पदक न सही, पर अनुभव लेकर लौटेगा दीपक: ओलिंपिक के सेमीफाइनल में खेलने के बाद घर वाले बोले-बहुत मौके मिलेंगे अभी उम्र ही क्या है
झज्जरएक घंटा पहले
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ओलिंपियन पहलवान दीपक पूनिया।
टोक्यो ओलंपिक के फ्रीस्टाइल रेसलिग मुकाबले में आखिरी चंद सेकंड में दीपक पूनिया कांस्य पदक से चूक गए। दीपक पूनिया की इस हार से परिवार को हल्की मायूसी तो हुई है, लेकिन उनके हौसले अब भी बुलंद है। दीपक का मुकाबला देखने के लिए घर में बड़ी टीवी स्क्रीन पर परिजनों और ग्रामीणों की नजरें टिकी हुई थी। शुरुआत में दीपक ने अंक हासिल किए थे तो सबके चेहरे खिल उठे, लेकिन बाद में मैच के अंतिम चंद सेकंड में दीपक हार गए। उनकी हार के बावजूद भी छारा गांव के लोगों के हौसले नहीं टूटे हैं।
पहलवान दीपक पूनिया के पिता सुभार्ष पूनिया।
दीपक के पिता सुभाष का कहना है कि दीपक की उम्र अभी बेहद कम है। आगे आने वाले समय में ओलंपिक खेलने के ओर भी मौके दीपक को मिलेंगे। इसे दीपक के पिता हार नहीं मानते। उनका कहना है कि दीपक ओलंपिक खेलों से कम से कम अनुभव तो जरूर लेकर लौटेगा और वह दीपक पूनिया की इस हार का भी स्वागत करेंगे।
दीपक पूनिया के घर मैच देखने के लिए उमड़े पड़ोसी हाथों में तिरंगा लेकर हौसला बढ़ाते हुए।
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अंतिम समय में दीपक पूनिया ने पॉइंट खोए हैं। उन्हें डिफेंसिव होने की वजह अटैकिंग मोड में ही रहना चाहिए था। मगर फिर भी दीपक ने उनके गांव का नाम विश्व स्तर पर चमकाया है। तो ऐसे में दीपक की हार नहीं हुई है। आगे आने वाले समय में और भी बहुत सारी प्रतियोगिताएं होनी है। जहां दीपक अपने देश का नाम रोशन करेगा और एक दिन ओलंपिक में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाएगा।
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