसी अपनाती हैं तो ऑफिस स्पेस की जरूरत 1.25% घटेगी। Ind-Ra का कहना है कि हॉट डेस्किंग के दायरे में 2.5% से काफी ज्यादा एंप्लॉयी आ सकते हैं।
आने वाले वर्षों में ऑफिस स्पेस की मांग में 79 लाख वर्ग फुट की कमी आ सकती है
Ind-Ra के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020 में देश के टॉप 8 शहरों में कंपनियां 63.5 करोड़ वर्ग फुट का ऑफिस स्पेस यूज कर रही थीं। अगर 2.5% एंप्लॉयी को हॉट डेस्किंग की सुविधा दी गई तो आने वाले वर्षों में ऑफिस स्पेस की मांग में 79 लाख वर्ग फुट की कमी आ सकती है। यह वित्त वर्ष 2019 से 2020 के बीच सालाना मांग के 21% के बराबर होगी।
MNC अपना रहीं हाइब्रिड वर्क मॉडल, एंप्लॉयी को हर हफ्ते कुछेक दिन ऑफिस आना पड़ेगा
रेटिंग एजेंसी का यह भी कहना है कि हॉट डेस्किंग से शॉर्ट टर्म में कई वर्षों की मांग खत्म हो सकती है। इससे ऑफिस स्पेस मुहैया करने वाली रियल एस्टेट कंपनियों को बड़ी मुश्किल होगी। बहुत सी MNC हाइब्रिड वर्क मॉडल अपनाने का ऐलान कर चुकी हैं जिसमें एंप्लॉयी को हर हफ्ते कुछेक दिन ही ऑफिस आना पड़ेगा।
लिस्टेड REIT और रियल्टी कंपनियों का ऑक्यूपेंसी रेट चार तिमाहियों में 5 पर्सेंटेज पॉइंट घटा
Ind-Ra के मुताबिक, ऑफिस स्पेस पोर्टफोलियो वाले एक बड़े रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) का ऑक्यूपेंसी रेट FY21 के पहले क्वॉर्टर के 92.2% से घटकर चौथी तिमाही में 86.8% रह गया। दूसरे लिस्टेड REIT में ऑक्यूपेंसी FY21 की दूसरी तिमाही के 87.1% से घटकर चौथे क्वॉर्टर में 81.8% पर आ गया। लिस्टेड REIT और रियल्टी कंपनियों का ऑक्यूपेंसी रेट पिछली चार तिमाहियों में लगभग 500 बेसिस पॉइंट यानी 5 पर्सेंटेज पॉइंट घट गया।
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