झुनझुनवाला की एयरलाइन अकासा लॉन्च: सिर्फ 1916 रुपए में बुक करें टिकट, आज मुंबई से अहमदाबाद रवाना हुई पहली फ्लाइट
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मुंबई5 दिन पहले
शेयर बाजार के बिग बुल राकेश झुनझुनवाला के निवेश वाली एयरलाइन ‘अकासा एयर’ की पहली फ्लाइट रविवार सुबह 10.05 बजे मुंबई से अहमदाबाद के लिए रवाना हुई। यूनियन सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अकासा की पहली कॉमर्शियल फ्लाइट को हरी झंडी दिखाई। ये फ्लाइट 11.25 बजे अहमदाबाद पहुंची। फुली बुक्ड फ्लाइट में 189 पैसेंजर्स के साथ-साथ कॉकपिट और केबिन क्रू भी शामिल थे।
अकासा एयर 13 अगस्त से बेंगलुरु-कोच्चि, 19 अगस्त से बेंगलुरु-मुंबई और 15 सितंबर से चेन्नई-मुंबई रूट पर भी ऑपरेट होना शुरू हो जाएगी। फ्लाइट का न्यूनतम किराया 1916 रुपए है। अकासा ने खुद को लो कॉस्ट एयरलाइन की तरह पेश किया है, जो स्पाइसजेट, इंडिगो, गो फर्स्ट जैसी कंपनीज को सीधी टक्कर देगी। झुनझुनवाला ने वेंचर में 40% हिस्सेदारी के लिए 35 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।
मुंबई एयरपोर्ट पर अकासा के लॉन्चिंग की तस्वीर। व्हील चेयर पर राकेश झुनझुनवाला और हाथ में माइक लिए एयरलाइन के CEO विनय दुबे
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और जनरल वीके सिंह ने अकासा की पहली फ्लाइट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
मुंबई-अहमदाबाद रूट
अकासा एयर बुधवार को छोड़कर हर दिन मुंबई और अहमदाबाद के बीच ऑपरेट होगी। मुंबई से इसके डिपार्चर का टाइम सुबह 10:05 बजे है। इसी तरह, अहमदाबाद से वापसी की उड़ान बुधवार को छोड़कर हर दिन दोपहर 12:05 बजे रहेगी।
भारत की नई एयरलाइन अकासा एयर का विमान मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने की तैयारी करते हुए
मुंबई से फ्लाइट का टिकट 2673 रुपए से शुरू होता है, जबकि अहमदाबाद से फ्लाइट का टिकट 2574 रुपए से शुरू होता है। मुंबई से अहमदाबाद की दूसरी फ्लाई दोपहर 02:05 बजे उड़ान भरेगी। अहमदाबाद से वापसी की उड़ान शाम 4:05 बजे होगी।
बेंगलुरु-कोच्चि रूट
एयरलाइन बेंगलुरु से कोच्चि के लिए सुबह 07:15 बजे और 11:00 बजे रोजाना ऑपरेट होगी। इसका टिकट 1916 रुपए से शुरू हैं। कोच्चि से वापसी की उड़ानें सुबह 09:05 बजे और दोपहर 01:10 बजे ऑपरेट होगी। इसके टिकट की कीमत 2481 रुपए से शुरू होती है।
मोबाइल ऐप, वेबसाइट से कर सकते हैं बुकिंग
फ्लाइट बुकिंग मोबाइल ऐप, मोबाइल वेब और डेस्कटॉप वेबसाइट www.akasaair.com ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से की जा सकती है। एयरलाइन की ऑन-बोर्ड मील सर्विस भी है जिसे कैफे अकासा से बुक किया जा सकता है। पास्ता, वियतनामी राइस रोल, हॉट चॉकलेट और इंडियन कुजीन जैसी चीजें कैफे अकासा ऑफर करता है।
2023 से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू होंगी
2023 की गर्मियों तक अकासा इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू कर देगा। तब तक इसमें 20 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे, जो स्थानीय नियमों के अनुसार विदेशी मार्गों पर दी जाने वाली सर्विस के लिए जरूरी हैं। अकासा के सभी 737 मैक्स के पास मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया, नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका के लिए उड़ान भरने का ऑप्शन होगा।
