फल वाले का बेटा बना IPL स्टार: नेट पर 4 बॉल फेंकीं तो बल्लेबाज भाग गए थे, बॉलिंग का वीडियो देखकर SRH ने टीम में शामिल किया
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2 मिनट पहले
IPL के 15वें सीजन में सन राइजर्स हैदराबाद के तेज गेंदबाज उमरान मलिक 153 Kmph की रफ्तार से गेंद फेंक कर बल्लेबाजों में खौफ पैदा कर दिया है। उमरान को बेशक ज्यादा विकेट नहीं मिले हैं, पर उनकी रफ्तार की तारीफ की जा रही है।
जम्मू के रहने वाले उमरान मलिक को कभी असम रणजी टीम के कोच पूर्व क्रिकेटर अजय रतड़ा ने उनकी गेंद की रफ्तार को देखने के बाद अपने खिलाड़ियों को प्रैक्टिस कराने से मना कर दिया था। उमरान के कोच रणधीर सिंह ने दैनिक भास्कर के साथ एक घटना का जिक्र करते हुए बताते हैं कि 2019 में असम की टीम जम्मू- कश्मीर के साथ मैच खेलने के लिए जम्मू आई हुई थी।
जम्मू कश्मीर की रणजी टीम में उमरान को जगह नहीं दी गई थी। वह ग्राउंड पर गेंद कर रहे थे। असम की टीम ने अपने खिलाड़ियों को तेज गेंदबाजी की प्रैक्टिस के लिए उन्हें अपने साथ शामिल किया। उमरान ने अभी 4 गेंद ही फेंकी थी कि असम के कोच रतड़ा ने रफ्तार को देखकर गेंद करने से रोक दिया और कहा कि कहीं इनकी गेंद पर असम के खिलाड़ी मैच से पहले ही चोटिल न हो जाएं। रतड़ा ने उमरान के टीम में नहीं शामिल किए जाने पर हैरानी भी जताई और उमरान को बुलाकर कहा था, ‘चिंता मत करो, तुम एक दिन इंडिया की रफ्तार बनोगे।’
कोच ने गेंदबाजी पर फोकस करने की सलाह दी
कोच रणधीर सिंह ने बताया, ‘उमरान 17 साल की उम्र में मेरे पास आए थे। जब वह आए थे तब उनकी स्पीड काफी अच्छी थी। अन्य बल्लेबाज उनकी गेंद खेलने से डरते थे। उमरान रेगुलर नहीं आते थे। मैंने उनकी स्पीड देखने के बाद उनसे कहा था कि आप फोकस करें और रेगुलर प्रैक्टिस करें। जिसके बाद उमरान लगातार अभ्यास करने के लिए आने लगे। कुछ ही दिनों बाद उनका सिलेक्शन अंडर-19 टीम के लिए हो गया था।’
जम्मू के शहीदी चौक पर उमरान मलिक के पिता फल बेचते हैं।
अब्दुल समद ने वीडियो बनाकर अपनी IPL टीम को भेजा
रणधीर सिंह कहते हैं कि सन राइजर्स हैदाराबाद की टीम में शामिल अब्दुल समद साल 2020 में कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन के दौरान सरकार से परमिशन लेकर स्टेडियम में ट्रेनिंग करते थे। उस दौरान वह बैटिंग प्रैक्टिस करने के लिए उमरान को लेकर जाते थे।
समद के फास्ट बॉलरों पर बेहतर शॉट के बारे में जब सनराइजर्स कोचिंग स्टाफ ने पूछा तो उन्होंने बताया कि उनकी एकेडमी में काफी स्पीड से गेंद फेंकने वाला गेंदबाज है। उसी की गेंद पर अभ्यास करते हैं। इसके बाद टीम मैनेजमेंट ने समद से उस गेंदबाज की बॉलिंग का वीडियो मांगा। समद के वीडियो भेजने के बाद टीम मैनेजमेंट ने उमरान को नेट बॉलर के तौर पर शामिल किया, ताकि उनके बल्लेबाज फस्ट बॉलिंग पर अभ्यास कर सकें।
2021 में टी नटराजन की जगह पर मौका मिला
रणधीर सिंह बताते हैं कि पिछले सीजन में UAE में IPLके दूसरे सीजन में सनराइजर्स के तेज गेंदबाज टी नटराजन के कोरोना संक्रमित होने के बाद उमरान को तेज गेंदबाज के तौर पर शामिल किया गया, उसके बाद उमरान ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपनी तेज गेंदबाजी से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। बाद में उन्हें इंडिया ए के साउथ अफ्रीका दौरे पर उन्हें टीम में शामिल किया गया।
इस IPL में उमरान ने 153 की रफ्तार से गेंदबाजी की है।
पिता बेचते हैं फल, नहीं चाहते थे कि बेटा भी यही काम करे
रणधीर सिंह ने बताया कि उमरान के पिता अब्दुल राशिद मलिक नहीं चाहते थे कि उनका बेटा भी उनकी तरह सब्जी और फल बेचे। इसलिए उन्होंने उमरान को कभी भी दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने से नहीं रोका। उमरान के पिता का जम्मू के शहीदी चौक पर फल और सब्जी की दुकान है। उमरान के पापा और चाचा इसे संभालते हैं।
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