कुश्ती संघ विवाद में बृजभूषण VS दीपेंद्र हुड्डा: अध्यक्ष ने कहा- दीपेंद्र धरने का मास्टरमाइंड; सांसद बोले- घृणित अपराधों के आरोपी दे रहे राजनीतिक रुप
अमन वर्मा, पानीपतएक मिनट पहले
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भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना प्रदर्शन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी है। बृजभूषण ने धरने को प्री-प्लांड बताते हुए इसका ठीकरा हरियाणा राज्यसभा के कांग्रेसी सांसद दीपेंद्र हुड्डा के सिर फोड़ा है।
उन्होंने दीपेंद्र हुड्डा को इस धरने का मास्टमाइंड बताया है। साथ ही कहा है कि आगामी हरियाणा के चुनावों के लिए दीपेंद्र हुड्डा ने यह साजिश रची है। विरोध करने वाले सभी पहलवान एक ही कम्यूनिटी के हैं। इस बारे में दैनिक भास्कर ने सांसद दीपेंद्र हुड्डा से एक्सक्लूसिव बातचीत की। उन्होंने कहा कि ऐसे घृणित अपराधों के आरोपी बृजभूषण इसे राजनीतिक रूप दे रहे हैं।
दैनिक भास्कर की दीपेंद्र हुड्डा से विशेष बातचीत
सवाल: WFI अध्यक्ष बृजभूषण ने आरोप जड़े हैं कि चुनावों के लिए दीपेंद्र हुड्डा ने साजिश रची है, इसमें कितनी सच्चाई है ?
जवाब: ऐसे घृणित अपराधों के आरोपी हैं बृजभूषण, जो भी महिला पहलवानों समेत सभी प्रदर्शनकारी रेसलर्स का समर्थन करेगा वे उसी पर मिलीभगत का आरोप लगाएंगे। ये बड़े दुर्भाग्य की बात है कि ऐसे आरोपी अपने बचाव में इसे राजनीतिक रूप दे रहे हैं।
सवाल: तो क्या दीपेंद्र हुड्डा इस प्रकरण में किसी तरह शामिल हैं या नहीं ?
जवाब: अब तो पूरा देश ही इनके समर्थन में हैं, हम भी समर्थन कर रहे हैं। गलत के खिलाफ पूरा देश आवाज उठा रहा है।
सवाल: आप खिलाड़ियों के साथ हैं, तो आप इसमें किस तरह की कार्रवाई को सही ठहराएंगे?
जवाब: अध्यक्ष बृजभूषण इस्तीफा दें। कुश्ती संघ को भंग किया जाना चाहिए। इसकी CBI जांच भी होनी चाहिए। क्योंकि इस प्रकरण में जो भी दोषी हो, उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
सवाल: क्या अध्यक्ष के अलावा कोई और भी नाम आरोपों के घेरे में है?
जवाब: इसमें एक-दो कोच के और नाम सामने आ रहे हैं, उन पर भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। पूरी सच्चाई देश के सामने आनी चाहिए।
सवाल: जब इंटरनेशनल प्लेयर्स भी इस तरह के आरोप लगाकर इंसाफ के लिए धरने पर बैठे हैं, तो नए खिलाड़ियों और उनके परिजनों पर कोई प्रभाव पड़ेगा?
जवाब: ये साधारण लोग नहीं हैं। इन दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। ताकि माता-पिता अपने बच्चों को खेल जगत में बेफ्रिक होकर भेजे।
सवाल: बृजभूषण का आरोप है कि धरना कर रहे खिलाड़ी लगभग एक ही कम्यूनिटी के हैं, इसलिए दीपेंद्र हुड्डा ने उनसे संपर्क कर ऐसा करवाया है।
जवाब: खिलाड़ियों को जाति-धर्म, रंग-रूप में नहीं बांटा जाना चाहिए। क्योंकि ये देश का गौरव होते हैं। ये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करते हैं। ये खिलाड़ी देश के लिए समर्पित हैं। इन्हें किसी भी जाति-पाति से नहीं आंका जाना चाहिए। पूरा देश इनके साथ है।
सवाल: क्या आपकी खिलाड़ियों से सीधे तौर पर बातचीत हुई है?
जवाब: जिस दिन ये धरने पर बैठे थे, उस शाम को मैंने खिलाड़ियों से बात की थी। उनको अपना सर्मथन दिया था। तब खिलाड़ियों ने कहा था कि वे अपनी लड़ाई खुद लड़ना चाहते हैं। वे इस प्रकरण में सरकार की कार्रवाई देखना चाहते हैं। हम अपने धरने में किसी भी राजनीतिक दल को अभी शामिल नहीं कर रहे हैं। मैंने उनकी इस बात का स्वागत और सम्मान किया था।
सवाल: इस मामले में सत्ता पक्ष के रवैया के बारे में आपका क्या कहना है?
जवाब: मैं खिलाड़ियों को बधाई देता हूं। खास तौर से महिला खिलाड़ी बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने आगे आकर गलत के खिलाफ आवाज उठाई है। सत्ता पक्ष की खामोशी सही नहीं है।
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