एयरलाइन कोड ‘QP’ और लोगो ‘राइजिंग A’
अकासा का एयरलाइन कोड ‘QP’ है। दुनिया की हर एयरलाइन का एक डिजाइनर कोड होता है। उदाहरण के लिए, इंडिगो का कोड 6E, गो फर्स्ट का G8 और एयर इंडिया का AI है। अकासा एयरलाइन का लोगो ‘राइजिंग A’ है। कंपनी ने जब लोगो लॉन्च किया था तब बताया था कि ‘राइजिंग A’ स्पिरिट ऑफ फ्लाइंग, एम ऑफ हाइट और परस्यूट ऑफ ड्रीम्स को रिप्रजेंट करता है। लोगो में ‘सनराइज ऑरेंज’ और ‘पैशनेट पर्पल’ रंग गर्मी और ऊर्जा को दर्शाता है।
अकासा एयर का ‘राइजिंग A’ लोगो उसके टेल विंग पर नजर आता है।
अकासा, इंडिगो और गो फर्स्ट सबसे सस्ती
अकासा की मुंबई-अहमदाबाद फ्लाट का 22 अगस्त का प्राइस 2673 रुपए हैं। इसी तारीख में गो फर्स्ट की फ्लाइट की कीमत 2674 रुपए और विस्तारा के फ्लाइट की कीमत 3,003, इंडिगो की 4,263, एयर इंडिया की 4,263 रुपए है। वहीं अकासा की बेंगलुरु से कोच्चि का 22 अगस्त का किराया 1916 रुपए है। इंडिगो भी 1914 रुपए में टिकट ऑफर कर रही है।
22 जुलाई को अकासा एयर ने अपनी पहली कॉमर्शियल फ्लाइट के लिए टिकट बुकिंग शुरू की थी।
फ्लाइट किराए की ये लिस्ट goibibo.com की है
लो-कॉस्ट एयरलाइन क्या है?
एविएशन इंडस्ट्री में एयरलाइंस को आम तौर पर तीन कैटेगरी में बांटा जाता है। नेटवर्क एयरलाइंस, लो कॉस्ट कैरियर और अल्ट्रा लो कॉस्ट कैरियर। लो-कॉस्ट कैरियर को बजट एयरलाइंस भी कहा जाता है। ये एयरलाइंस ट्रेडिशनल फुल सर्विस एयरलाइंस की तुलना में कम किराया और कम सुविधाएं प्रदान करती हैं। लो कॉस्ट एयरलाइन में इकोनॉमी, प्रीमियम इकोनॉमी, बिजनेस और फर्स्ट क्लास के डिवीजन के बजाय अक्सर सर्विस की केवल एक क्लास होती है।
कई बजट एयरलाइनों के पास अपने बेड़े में केवल एक प्रकार के एयरक्राफ्ट होते हैं। इससे क्रू की ट्रेनिंग का खर्च कम हो जाता है। लो कॉस्ट एयरलाइन में इन-फ्लाइट बेवरेज, कैरी-ऑन बैग, या प्री-फ्लाइट सीट सिलेक्शन जैसी चीजों के लिए अलग से चार्ज लिया जाता है। यानी आपको विमान में पानी की बोतल भी अलग से खरीदनी होती है।
बजट एयरलाइनों में ज्यादा सीटें होती हैं
बजट एयरलाइंस कम्फर्ट से ज्यादा हेड काउंट को प्राथमिकता देती है। जब कोई एयरलाइन एक विमान खरीदती है तो अपने अनुसार लेआउट, सीट टाइप और कॉन्फिगरेशन को कस्टोमाइज कराती है। लो कॉस्ट एयरलाइन सीट पिच, लेगरूम, अंडरसीट स्टोरेज और दो रो के बीच के पैसेज को कम करके सीटों की संख्या को अधिकतम करते हैं।
इससे एयरलाइन को अपना प्रॉफिट बढ़ाने में मदद मिलती है। एक ही तरह के बोइंग 737 विमान में सीटिंग कैपेसिटी 200 और 350 भी हो सकती है। ये एयरलाइन पर डिपेंड करता है कि वो अपने पैसेंजर्स को कंफर्ट देना चाहती या कम किराया।
अल्ट्रा लो कॉस्ट और नेटवर्क एयरलाइन
अल्ट्रा लो कॉस्ट एयरलाइन का किराया काफी कम होता है। टिकट की कीमत में बैग, स्नैक्स, बेवरेज, इन-फ्लाइट एंटरटेनमेंट और अन्य सुविधाओं शामिल नहीं होती। वहीं नेटवर्क एयरलाइन में पैसेंजर के कंफर्ट का पूरा ध्यान रखा जाता है।
