टोक्यो पैरालिंपिक में मेडल की उम्मीद: रियो पैरालिंपिक के 4 मेडल के रिकॉर्ड तोड़ने के लिए उरतेंगे 54 एथलीट; देवेंद्र झाझरिया से जेवलिन में तीसरे गोल्ड की उम्मीद
- Hindi News
- Sports
- Tokyo 2020 Paralympic Games;24 August 2021 – 5 September 2021 Medal Hope Players At Tokyo Paralympics; 54 Athletes To Break Rio Paralympic’s Record Of 4 Medals; Devendra Jhajharia Hopes For Third Gold In Javelin
दिल्ली17 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
पैरालिंपिक गेम्स 24 अगस्त से 5 सितंबर के बीच टोक्यो में होना है। भारत 1968 से पैरालिंपिक गेम्स में भाग ले रहा है। अब तक भारत ने कुल 12 मेडल जीते हैं। भारत के पहला मेडल 1972 जर्मनी पैरालिंपिक गेम्स में मुरलीकांत पेटकर ने स्विमिंग में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं भारत के लिए 2016 रियो पैरालिंपिक गेम्स सबसे सफल रहा। इस पैरालिंपिक गेम्स में भारतीय एथलीटों ने सबसे ज्यादा 4 मेडल जीते। जिसमें 2 गोल्ड एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज शामिल है। रियो के अलावा 1984 न्यूयार्क में हुए पैरालिंपिक गेम्स में भी भारत को 4 मेडल मिले थे, पर इसमें एक भी गोल्ड शामिल नहीं था। वहीं एथेंस पैरालंपिक (2004) में भारत को एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल मिला जबकि लंदन पैरालिंपिक (2012) में गिरिशा नागराजगौड़ा ने सिल्वर मेडल जीता।
इस बार भारत के लिए 54 खिलाड़ी टोक्यो पैरालिंपिक में हिस्सा ले रहे हैं। भारत की ओर से पैरालिंपिक खेलों में भाग लेने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा दल है। रियो पैरालिंपिक के दौरान भारत ने पांच खेलों के लिए सिर्फ 19 खिलाड़ियों का दल भेजा था, लेकिन टोक्यो में भारतीय एथलीट नौ अलग-अलग खेलों में भाग ले रहे हैं। इस बार भारतीय पैरालिंपिक खिलाड़ियों से 10 से ज्यादा मेडल जीतने की उम्मीद है। चलिए हम आपको ऐसे दस पैरालिंपिक खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जिनसे मेडल जीतने की उम्मीद है।
सुहास एल यतिराज (बैडमिंटन)
वर्ल्ड रैंकिंग-3
पैरालिंपिक खेलों में पहली बार बैडमिंटन को शामिल किया गया है, जिसमें भारत के सात शटलर भाग ले रहे हैं। इसमें कर्नाटक से आने वाले सुहास भी शामिल हैं। वह वर्तमान में नोएडा के डीएम हैं। उन्होंने 2016 एशियन पैरा चैंपियनशिप, 2017 और 2019 तुर्की पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं।
उन्होंने साल 2019 के कई टूर्नामेंटों में (गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज) कुल 10 मेडल हासिल किए थे। वहीं 2018 एशियन पैरा गेम्स में टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता है।
देवेंद्र झाझरिया (एथलेटिक्स)
वर्ल्ड रैंकिंग -1
देवेंद्र झाझरिया से जेवलिन में मेडल की उम्मीद है। झाझरिया पैरालिंपिक गेम्स में दो बार गोल्ड जीत चुके हैं। उन्होंने एफ46 में पिछले 2016 रियो पैरालिंपिक में 63.97 मीटर दूर भाला फेंकते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। वहीं 2004 एथेंस पैरालिंपिक गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। झाझरिया ने टोक्यो पैरालिंपिक की क्वालिफाई इवेंट एक बार फिर से 65.71 मीटर दूर भाला फेंकते हुए अपने ही वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़कर नया रिकॉर्ड स्थापित किया।
मनीष नरवाल (शूटिंग)
वर्ल्ड रैंकिंग-4
मनीष ने इसी साल यूएसए में हुए पैरा शूटिंग चैंपियनशिप में पी 4 कैटेगरी में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। वहीं टीम इवेंट में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता है। हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाले मनीष 2016 से शूटिंग कर रहे हैं। वह 2018 में फ्रांस में हुए वर्ल्ड कप में ब्रॉन्ज मेडल जीता।
