स्पोर्ट्स डेस्क8 मिनट पहले
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ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा कि भारत में जारी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बल्लेबाजों के लिए बुरे सपने की तरह है। पूरी सीरीज में स्पिनर्स हावी रहे, बैटर्स के रन कम ही नहीं निकले हैं। यहां विराट कोहली की तरह बाकी बैटर्स ने भी स्ट्रगल किया। लेकिन, कोहली एक चैंपियन खिलाड़ी हैं और टेस्ट में भी जल्द ही बड़ी पारी खेलते नजर आएंगे।
कोहली भी सच्चाई जानते हैं
ICC रिव्यू में पोंटिंग बोले, ‘कोहली के लिए मैंने हमेशा से कहा है कि वह एक चैंपियन खिलाड़ी हैं, जो हमेशा मुश्किलों से आगे बढ़ने का रास्ता निकाल लेते हैं। उनके बैट से अभी रन नहीं निकल रहे। हम सभी उनसे बड़ी पारी की उम्मीद भी कर रहे हैं, लेकिन कोहली खुद भी इस सच्चाई को जानते हैं।’
पोंटिंग बोले, ‘जब आप एक बैटर हों और आपके बैट से रन न निकलें तो आपको खुद में यह अहसास होने लग जाता है कि कुछ गलत हो रहा है। लेकिन, मैं इस बारे में थोड़ा भी चिंतिंत नहीं हूं, मुझे विश्वास है कि कोहली बाउंस बैक करेंगे और बड़ी पारी खेलेंगे।’
14 पारियों से फिफ्टी नहीं बना सके
पोंटिंग तो विराट के फॉर्म में वापसी को लेकर कॉन्फिडेंट हैं, लेकिन टेस्ट में कोहली पिछलीं 14 पारियों से फिफ्टी नहीं बना सके हैं। उन्होंने 11 जनवरी 2022 को आखिरी बार साउथ अफ्रीका में 79 रन की पारी खेली थी। इस पारी के बाद से उनका बेस्ट स्कोर 45 रन रहा। वे 2 ही बार 25 रन का आंकड़ा पार सके यानी कि 12 पारियों में उन्होंने 25 से कम के स्कोर बनाए।
‘बॉर्डर-गावस्कर सीरीज बैटर्स के लिए नहीं’
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में भी कोहली कुछ खास नहीं कर सके। 3 टेस्ट की 5 पारियों में वह 12, 20, 44, 13 और 22 रन की पारियां ही खेल सकें। हालांकि पोंटिंग ने कहा कि भारत में जारी टेस्ट सीरीज बैटर्स के लिए बुरे सपने की तरह है। यहां स्पिनर्स को ही ज्यादा मदद है।
ऐसा पोंटिंग ने इसलिए भी कहा क्योंकि सीरीज के 3 टेस्ट में एक शतक लगा है। यहां तक कि 7 बार ही बल्लेबाज फिफ्टी का आंकड़ा पार सके जो बैटर्स के लिए वाकई में चिंताजनक है।
ऑस्ट्रेलिया ने बेहतर खेल दिखाया
भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज पर पोंटिंग बोले कि शुरुआती 2 टेस्ट हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने बेहतरीन कमबैक किया। इंदौर में टर्निंग ट्रैक पर टॉस हारने के बाद मैच जीतना वाकई में शानदार था। सभी जानते हैं कि इस सीरीज में बैटिंग करना मुश्किल है। ऐसा इसलिए नहीं कि यहां टर्न बहुत ज्यादा हो रहा है, बल्कि इसलिए भी कि पिचों पर बाउंस भी बहुत कम है।
जब पिच पर बाउंस नहीं होता तब ज्यादातर बैटर कन्फ्यूज रहते हैं कि अगले शॉट के लिए पैर बाहर निकालें या नहीं। इसी कन्फ्यूजन में वे विकेट गंवा देते हैं।
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इंदौर टेस्ट में भारत की शर्मनाक हार
इंदौर टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को भारत को 9 विकेट से हरा दिया। भारत ने 76 रन का टारगेट दिया था, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने खेल शुरू होने के 76 मिनट में ही हासिल कर लिया है। ट्रेविस हेड ने 49 रन की पारी खेली।इस जीत से कंगारू टीम ने चार मुकाबलों की सीरीज में 2-1 की वापसी की। सीरीज का आखिरी मुकाबला 9 से 13 मार्च तक अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर खेला जाएगा। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
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