फर्स्ट क्लास केबिन, क्लब लाउंज, इन-फ्लाइट एंटरटेनमेंट और वाई-फाई जैसी सुविधाएं इसमें मिलती है। इसका किराया भी बजट एयरलाइन की तुलना में काफी ज्यादा होता है। ये कई तरह के एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल अपनी फ्लीट में करती है। सीटिंग कैपेसिटी 50 से लेकर 400 तक की हो सकती है। सीटिंग कैपेसिटी एयक्राफ्ट और एयरलाइन पर डिपेंड करती है।
एविएशन इंडस्ट्री का बिजनेस मुश्किल
2012 में किंगफिशर बैंकों, कर्मचारियों और एयरपोर्ट का बकाया चुकाने में नाकाम रहने के बाद बंद हो गई। जबकि जेट एयरवेज के पास अदालत की निगरानी में दिवाला-समाधान प्रक्रिया के बाद नए मालिक हैं। स्पाइसजेट की हालत भी ठीक नहीं है।
कुल मिलाकर अभी जो लोग इस बिजनेस में हैं उनके लिए समय काफी कठिन है। तो, अकासा को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा? फेयर वॉर और स्ट्रक्चरल चैलेंज, विशेष रूप से जेट फ्यूल की हाई कॉस्ट, कुछ तात्कालिक चिंताएं हैं। आने वाले समय में, इसे मेट्रो एयरपोर्ट पर प्राइम स्लॉट जैसी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ सकता है।
हाई पैसेंजर वॉल्यूम, कट-थ्रोट कॉम्पिटिशन और रेस्ट्रिक्टेड इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ मार्केट में लॉन्च होने वाली एयरलाइन के लिए, सर्विसेज की कंसिसटेंट डिलीवरी एक बड़ी चुनौती होगी। एक्सपर्ट के मुताबिक एयरलाइन को सक्सेसफुल होने के लिए इस तरह के मार्केट में कॉस्ट स्ट्रक्चर से लेकर सर्विसेज और ग्रोथ में कंसिसटेंसी की जरूरत पड़ेगी। लेकिन क्लीन स्लेट से शुरुआत करना अकासा का सबसे बड़ा एडवांटेज हो सकता है।
अकासा के CEO दुबे कहते हैं, ‘आने वाले 20 सालों में डिमांड में काफी ज्यादा तेजी आने वाली है। ऐसे में हमें किसी और का मार्केट शेयर लेने या किसी और के ट्रैफिक को स्टील करने की जरूरत नहीं है!’
अकासा का दावा है कि वो वर्ल्ड की ग्रीनेस्ट एयरलाइन है। क्रू की यूनिफॉर्म भी मरीन वेस्ट को रिसाइकल कर बनाई गई है
इंडिया का कॉस्ट सेंसेटिव मार्केट
इंडियन पैसेंजर बहुत ही ज्यादा कॉस्ट सेंसेटिव हैं। टिकट की कीमत बाजार की मांग के प्रमुख निर्धारकों में से एक है। ऐसे में अकासा को अपने नेटवर्क का विस्तार करते हुए कॉम्पिटिटिव फेयर पर पूरा फोकस करना होगा। हालांकि मांग में तेजी के बावजूद जेट फ्यूल की कीमतों में तेज बढ़ोतरी से इंडस्ट्री की प्रॉफिटेबिलिटी प्रभावित हुई है। इस कारण कैरियर्स ने भी किराए में बढ़तरी की है।
अब अकासा जैसे नए कैरियर के प्रवेश, जेट एयरवेज के रिवाइवल और टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, विस्तारा और एयरएशिया इंडिया के एकीकरण के साथ, बढ़ते कॉम्पिटिशन के बीच यात्रियों को हवाई किराए में कुछ राहत मिल सकती है।
नए प्लेयर्स की एंट्री से मिलेगा ट्रैवलर्स को फायदा
बीती दिनों ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी EaseMyTrip.com के CEO और को-फाउंडर निशांत पिट्टी ने कहा था, ‘एविएशन मार्केट में डिमांड बढ़ती रहेगी और नए प्लेयर्स ट्रैवलर्स के लिए ज्यादा बेनिफिट और ऑप्शन लेकर आएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘प्राइस और ऑफर के मामले में मार्केट और ज्यादा डायनेमिक हो जाएगा।’
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