झूलन के नाम पर होगा ईडन गार्डन्स का एक स्टैंड: 25 साल पहले स्टेडियम में वर्ल्ड कप फाइनल के दौरान बॉल गर्ल थीं गोस्वामी
कोलकाता2 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
चकदा एक्सप्रेस के नाम से मशहूर झूलन गोस्वामी ने शनिवार को क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर अपना फेयरवेल मैच खेला। अब उनका नाम एक और ऐतिहासिक स्टेडियम से जुड़ने जा रहा है। अब झूलन के नाम पर ईडन गार्डन्स का एक स्टैंड होगा।
CAB ने 39 साल की इस पूर्व भारतीय गेंदबाज के नाम पर एक स्टैंड का नाम रखने का फैसला लिया है। उसके अध्यक्ष अभिषेक डालमिया ने कहा- ‘हम ईडन गार्डन्स के एक स्टैंड का नाम झूलन गोस्वामी के नाम पर रखने जा रहे हैं। वे एक स्पेशल क्रिकेटर हैं और लीजेंड के साथ रहना डिसर्व करती हैं। हम जरूरी परमिशन के लिए आर्मी से कहेंगे। हम उनका सम्मान भी करेंगे।’
यह वही मैदान है। जहां आज से 25 साल पहले झूलन की एंट्री एक बॉल गर्ल ( बाउंड्री के बाहर से बॉल उठाने वाली लड़की) के रूप में हुई थी।
दो दिन पहले झूलन ने खुद इसका खुलासा करते हुए कहा था- ‘मैं कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में 1997-वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में बॉल उठाने गई थी। वहां ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच फाइनल खेला गया था। तभी मैंने पहली बार महिला क्रिकेट मैच देखा। वहीं मैंने क्रिकेट को करियर बनाने का फैसला किया और इंडिया खेलने का सपना देखा।’
आज दुनिया की सबसे तेज गेंदबाज और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज का रुतबा मिला हुआ है।
एक नजर में झूलन का करियर…
- 6 जनवरी 2002 को इंटरनेशनल डेब्यू किया था। अपने 19 साल के करियर में झूलन ने 283 मुकाबले खेले हैं। उनके नाम 355 विकेट हैं।
- विमेंस वनडे वर्ल्ड कप में सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं। उन्होंने 34 विश्व कप मैचों में 43 विकेट लिए हैं। वे विश्व कप में 2 बार 4 विकेट ले चुकी हैं।
- अपने इंटरनेशनल करियर में झूलन गोस्वामी ने 1,924 रन बनाए हैं। इसमें 3 फिफ्टी भी शामिल हैं। 2 अर्धशतक टेस्ट, जबकि एक वनडे में आया है।
- वे टी-20 और टेस्ट से पहले ही संन्यास ले चुकी हैं। उन्होंने भारत के लिए आखिरी टी20 मैच 2018 में और आखिरी टेस्ट अक्टूबर 2021 में खेला था।
80 KM रोज प्रैक्टिस करने जाती थीं
प. बंगाल के चकदा में जन्मी झूलन ने 15 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। वे 19 साल की उम्र में टीम इंडिया के लिए चुन ली गई थीं। घर के पास लड़के खेलने नहीं देते थे। इसलिए 80 KM दूर प्रैक्टिस करने जाती थीं।
काफी समय से था फेयरवेल मैच का इंतजार
झूलन को लंबे समय से फेयरवेल मैच का इंतजार था। BCCI उन्हें न्यूजीलैंड में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में ही फेयरवेल देना चाह रहा था, लेकिन वे चोट के कारण साउथ अफ्रीका के खिलाफ आखिरी लीग मैच में नहीं खेल सकी थीं। शुरुआती मुकाबले में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 19 रन देकर 2 विकेट लिए थे।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.