दो रेसलर्स पर गिर सकती है गाज: WFI सुशील और पूजा ढांडा को कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर करने की तैयारी में; हैंडबॉल फेडरेशन ने भी ओलिंपिक मेडलिस्ट को चेतावनी दी
- Hindi News
- Sports
- WFI May End Contracts Of Wrestlers Sushil Kumar And Pooja Dhanda | Handball Federation Also To Take Call On Sushil If Proven Guilty
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
नई दिल्ली10 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
सुशील और पूजा को 30 लाख की सालाना आमदनी वाले ग्रेड-A में रखा गया था।
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) पहलवान सागर के मर्डर केस में फंसे सुशील कुमार पर बड़ा फैसला ले सकती है। फेडरेशन सुशील और महिला रेसलर पूजा ढांडा को एनुअल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर सकती है। इन दोनों पर बीते कुछ सालों में कोई अच्छा परफॉर्मेंस नहीं देने को लेकर यह फैसला लिया जा सकता है। अगले महीने WFI और टाटा मोटर्स की मीटिंग होनी है। यह मीटिंग पिछले साल ही होनी थी, पर कोरोना की वजह से टाल दिया गया था।
WFI के एक अधिकारी ने बताया कि सुशील को ड्रॉप करने के फैसले का मर्डर केस से कोई लेना देना नहीं है। हम परफॉर्मेंस की वजह से यह फैसला ले रहे हैं। वहीं, हैंडबॉल फेडरेशन ने भी सुशील को लेकर अपनी राय स्पष्टि की है। उन्होंने कहा कि सुशील अगर मर्डर केस में दोषी पाए जाते हैं, तो उन पर एक्शन लिया जाएगा। सुशील दिल्ली हैंडबॉल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट भी हैं।
WFI ने 150 रेसलर्स को कॉन्ट्रैक्ट दिया था
WFI ने 2019 में रेसलर्स को कॉन्ट्रैक्ट देने की शुरुआत की थी। सुशील, पूजा, बजरंग पूनिया समेत करीब 150 रेसलर्स को इस कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में शामिल किया गया था। सुशील और पूजा को 30 लाख की सालाना आमदनी वाले ग्रेड-A में रखा गया था। वहीं, ग्रेड-B वालों की सालाना आमदनी 20 लाख रुपए की है।
1 साल में कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट का रीव्यू होना था
यह लिस्ट 1 साल के लिए थी और पिछले साल इसका रीव्यू होना था। WFI के अधिकारी ने बताया कि हमने जब से उन्हें कॉन्ट्रैक्ट में शामिल किया है, तब से उन्होंने कुछ खास परफॉर्मेंस नहीं दिया है। अगले महीने होने वाले रीव्यू मीटिंग में उन्हें दोबारा शामिल करने के कम चांसेज हैं।
2018 के बाद कोई मेडल नहीं जीत सके सुशील
सुशील 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद से किसी भी इवेंट में कोई मेडल नहीं जीत सके हैं। जकार्ता में हुए 2018 एशियन गेम्स में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, 2019 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में उन्हें अजरबैजान के रेसलर के हाथों हार मिली।
पूजा ने किसी बड़े टूर्नामेंट में मेडल नहीं जीता
वहीं, पूजा भी 2018 के बाद से कुछ खास नहीं कर सकी हैं। 2018 वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। इसके बाद से वे 57 किलो वर्ग कैटेगरी में टोक्यो ओलिंपिक के लिए भी क्वालिफाई नहीं कर पाईं। उन्होंने जुलाई, 2019 में स्पेन ग्रैंड प्रिक्स में सिल्वर मेडल जीता था।
हैंडबॉल फेडरेशन में एक्शन ले सकता है
वहीं, कई खेलों में सीनियर पद पर तैनात सुशील पर हैंडबॉल फेडरेशन भी एक्शन लेने की तैयारी में है। फेडरेशन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर आनंदेश्वर पांडे ने बताया कि हम फिलहाल सागर मर्डर केस में स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। हम इस पर अभी कुछ नहीं कह सकते। अगर वे दोषी पाए जाते हैं, तो उन पर जरूर कार्रवाई होगी। जो भी हुआ है, वह खेल के लिए अच्छा नहीं है।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.