रेस में चोटिल हुए तो फिर कमेंट्री करने लगे माइक: उनके होने पर रेस में बढ़ जाती है एथलीट्स की संख्या
4 दिन पहले
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एथलीट्स के लिए रेस के दौरान फिनिश लाइन पर सबसे पहले पहुंचना उपलब्धि होती है, लेकिन कई आयरनमैन एथलीट फिनिश लाइन पर पहुंचने पर होने वाली कमेंटरी के बारे में सोचते हैं। उनके लिए सबसे बड़ा मोटिवेशन फिनिश लाइन पहुंचने पर दर्शकों की चियरिंग और कमेंटेटर माइक राइली की मशहूर लाइन ‘यू आर एन आयरनमैन’ होता है। राइली के शब्द एथलीट्स पदक जितने कीमती हैं।
उनके शब्दों की अहमियत इतनी बढ़ चुकी है कि जब उन्होंने पूरे साल का शेड्यूल साझा किया तो रेस के लिए आवेदनों की संख्या बढ़ गई। राइली 33 साल में 214 आयरनमैन में कमेंट्री कर चुके हैं। उन्होंने कमेंटरी की शुरुआत 70 के दशक में की थी। तब वे 10 किमी की रेस में भाग लेने पहुंचे थे, लेकिन चोटिल हो गए।
इसके बाद अनाउंसर की कमी होने पर उन्हें रेस में माइक्रोफोन संभालने की जिम्मेदारी मिली। 1991 आयरनमैन चैम्पियनशिप में जब उनका एक दोस्त फिनिश लाइन पर पहुंचा तो राइली ने खुशी में चिल्लाते हुए कहा- ‘यू आर एन आयरनमैन’। राइली के इन शब्दों पर दर्शकों ने खूब चीयर किया। दर्शकों का उत्साह देखकर राइली ने वही शब्द अगले एथलीट के लिए भी दोहराए। इसके बाद राइली के ये शब्द एक उपलब्धि की तरह देखे जाने लगे।
उन्होंने करीब ढाई हजार एथलीट्स के लिए इन शब्दों का उपयोग किया। वे कहते हैं, ‘मैंने नहीं सोचा कि मुझे फुटबॉल अनाउंसर की तरह कोई सिग्नेचर लाइन चाहिए। फोकस था कि रेस पूरी करने पर मैं कैसे एथलीट को उसकी उपलब्धि का एहसास करवा सकता हूं। मुझे इन 4 शब्दों में वो ताकत नजर आई।’
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