टीम के लिए बेटी की मौत का दर्द भुलाया: क्रिकेटर विष्णु सोलंकी नवजात का अंतिम संस्कार कर मैदान पर पहुंचे, रणजी ट्रॉफी में शतक लगाया
4 मिनट पहले
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रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा के लिए खेलने वाले विष्णु सोलंकी ने चंडीगढ़ के खिलाफ शतक जड़ा है। शतक लगाने के बाद हर कोई विष्णु को सलाम कर रहा है। इस खिलाड़ी की नवजात बच्ची खराब सेहत के कारण इस दुनिया को छोड़ कर चली गई। बेटी के निधन ने विष्णु को झकझोर दिया था। वो अपनी बेटी के अंतिम संस्कार से आए और अपनी टीम के लिए सभी गम को भुलाकर शतक लगा दिया।
बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन ने उन्हें रियल हीरो बताया है। उनकी इस दिलेरी वाली पारी को देखकर हर कोई सलाम कर रहा है। चंडीगढ़ के खिलाफ विष्णु ने 12 चौकों की मदद से 104 रन बनाए। सौराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफी खेल रहे बल्लेबाज शेल्डन जैक्सन ने ट्वीट कर लिखा, ‘मैं जितने खिलाड़ियों को जानता हूं शायद ही कोई इतना टफ प्लेयर हो। मेरी ओर से विष्णु और उनके परिवार को सलाम है। मैं चाहूंगा कि अभी ऐसे और शतक उनके बल्ले से निकलते दिखें।’
तेंदुलकर ने अपने पिता के निधन के बनाया था शतक
टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने 1999 वर्ल्ड कप के दौरान अपने पिता प्रोफेसर रमेश तेंदुलकर के निधन के तुरंत बाद शतक बनाया था। तेंदुलकर ने बताया था, ‘मैं घर आने पर अपनी मां को देखकर भावुक हो गया था। मेरे पिता के निधन के बाद वे टूट गई थीं, लेकिन उस दुख की घड़ी में भी वह मुझे घर पर रुकने देना नहीं चाहती थीं और वह चाहती थीं कि मैं राष्ट्रीय टीम के लिए खेलूं। जब मैंने केन्या के खिलाफ वह शतकीय पारी खेली थी, तो मैं बहुत भावुक हो गया था।’ साल 1999 वर्ल्ड कप में दौरान सचिन ने केन्या के खिलाफ 101 गेंदों पर 140 रन की पारी खेली।
1999 वर्ल्ड कप में केन्या के खिलाफ तेंदुलकर ने 140 रन बनाए थे।
विराट कोहली के साथ भी हुआ था कुछ ऐसा
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली के साथ भी रणजी मैच में कुछ ऐसा ही हुआ था। वे दिल्ली की टीम से खेल रहे थे अचानक उनके पिता का निधन हो गया। इसके बावजूद विराट बल्लेबाजी करने आए और बेहतरीन अर्धशतक लगाते हुए अपनी टीम को हार से बचाया। इसके बाद वे अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे।
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