यूक्रेन-रूस विवाद का असर: 51 हजार के करीब पहुंचा सोना, आने वाले 2-3 महीनों में जा सकता है 52 हजार के पार
नई दिल्ली9 घंटे पहले
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रूस-यूक्रेन में तनाव के चलते सोना-चांदी में शानदार तेजी देखने को मिल रहा है। सोना एक बार फिर 51 हजार और 65 हजार चांदी के करीब पहुंच गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के अनुसार आज यानी मंगलवार को सर्राफा बाजार में सोना 50,547 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। MCX पर दोपहर 12 बजे सोना 477 रुपए की गिरावट के साथ 50,555 रुपए पर ट्रेड कर रहा है।
चांदी की बात करें तो सर्राफा बाजार में आज चांदी 64,656 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। MCX पर दोपहर 12 बजे चांदी 927 रुपए की गिरावट के साथ 64,518 रुपए पर ट्रेड कर रही है। जियोपॉलिटिकल टेंशन बढ़ने के साथ सोने-चांदी मांग बढ़ने से आज यानी मंगलवार को सोने का भाव 9 महीने के हाई पर पहुंच गया।
बीते 1 साल में सोने की कीमत 8% से ज्यादा बढ़ी
बीते 1 साल में सोने की कीमत में शानदार तेजी देखने को मिली है। एक साल पहले सोना यानी 22 फरवरी 2021 को सोना 46,649 रुपए प्रति पर था जो अब 50,547 रुपए पर आ गया है। यानी बीते 1 साल में सोना 3,898 रुपए महंगा हुआ है। यानी बीते 1 साल में इसकी कीमत 8.36% बढ़ी है।
इस महीने अब तक सोने में अच्छी तेजी देखी जा रही है। अभी तक सिर्फ 22 दिनों में ही 2,571 रुपए महंगा हो गया है। 1 फरवरी को ये 47,976 रुपए प्रति 10 ग्राम में था जो अब 50,547 रुपए पर पहुंच गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1,909 डॉलर के पार निकला सोना
अंतरराष्ट्रीय बाजार की बात करें तो सोना 1,909.12 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है। वहीं चांदी की बात करें तो ये 24 डॉलर प्रति औंस के पार निकल गई है।
दुनिया में तनाव बढ़ने पर महंगा होने लगता है सोना
यह कई बार देखा गया है कि दुनिया में जब तनाव की स्थिति बढ़ती है तो सोने में निवेश मांग बढ़ जाती है। रूस-यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस तरह की स्थिती भी सोने की कीमत को बढ़ने में मदद करती है।
2-3 महीनों में ही सोना हो सकता है 52 हजार के पार
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोने में अभी तेजी के पूरी संभावना है क्योंकि महंगाई कंट्रोल नहीं हो पा रही है। इंटरनेशनल मार्केट में सोना अगले तीन-चार महीने में 2000 डॉलर के स्तर तक पहुंच सकता है। इससे हमारे यहां सोना 52 हजार के पार हो सकता है।
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि महंगाई और यूक्रेन-रूस के बीच बढ़ते विवाद के कारण ग्लोबल टेंशन बढ़ी है। इससे सोने को सपोर्ट मिलेगा और ये इस साल 55 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। वहीं चांदी की बात करें तो ये इस साल 80 से 85 हजार रुपए प्रति किलोग्राम का लेवल दिखा सकती है।
भारत में हर साल 700-800 टन सोने की खपत
भारत में सोने की मांग तीन तरह से होती है। पहला गहनों के लिए, दूसरा निवेश के लिए और तीसरा केंद्रीय बैंक अपने पास रिज़र्व रखने के लिए सोना ख़रीदते हैं। फ़िलहाल भारत में गहने के लिए सोने की खुदरा मांग में अधिक गिरावट है लेकिन निवेश की मांग बहुत बढ़ गई है। भारत में हर साल 700-800 टन सोने की खपत है जिसमें से 1 टन का उत्पादन भारत में ही होता है और बाकी आयात किया जाता है।
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