मरियप्पन थंगावेलु (एथलेटिक्स)
वर्ल्ड रैंकिंग – 5
तमिलनाडु के रहने वाले मरियप्पन भारतीय पैरालिंपिक दल के ध्वजवाहक हैं। उन्होंने पिछले रियो पैरालिंपिक खेलों में पुरुषों की टी-42 में हाई जंप में गोल्ड मेडल जीता। वहीं 2019 वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी मरियप्पन ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्हें 2017 में पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। जबकि 2020 में राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
एकता भयान (एथलेटिक्स)
वर्ल्ड रैंकिंग-6
पांच साल पहले पैरा एथलीट में भाग लेने वाली एकता भयान से डिस्कस थ्रो में मेडल से उम्मीद हैं। वह नेशनल चैंपियनशिप में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए अब तक पांच मेडल जीत चुकी हैं। वह 2018 एशियन पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं।
सुंदर सिंह गुर्जर (एथलेटिक्स)
वर्ल्ड रैंकिंग-6
देवेंद्र झाझरिया के अलावा इस बार सुंदर सिंह गुर्जर से भी जेवलिन में मेडल की आस है। उन्होंने 2019 में दुबई में हुए पैरा एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में जेवलिन में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं 2017 लंदन पैरा एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी वह सिल्वर मेडल जीत चुके हैं। वहीं 2018 एशियन पैरा गेम्स में भी ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं।
सोमन राणा (एथलेटिक्स)
वर्ल्ड रैंकिंग -6
भारतीय सेना में हवलदार सोमन राणा शॉटपुट में देश का प्रतिनिधितव कर रहे हैं। साल 2006 में एक माइन विस्फोट में उनका दाहिना पैर उड़ गया था। वह एप-57 वर्ग में क्वालिफाई हुए हैं। उन्होंने इस साल 14 वें ट्यूनिस वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। वहीं उन्होंने 2019 वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रैंड पिक्स में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं। राणा से टोक्यो में मेडल की उम्मीद है।
प्रमोद भगत (बैडमिंटन)
वर्ल्ड रैंकिंग-1
ओडिसा के रहने वाले प्रमोद भगत इस साल दुबई में पैरा बैडमिंटन टूर्नामेंट दो गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता। वह टोक्यो में सिंगल्स और मिक्स्ड में भाग ले रहे हैं। 2019 में पारा बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। वहीं 2018 एशियन गेमस में भी ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं। इसके अलावा 2017 में वर्ल्ड पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप और 2014 एशियन पैरा गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं।
अवनी लखेरा( शूटिंग)
वर्ल्ड रैंकिंग-5
राजस्थान की जयपुर की रहने वाली अवनी लखेरा गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर हैं। 2012 में 12 साल की उम्र में एक्सीडेंट के बाद वह लकवाग्रस्त हो गई। जिसकी वजह से सीधे व्हीलचेयर पर आ गई। उन्होंने इस साल वर्ल्डकप में सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं। वहीं 2019 में क्रोएशिया में भी सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं। 2017 में वह जूनियर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुकी हैं।
रुबीना फ्रांसिस – ( शूटिंग)
वर्ल्ड रैंकिंग-5
रुबीना फ्रांसिस मध्यप्रदेश शूटिंग एकेडमी की हैं। इस साल पैरू के लीमा में आयोजित वर्ल्ड पैरा शूटिंग चैंपियनशिप में वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता है। वह 2019 में भी ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं। उनके नाम जूनियर वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज है। उनके पापा मोटर मैकेनिक हैं।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.