धरने पर पहलवानों के रोजाना 1 लाख हो रहे खर्च: 2 लाख लेकर आए थे कैश; किराए की चीजों को खरीदना पड़ा, आप सांसद गुप्ता बोलें- हम करवाएं मुहैया
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पानीपत7 मिनट पहले
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भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को बुनियादी जरूरतों को पूरा करना काफी महंगा साबित हो रहा है। इस खर्च के बावजूद पहलवान दिल्ली के इस प्रसिद्ध विरोध स्थल पर लंबी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।
पहलवानों ने WFI प्रमुख पर यौन उत्पीड़न और धमकाने का आरोप लगाया है। पहलवानों ने 5 दिनों में गद्दे, चादर, पंखे, स्पीकर, माइक्रोफोन, पानी और खाने के अलावा एक छोटे जनरेटर की व्यवस्था पर 5 लाख रुपए से अधिक खर्च किए हैं।
पहलवानों ने शुरुआत में गद्दे, चादर और साउंड सिस्टम किराए पर लिए थे, जिसके लिए उन्हें हर दिन 27,000 खर्च करने पड़ रहे थे। पहलवानों को महसूस हुआ कि अगर उन्हें लंबे समय तक बैठना पड़ा तो छोटी-छोटी चीजों की व्यवस्था करना एक बड़ा वित्तीय बोझ बन जाएगा।
विनेश फोगाट के पति सोमवीर राठी ने कहा, ‘इसलिए हमने गद्दे खरीदने का फैसला किया। उन्होंने अपने गांव खरखौदा से 50,000 रुपए देकर 80 गद्दे खरीदे। उनसे प्रतिदिन गद्दे के लिए 12,000 रुपए का किराया लिया जा रहा था। यह बहुत बड़ी रकम है।
खिलाड़ियों के स्पोर्ट में खड़ी है ‘आप’: सांसद गुप्ता
खिलाड़ियों के सहयोग के लिए आम आदमी पार्टी आगे आएगी। दैनिक भास्कर से बातचीत में पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि हम पहले भी पहलवानों के साथ थे, अब भी हैं और आगे भी रहेंगे। पहलवानों को जिन भी मूलभूत चीजों की जरूरत हैं, उन्हें हम देंगे। आज सीएम अरविंद केजरीवाल, अशोक तंवर के साथ मैं धरना स्थल जा रहा हूं। पहलवानों से बात कर उनकी हर मदद की जाएगी। अगर पहलवान नहीं भी कहेंगे, तो हम खुद से इन चीजों को पूरा करने की पहल करेंगे। बेशक, दिल्ली पुलिस ने धरना स्थल से बिजली, पानी, पब्लिक टायलेट की सुविधाओं को काट दिया हो। हम इन जरूरतों को पूरा करेंगे।
पहलवान दे रहे हर दिन किराया
विनेश के पति सोमवीर राठी ने बताया, ‘शुरू में हमने स्पीकर और माइक्रोफोन किराए पर लिए थे, लेकिन एक दिन की लागत 12000 रुपए थी। यह बहुत अधिक थी। अब हमने चांदनी चौक बाजार से अपना साउंड सिस्टम 60,000 रुपए में खरीदा है।
दुकानदार पहलवानों के बारे में जानता था, इसलिए उसने हमें इसे बिना कोई मुनाफा कमाए बेचा। पंखे और जनरेटर अब भी किराए पर है। दोनों के लिए उन्हें हर दिन 10,000 रुपए खर्च करने पड़ते हैं। उन्होंने कहा, जरूरत पड़ी तो हम कूलर खरीद लेंगे। बाहर बहुत गर्मी है। हम अपने साथ दो लाख रुपए कैश लाए थे, लेकिन अब तक लगभग 5-6 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं।
पहलवानों ने आपस में बांटा काम
विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया इस विरोध का चेहरा हैं। सोमवीर, उनके दोस्त योगेश और कई अन्य लोग विरोध को जारी रखने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। सोमवीर ने कहा, ‘हमने काम आपस में बांट लिया है। कुछ कोच यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि रसोइयों द्वारा गुणवत्ता पूर्ण भोजन तैयार किया जाए, जबकि युवा पहलवान विरोध स्थल पर भोजन पहुंचा रहे हैं। कुछ लोग यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि पानी की आपूर्ति निर्बाध हो। किसी को सफाई का ध्यान रखने की जिम्मेदारी दी गई है।
विनेश, साक्षी और बजरंग के परिवार चला रहे खर्चा
सोमवीर इसके साथ ही हरियाणा के विभिन्न अखाड़ों के प्रतिनिधियों को यहां जंतर-मंतर नहीं आने के लिए मना रहे हैं, क्योंकि अधिक भीड़ को संभालना काफी चुनौतीपूर्ण होगा। लगभग 80 अखाड़े यहां आकर विरोध प्रदर्शन में साथ देना चाहते हैं, लेकिन हमने उन्हें यहां आने से रोक दिया है।
सोमवीर से जब पूछा गया कि क्या उन्हें किसी राजनीतिक दल या प्रभावशाली लोगों से आर्थिक मदद नहीं मिल रही है ? उन्होंने कहा, ‘अगर ऐसा होता, तो पहलवानों के सिर पर यहां ‘वाटरप्रूफ शेड’ और कुछ अच्छी सुविधाएं होती, लेकिन हम कम से कम संसाधनों में चीजों का प्रबंधन कर रहे हैं।’
फिलहाल विनेश, साक्षी और बजरंग के परिवार खर्च चला रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम अभी किसी से मदद नहीं ले रहे हैं। हम खुद से चीजों का प्रबंधन कर रहे है। हम बहुत सावधानी से पैसा खर्च कर रहे हैं। जो लोग आ रहे हैं वे अपने भोजन की व्यवस्था खुद कर रहे हैं।’
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