गेंदबाज यश दयाल की कहानी, पिता कोच की जुबानी: बोले- हाथ में बॉल और बैट लेकर सोता था बेटा, गॉड गिफ्टेड है बॉलिंग का टैलेंट
प्रयागराज11 मिनट पहलेलेखक: अंजनी श्रीवास्तव
बेंगलुरु में चल रहे IPL मेगा आक्शन में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज यश दयाल को गुजरात टाइटन्स ने 3.20 करोड़ में खरीदा है। उनकी 20 लाख बेस प्राइस बोली थी। अनकैप्ड क्रिकेटर यश के लिए RCB, KKR और गुजरात ने बोली लगाई थी। यश प्रयागराज के रहने वाले हैं।
20 लाख के बेस प्राइस वाले यश दयाल को 3.20 करोड़ में गुजरात टाइटन्स ने खरीदा। यश के लिए RCB, गुजरात और KKR ने बोली लगाई थी। दयाल उत्तर प्रदेश के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज है।
यश ने उत्तर प्रदेश की ओर से खेलते हुए 142 किमी की रफ्तार से गेंद फेंककर सनसनी फैला दी थी। अब तक वो 12 प्रथम श्रेणी मैचों में 45 विकेट, लिस्ट ए क्रिकेट के 14 मैचों में 23 विकेट और 15 T20 मैचों में 15 विकेट ले चुके हैं। उनका जन्म प्रयागराज के करबला में 13 दिसंबर 1997 को हुआ था। पिता चंद्रपाल दयाल भी क्रिकेटर रहे हैं। यश ने महज 5 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। यश ने अपने पिता से ही क्रिकेट बारीकियां सीखी है। यश के चयन पर पिता व कोच चंद्र पाल दयाल से भास्कर ने बातचीत की, पेश है खास रिपोर्ट…
सवाल : क्रिकेट की ओर कैसे रुझान हुआ?
जवाब : 3-4 साल का होने के बाद से ही यश को क्रिकेट का धुन रहता था। जैसे-जैसे वह बड़ा हुआ, वह मुझे क्रिकेट खेलते मुझे देखता था। उसे क्रिकेट का ऐसा धुन रहता था, कि जब वह सोता तभी उसके हाथ से बॉल व बैट रहता था।
सवाल : आखिर बॉलर बनना क्यों पसंद किया?
जवाब : दरअसल, मैं भी फास्ट बॉलर था, वह मुझे बालिंग करते देखता था, तो हमेशा वह बॉलिंग करने की कोशिश करता था।
IPL मेगा आक्शन के दौरान परिवार की टीवी पर रही निगाह।
सवाल : यश का आइडियल कौन क्रिक्रेटर है?
जवाब : यश अपना आइडियल जहीर खान को मानते हैं, बचपन से ही जहीर खान की बॉलिंग की कापी करता था। ऐसी संयोग भी रहा कि 2 बार मुंबई इंडियंस ने ट्रायल के लिए बुलाया, वहां पर जहीर खान ने ही उनका ट्रायल लिया। जहीर खान से बड़ा प्रभावित रहा है।
संगम तट पर परिवार के साथ यश दयाल।
सवाल : कब लगा कि वह अच्छा बॉलर हो सकता है?
जवाब : टैलेंट उसके अंदर बॉलिंग का रहा है। करीब 5 साल की उम्र में मैं जब 1 दिन नेट प्रैक्टिस कर रहा था। तो इसने वहां बॉलिंग की, मैं देखता रहा गया। दोस्तों ने कहा कि चंद्रपाल भाई ये तो पूरा फास्ट बॉलर का एक्शन कर रहा है। ये तो गॉड गिफ्टेड है। मैंने इसको करीब 9 साल की उम्र में अपने साथ टीम में खिलाना शुरू कर दिया था।
बॉलिंग के एक्शन में यश दयाल।
जवाब : क्या सरकारी जॉब का ऑफर भी आया था?
जवाब : अभी कुछ महीने पहले एजी आफिस में खेला कोटा के तहत ऑडिटर पद के लिए अवसर मिला था, पर मैंने उसे ज्वाइन नहीं कराया। मुझे इसकी क्षमता का अनुमान था और वह उम्मीद पर भी खरा उतरा है। उम्मीद है कि वह जल्द ही भारतीय क्रिकेट टीम में भी अपना स्थान पक्का करेगा।
यश दयाल जब पांच साल के थे तब की फोटो।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.