धोनी को अहम जिम्मेदारी सौंप सकता है BCCI: टी-20 और ODI फॉर्मेट के लिए अलग टीमें होंगी, द्रविड़ का वर्कलोड कम होगा
स्पोर्ट्स डेस्क2 मिनट पहले
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2007 में टीम इंडिया को एकमात्र टी-20 वर्ल्ड कप जिताने वाले महेंद्र सिंह धोनी को BCCI बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकता है। माना जा रहा है कि धोनी को लिमिटेड ओवर (टी-20 और वनडे) के लिए कोच या डायरेक्टर बनाया जा सकता है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक- BCCI इंग्लैंड की तर्ज पर लिमिटेड ओवर और टेस्ट की अलग-अलग टीम बनाने पर विचार कर रहा है। इतना ही नहीं, इन टीमें के लिए अलग-अलग कोचिंग स्टाफ भी अपॉइंट किया जा सकता है।
ये विचार क्यों आया
दरअसल, इस साल टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाले इंग्लैंड ने टी-20, वनडे और टेस्ट के लिए अलग-अलग कप्तान और कोच अपॉइंट किए हैं। जोस बटलर टी-20, वनडे कप्तान हैं। मैथ्यू मोट कोच हैं। बेन स्टोक्स टेस्ट टीम के कैप्टन हैं और ब्रेंडन मैकुलम कोच हैं।
द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक- BCCI को लगता है कि कुछ साल से वनडे और टी 20 सीरीज काफी ज्यादा खेली जा रही हैं। इन तीनों ही फॉर्मेट में फिलहाल, राहुल द्रविड़ कोच हैं। जाहिर, है उन पर वर्कलोड काफी ज्यादा है। इससे फोकस पर भी असर पड़ता है।
बोर्ड द्रविड़ पर वर्कलोड कम करने के लिए कोचिंग रोल बांटने पर विचार कर रहा है। माना जा रहा है कि टी-20 फॉर्मेट में धोनी को शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। इससे टीम इंडिया के इस फॉर्मेट में स्टैंडर्ड को ऊंचा किया जा सकता है। इस महीने के आखिर में बोर्ड की एपेक्स काउंसिल की मीटिंग होगी और इसमें धोनी के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। इसके पहले धोनी से बातचीत की जाएगी।
1983 के बाद धोनी ने दिलाया था वनडे वर्ल्ड कप
टीम इंडिया ने 1983 में कपिल देव की कप्तानी में पहली बार वनडे वर्ल्ड कप जीता था। इसके बाद धोनी की कप्तानी में 2011 में यह खिताब हमारे देश के पास आया। इसके अलावा पहला टी-20 वर्ल्ड कप भी धोनी की कप्तानी में ही जीता गया था। एमएस ने 15 अगस्त 2020 को वनडे और टी-20 से संन्यास ले लिया था। उन्होंने 30 दिसंबर 2014 को ऑस्ट्रेलिया में आखिरी टेस्ट खेलकर इस फॉर्मेट से भी संन्यास का ऐलान किया था।
2023 में वनडे वर्ल्ड कप और 2024 टी-20 वर्ल्ड कप
2023 में वनडे वर्ल्ड कप भारत में ही खेला जाना है। इसके बाद 2024 में टी-20 वर्ल्डकप अमेरिका और वेस्टइंडीज में होना है। ऐसे में वनडे के लिए करीब 1 साल और टी-20 वर्ल्ड कप के लिए 2 साल बचे हैं। टीम मैनेजमेंट चाहता है कि इन दोनों वर्ल्ड कप के लिए नए सिरे से टीम तैयार की जाए। इसके लिए अभी से तैयारियां की जा रही हैं।
लिमिटेड ओवर और टेस्ट की अलग-अलग टीम पर जोर दे रहे हैं कुंबले
पूर्व भारतीय कोच अनिल कुंबले भी अलग-अलग टीमों के फेवर में हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था- अब समय आ गया है कि भारत में भी टेस्ट और लिमिटेड ओवर की टीमें पूरी तरह से अलग-अलग हों। टी-20 में टी-20 स्पेशलिस्ट हों और आपकी टीम में ज्यादा से ज्यादा ऑलराउंडर हों।
कुंबले ने कहा था- टी-20 वर्ल्ड कप की इस बार की विजेता और पिछले बार की विजेता ऑस्ट्रेलिया टीम को देखें तो दोनों ही टीमों में ऑलराउंडर्स की भरमार है। इंग्लैंड टीम में 7वें नंबर पर लियाम लिविंगस्टोन बल्लेबजी करने आते हैं, तो ऑस्ट्रेलिया में मार्कस स्टोइनिस छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते के लिए आते हैं।
उन्होंने आगे कहा था- मैं निश्चित तौर पर तो यह नहीं कह सकता कि टीम के लिए अलग कैप्टन और कोच का होना जरूरी है या नहीं। यह सिलेक्शन कमेटी और टीम मैनेजमेंट पर डिपेंड करता है कि वह किस तरह की टीम चुनते हैं और किस तरह से तैयार करना चाहते हैं।
टीम इंडिया में कई कमियां नजर आईं
टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया में कई खामियां नजर आई। टीम के पास जहां ऑलराउंडर्स की कमी थी, वहीं हमारी ओपनिंग पेयर काफी कमजोर दिखी। खिताब जीतने वाले इंग्लैंड के पास आखिरी तक बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी थे। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।
अब बदलेगी इंडिया की टी-20 टीम…
इंग्लैंड से सेमीफाइनल में शर्मनाक हार के बाद इंडिया की टी-20 स्क्वॉड में बदलाव होगा। सीनियर खिलाड़ी टी-20 टीम से बाहर हो सकते हैं। BCCI के सोर्स ने कहा- अगले एक साल में टी-20 टीम में काफी बदलाव देखने को मिलेंगे। रोहित शर्मा, विराट कोहली, दिनेश कार्तिक और आर अश्विन जैसे खिलाड़ी धीरे-धीरे बाहर हो जाएंगे। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।
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