नीरज चोपड़ा ने रचा एक और इतिहास: पिता बोले- मैंने कहा था चोट हो तो मत खेलना; बेटे ने कहा- देश के लिए हर दर्द सहन
पानीपतएक घंटा पहले
हरियाणा के सूरमा नीरज चोपड़ा ने लुसाने डायमंड लीग में इतिहास रच दिया। नीरज ने अपने पहले ही थ्रो में 89.08 मीटर दूर भाला फेंककर जीत दर्ज की। उनकी इस जीत से घर में खुशी का माहौल है। मैच से पहले पिता सतीश चोपड़ा ने नीरज से फोन पर बातचीत में कहा था कि अगर चोट हो तो गेम खेलने का सोचकर फैसला लेना। जिस पर नीरज ने कहा था कि मैं देश के लिए दर्द सहन कर सकता हूं।
नीरज के पिता सतीश चोपड़ा से बातचीत
दैनिक भास्कर से खास बातचीत में पिता ने कहा कि नीरज की उपलब्धि में पूरे देशवासियों की दुआएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि नीरज ने शुक्रवार रात को हुई गेम में भाग लिया। इससे पहले जो मुकाबला हुआ था, उसमें उसे चोट लग गई थी। जिस कारण उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम में भाग नहीं लिया था। डायमंड लीग में डॉक्टरों की सलाह से ही भाग लिया था।
मैच से पहले नीरज से फोन पर बातचीत हुई थी। उन्होंने बताया था कि अब वे दर्द से काफी हद तक उभर चुके हैं। चोट में काफी आराम है। मैं खेल सकता हूं। इसके बावजूद पिता ने कहा था कि वह डॉक्टरों की सलाह से और अपनी फेडरेशन के पदाधिकारियों की सलाह के अनुसार ही गेम खेलने और न खेलने का फैसला लें।
दैनिक भास्कर से बातचीत करते नीरज के पिता सतीश चोपड़ा।
क्योंकि ऐसा न हो कि जल्दबाजी में भविष्य भर का कैरियर खराब हो जाए। गेम में बने रहे, यह बहुत जरुरी है। हार-जीत तो गेम का हिस्सा है। वहीं, एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि पिछली गेम के दौरान हुई चोट और इस गेम के बीच उन्हें करीब 20 दिन का समय तैयारी के लिए मिल गया था।
डॉक्टरों ने भी गेम खेलने की हरी झंडी दी थी। जिस कारण नीरज ने इस गेम में हिस्सा लिया और एक नया इतिहास रच दिया। नीरज का आगे का टारगेट कम से कम दो और ओलिंपिक खेलने के है। वह इन दोनों ओलिंपिक में भी देश का राष्ट्रगान बजता सुनना चाहते हैं। जिसके लिए वे पूरी जी जान से जुटे हुए हैं। नीरज के सितंबर आखिर तक भारत वापस लौटने की उम्मीद है। आगे 7-8 सितंबर को वर्ल्ड चैंपियनशिप होगी। जिसमें भी नीरज खेलेंगे।
नीरज चोपड़ा को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लगी थी चोट।
फाइनल के दौरान चोट लगी थी
नीरज चोपड़ा को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में चोट लगी थी। वे अपनी जांघ पर पट्टी लपेटते भी नजर आए थे। तब भी उन्होंने 88.13 मीटर दूर जैवलिन फेंककर सिल्वर मेडल जीता था। वर्ल्ड एथलेटिक्स इवेंट के बाद नीरज चोपड़ा का MRI स्कैन हुआ था, जिसमें ग्रोइन इंजरी की बात पता लगी। ऐसे में नीरज चोपड़ा को एक महीने के आराम की सलाह दी गई। इसके चलते वे कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा नहीं ले पाए थे। तब उन्होंने एक पोस्ट लिखकर कहा था कि वे निराश हैं कि कॉमनवेल्थ की ओपनिंग सेरेमनी में तिरंगा नहीं थाम पाएंगे।
स्टॉकहोम डायमंड लीग में बनाया था नया रिकॉर्ड
नीरज चोपड़ा ने स्टॉकहोम में हुई डायमंड लीग में 89.94 मीटर के थ्रो के साथ नया नेशनल रिकॉर्ड बनाया था। यह उनका पर्सनल बेस्ट रिकॉर्ड भी था। नीरज चोपड़ा डायमंड लीग का लुसाने चरण जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं।
यह चौथा मौका था, जब नीरज की वजह से भारत को कोई पदक पहली बार मिला है। चोट के बाद दमदार वापसी करते हुए नीरज ने पहले ही प्रयास में 89.08 मीटर दूर भाला फेंककर खिताब पर कब्जा जमाया। 24 साल के नीरज को वर्ल्ड चैंपियनशिप के दौरान चोट लग गई थी, जिसके चलते वह बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भाग नहीं ले पाए थे। इसके बाद डायमंड लीग जीतकर उन्होंने अपनी दमदार वापसी का एलान किया।
छोटी उम्र में ही नीरज ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कर ली हैं। भारत के लिए सबसे दूर भाला फेंकने का रिकॉर्ड भी नीरज के नाम है। उन्होंने स्कॉटहोम में 89.94 मीटर दूर भाला फेंका था।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.