सूरत3 दिन पहलेलेखक: एजाज शेख
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यूक्रेन युद्ध के चलते पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगाए गए बैन से गुजरात की हीरा इंडस्ट्री मुश्किल में पड़ गई है। रूसी हीरे का इंपोर्ट रुकने से देश में रफ डायमंड का इंपोर्ट 29% गिर गया है। नतीजतन, गुजरात के 25 हजार हीरा कारीगर बेरोजगार हो गए हैं। काम कम होने से वीकली हॉलिडे एक से बढ़ाकर दो और काम के घंटे 8 से घटाकर 6 कर दिए गए हैं।
देश में रूस से सालाना 75 हजार करोड़ रुपए के रफ डायमंड इंपोर्ट होते थे। इसमें ज्यादातर स्टॉक पतले डायमंड का होता था। इस तरह का डायमंड दुनिया के अन्य किसी भी देश में माइन नहीं होता, लेकिन इन पर अब अमेरिकी बैन लग चुका है। यानी रूसी हीरा खरीदने-बेचने वाले कारोबारी अमेरिका के साथ कारोबार नहीं कर पाएंगे।
गुजरात के 25 हजार से अधिक हीरा कारीगर बेरोजगार
जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) के रीजनल अध्यक्ष दिनेश नावड़िया ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण गुजरात के 25 हजार से अधिक हीरा कारीगर बेरोजगार हुए हैं। सूरत के अलावा नार्थ गुजरात और सौराष्ट्र में भी बड़े पैमाने पर रूस के डायमंड पॉलिश होते हैं। नावड़िया ने कहा कि अब तक पुराना स्टॉक चल रहा था, लेकिन वह भी अब खत्म हो रहा है। अगर रूस से हीरा इंपोर्ट इसी तरह ठप रहा तो डायमंड कारखाने भी बंद होने लगेंगे।
अमेरिका हीरे का सबसे बड़ा बाजार, भारत इसका सबसे बड़ा हिस्सेदार
देश में तैयार पॉलिश्ड हीरे में से तीन चौथाई से अधिक हीरा अमेरिका, UAE और हॉन्गकॉन्ग को निर्यात किया जाता है। अमेरिका दुनिया में हीरे का सबसे बड़ा बाजार है। कोरोनाकाल में भी यहां से हीरे का मांग घटने के बजाय बढ़ गई थी। ऐसे में हीरा कारोबारी अमेरिका को नाराज नहीं करना चाहते।
मई 2021 की तुलना में सिंथेटिक डायमंड का काम आठ गुना बढ़ा
CVD (सिंथेटिक) डायमंड की डिमांड अप्रैल-मई 2021 की तुलना में इस साल करीब आठ गुना बढ़ी है। रूस से इंपोर्ट रुकने पर सिंथेटिक डायमंड से डायमंड यूनिट को बड़ा सहारा मिला है। हालांकि, इसमें कमाई नेचुरल डायमंड की तुलना में कम होती है।
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