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बुलडोजर की कहानी: बैकहो लोडर है बुलडोजर का सही नाम, 1953 में JCB ने बनाई थी पहली मशीन

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नई दिल्ली3 घंटे पहले

आजकल अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलाने की मुहिम चलाई जा रही है। आज ही दिल्ली के जहांगीरपुरी में अवैध कब्जों पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई। उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ को बुलडोजर बाबा तो मध्य प्रदेश के CM शिवराज सिंह चौहान को बुलडोजर मामा कहा जाने लगा है। अवैध कब्जों को हटाने के लिए जिस मशीन का उपयोग हो रहा है उसे JCB या बुलडोजर कहते हैं।

इसका उपयोग खुदाई, तोड़-फोड़ या किसी चीज को हटाने के लिए किया जाता है। इसे दोनों तरफ से ऑपरेट किया जा सकता है। इस जंबो मशीन का रंग पीला होता है। जानिए बुलडोजर की कहानी…

पहले रंग पीला नहीं, नीला और लाल था
हममें से ज्यादातर लोग इस मशीन को JCB कहते हैं, लेकिन ये इसका नाम नहीं है। JCB वो कंपनी है जो ये मशीन बनाती है। इस जंबो मशीन का सही नाम बैकहो लोडर है। JCB कंपनी की नींव 1945 में रखी गई थी। कंपनी ने जो पहला बैकहो लोडर बनाया था, वो 1953 में बनाया था, वो नीले और लाल रंग का था। इसके बाद इसे अपग्रेड करते हुए साल 1964 में एक बैकहो लोडर बनाया गया, जो पीले रंग का था।

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इसके बाद से लगातार पीले रंग की ही मशीनें बनाई जा रही हैं और यहां तक कि अन्य कंपनियां भी कंस्ट्रक्शन साइट पर इस्तेमाल होने वाली मशीनों का रंग पीला ही रखती हैं। शुरुआत में इसे ट्रैक्टर के साथ जोड़कर बनाया गया था, लेकिन समय के साथ इसके मॉडल में बदलाव किए गए।

कंपनी ने पहला बैकहो लोडर 1953 में बनाया था, जो नीले और लाल रंग का था।

कंपनी ने पहला बैकहो लोडर 1953 में बनाया था, जो नीले और लाल रंग का था।

लीवर्स से होती है ऑपरेट, लोडर लगा होता है
बैकेहो लोडर दोनों तरह से काम करती है। इसे स्टेयरिंग के बजाय लीवर्स से ऑपरेट किया जाता है। इसमें एक साइड के लिए स्टेयरिंग लगी होती है, जबकि दूसरी तरफ क्रेन की तरह लीवर लगे होते हैं। इस मशीन में एक तरफ लोडर लगा होता है, जो बड़ा वाला हिस्सा होता है। इससे कोई भी सामान उठाया जाता है। इसके अलावा दूसरी तरफ इसमें एक साइड बकेट लगा होता है।

इसे स्टेयरिंग के बजाय लीवर्स से ऑपरेट किया जाता है।

इसे स्टेयरिंग के बजाय लीवर्स से ऑपरेट किया जाता है।

ब्रिटिश अरबपति के नाम पर बनाई गई JCB
JCB एक्सावेटर्स लिमिटेड एक ब्रिटिश कंपनी है, जिसका मुख्यालय रोसेस्टर स्टाफोर्डशायर में है। यह कंपनी भारी उपकरण बनाने के लिए जानी जाती है। इस कंपनी के मालिक और फाउंडर ब्रिटिश अरबपति जोसेफ सायरिल बम्फोर्ड थे। जोसेफ की मौत 2001 में हो गई थी। उन्ही के नाम पर कंपनी का नाम JCB रखा गया है।

इस कंपनी के मालिक और फाउंडर ब्रिटिश अरबपति जोसेफ सायरिल बम्फोर्ड थे।

इस कंपनी के मालिक और फाउंडर ब्रिटिश अरबपति जोसेफ सायरिल बम्फोर्ड थे।

भारत में JCB की 5 फैक्ट्रियां और डिजाइन सेंटर
JCB इंडिया की देश में 5 फैक्ट्री और एक डिजाइन सेंटर भी है। कंपनी ने भारत में बनी मशीनों का निर्यात 110 से ज्यादा देशों में किया है।

बोरिस जॉनसन करेंगे बुलडोजर फैक्ट्री का शुभारंभ
गुजरात पहुंच रहे ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन कल गुजरात के हलोल में बुलडोजर बनाने वाली कंपनी JCB की नई फैक्ट्री का शुभारंभ करेंगे। यह JCB ग्रुप की भारत में छठी फैक्ट्री होगी। यह 650 करोड़ में बनेगी।

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दुनिया की तीसरी बड़ी निर्माण उपकरण कंपनी
यह कंपनी विश्व की तीसरी सबसे बड़ी निर्माण उपकरण बनाने वाली कंपनी है। JCB बैकेहो लोडर के साथ अन्य कई बड़ी मशीनें बनाती है जो निर्माण कार्य, खेती, भार उठाना या जमीन खोदना आदि कामों में उपयोग की जाती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी 300 से अधिक प्रकार की मशीन, खुदाई में उपयोगी ट्रैक्टर और डीजल इंजन आदि बनाती है। इसके साथ ही कंपनी दुनिया के 150 से अधिक देशों में प्रोडक्ट बेचती है।

JCB के अलावा भी कई कंपनियां बनाती हैं बैकहो लोडर
ऐसा नहीं है कि सिर्फ JCB ही बैकहो लोडर बनाती है। भारत में ACE, L&T, वोल्वो, महि्ंद्रा एण्ड महिंद्रा जैसी कई कंस्ट्रक्शन इक्यूपमेंट मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां हैं जो बैकहो लोडर बनाती हैं। बैकहो लोडर की कीमत 10 लाख रुपए से शुरू होती है जो 40-50 लाख रुपए तक जाती है।

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