रूरल इकोनॉमी पर कोविड का गहरा असर: ज्वैलरी इंडस्ट्री में नहीं होगी V शेप में रिकवरी, टीकाकरण बढ़ने से मिलेगा ग्रोथ को बढ़ावा
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2 घंटे पहले
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- दूसरी छमाही में त्योहारी सीजन करीब आने पर बढ़ सकती है ज्वैलरी की डिमांड
- FMCG और व्हाइट गुड्स कंपनियों के ट्रेंड दे रहे V शेप रिकवरी नहीं होने के संकेत
ज्वैलरी इंडस्ट्री की रिकवरी पिछले साल के मुकाबले सुस्त रह सकती है। यह बात इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनी टाइटन कह रही है। पिछले साल लॉकडाउन में सख्ती घटने के बाद घरेलू इंडस्ट्री में V शेप में रिकवरी हुई थी। यानी कारोबार में जितनी तेज गिरावट आर्इ थी, रिकवरी भी उतनी तेज हुई थी। टाइटन के मुताबिक, कोविड का असर गांव-गांव तक पहुंच गया है इसलिए इस साल इंडस्ट्री में रिकवरी सुस्त रह सकती है।
दूसरी छमाही में मांग बढ़ने की उम्मीद
कंपनी के ज्वैलरी डिविजन के सीईओ अजय चावला हालांकि, दूसरी छमाही में मांग बढ़ने की उम्मीद जता रहे हैं। उनके मुताबिक, ‘त्योहारी सीजन करीब होने पर ज्वैलरी की डिमांड बढ़ सकती है। ज्वैलरी ही नहीं, दूसरी FMCG और व्हाइट गुड्स कंपनियों के कारोबारी ट्रेंड से पता चलता है कि इस बार रिकवरी V शेप में नहीं होगी।’
टीकाकरण से जेम्स एंड ज्वैलरी में ग्रोथ बढ़ेगी
जेम एंड ज्वैलरी प्रमोशन काउंसिल (GJPEC) का कहना है कि टीकाकरण बढ़ने से जेम्स एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री में ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा। GJPEC के मुताबिक, दूसरी लहर पर रोकथाम के वास्ते की गई सख्ती से जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के कारोबार में भारी कमी आई है। लेकिन टीकाकरण का दायरा बढ़ाए जाने पर रिकवरी होने की काफी संभावना है।
तीसरी तिमाही में ग्रोथ के दौर में आई टाइटन
गौरतलब है कि पिछले साल लगभग दो महीने के लॉकडाउन के बाद ज्वैलरी के बिजनेस में तेज रिकवरी हुई थी। दो महीने तक दबी रही मांग तेजी से बाहर निकली, जिससे तिमाही आधार पर टाइटन की आमदनी में इजाफा हुआ। तीसरी तिमाही में त्योहारी सीजन की मांग निकलने पर कंपनी रिकवरी के दौर से निकलकर ग्रोथ के दौर में प्रवेश कर गई।
कमोबेश सभी स्टोर अप्रैल-मई में बंद रहे थे
देशभर में फैले कंपनी के 350 में से 272 स्टोर खुल चुके हैं। राज्यों में आने वाले हफ्तों में सख्ती घटने से और स्टोर खुलने लगेंगे। कंपनी ने अक्षय तृतीया के दौरान नए प्रॉडक्ट्स की लॉन्चिंग जुलाई तक के लिए टाल दी है। कोविड की दूसरी लहर के चलते कारोबार के लिहाज से पहली तिमाही बेहद खराब रही। कंपनी के कमोबेश सभी स्टोर अप्रैल-मई में बंद रहे थे।
गुजरात, पंजाब और हरियाणा में रिकवरी हुई
चावला ने कहा कि कुछ मार्केट में स्टोर खुले तीन हफ्ते से ज्यादा हो गए हैं। गुजरात, पंजाब और हरियाणा में रिकवरी हुई है जबकि मुंबई में कारोबार की हालत डांवाडोल रही है। मध्य प्रदेश में कारोबार सुस्त चल रहा है जबकि तमिलनाडु में दुकानें अभी तक बंद हैं।
सितंबर से मार्च तक 36% बढ़ा टर्नओवर
GJPEC के चेयरमैन कोलिन शाह के मुताबिक, पिछले साल सितंबर में 2.51 अरब डॉलर का एक्सपोर्ट हुआ था। इस साल मार्च में जेम एंड ज्वैलरी सेक्टर का टर्नओवर 36% बढ़कर 3.42 अरब डॉलर हो गया था। इसके अलावा सेक्टर को बैंक से मिलने वाला लोन पिछले साल जुलाई के 54,600 करोड़ रुपए से 15 पर्सेंट बढ़कर 62,700 करोड़ रुपए हो गया है। जेम एंड ज्वैलरी सेक्टर कंपनियों ने कोविड के दौरान सोच-समझकर फैसले लिए हैं। इससे उन पर बैंकों का भरोसा बढ़ा है।
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