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बेंगलुरु13 घंटे पहले
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बेंगलुरु के रहने वाले 35 साल के युवा जय प्रकाश को अपने पिता का डिपार्टमेंटल स्टोर विरासत में मिला। डायमंड डिस्ट्रिक्ट नाम से चर्चित समृद्ध अपार्टमेंट में स्टोर का बड़ा और भरोसेमंद ग्राहक वर्ग था। 400 वर्गफुट के इस स्टोर में चावल, दाल, ब्रेड और ताजे उत्पाद बेचे जाते थे। इससे लगभग रोजाना 15 हजार रुपए की कमाई होती थी। पर ये स्थिति महामारी के पहले थी। लोग घरों में ज्यादा रहने लगे और जरूरत की चीजें ऑनलाइन मंगाने लगे। लोगों को वो सर्विस पसंद आ रहीं हैं जो 20 मिनट से भी कम समय में डिलीवरी का वादा करती हैं।
प्रकाश की रोजाना की आमदनी आधी रह गई। पुराने ग्राहक जो सामान की क्वालिटी के बारे में जानते थे, आज भी उनसे जुड़े हैं। पर सब कुछ पहले जैसा नहीं रहा। प्रकाश के लिए जल्द ऑनलाइन स्टोर खोलना, वेबसाइट डिजाइन करना, मार्केटिंग पर खर्च और डिलीवरी फ्लीट तैयार करना बड़ी चुनौती थी। पर केंद्र सरकार की नई पहल ने उनके दो दशक पुराने कारोबार के लिए उम्मीद जगा दी है।
दरअसल ऑनलाइन और ऑफलाइन कारोबार से जुड़े लोगों को समान रूप से मौके देने के लिए और अमेरिकी टेक कंपनियों के वर्चस्व को कम करने के लिए सरकार समाधान लेकर आई है। जो सभी तरह के विक्रेताओं को अपने उत्पादों को बड़े रिटेलर्स के साथ शॉपिंग एप में अपने उत्पाद दिखाने में सक्षम बनाता है। इसे ONDC (ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स) कहते हैं। यह सिस्टम ऑफलाइन रिटेलर्स को बड़े ऑनलाइन रिटेलर्स के साथ कंपीटिशन करने की सहूलियत देगी, जिसमें पिछले सालभर में उभरीं कई तेजी से किराने की डिलीवरी सेवाएं शामिल हैं।
इस नए सिस्टम में ग्राहक अपना पसंदीदा शॉपिंग ऐप खोलने में सक्षम होंगे (ONDC के साथ जुड़े होने पर) और ONDC का हिस्सा रहे सभी विक्रेताओं से उत्पाद ढूंढ़ सकेंगे। इनमें स्थानीय और करीब मौजूद स्टोर भी शामिल रहेंगे। 27 जून को यूपी ONDC से जुड़ने वाला पहला राज्य बनेगा। इसमें लखनऊ के ओडीओपी उत्पाद को शामिल किया जाएगा। बाद में दूसरे राज्यों के उत्पादों को भी जोड़ा जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट में खाने और किराने की चीजों को रखा गया है।
जल्द ही बाकी कॉमर्शियल उत्पादों के लिए भी इस सेवा का इस्तेमाल होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक टेक दिग्गज गूगल और अमेजन भी इससे जुड़ने के लिए बातचीत कर रहे हैं। यानी जब ग्राहक अमेजन एप खोलेंगे तो वह ONDC के साथ रजिस्टर्ड किसी भी विक्रेता से खरीदारी कर सकेंगे।
बुनियादी समस्या का असामान्य समाधान
एक ऐसा दौर जहां पर जहां ऑनलाइन दिग्गजों और बिग टेक का बाजार पर कब्जा है। उस स्थिति में यह समाधान असामान्य है। सरकार सभी तरह के रिटेलर्स को एक छत के तले लाने के लिए प्रोटोकॉल बना रही है। इससे पहले यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के लिए भी प्रोटोकॉल बनाया था जो स्मार्टफोन एप के जरिये रियल टाइम बैंक से बैंक ट्रांसफर की अनुमति देता है। बीते मई देश में 600 करोड़ से ज्यादा यूपीआई ट्रांजैक्शन हुए, जो उस संभावित पैमाने को दिखाता है जो सरकार कारोबारियों के लिए टेक्नोलॉजी टूल्स बनाकर हासिल कर सकती है।
ONDC के सीईओ टी. कोशी कहते हैं, ‘हमने एक स्मार्ट सॉल्यूशन खोजा है जो सहभागी, निष्पक्ष, समावेशी और लोकतांत्रिक है। 29 साल की औसत उम्र और दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी आबादी भारतीयों की हैं और सबसे युवा भी। भारी भरकम पैकेज और भारी दबाव वाली नौकरियों के चलते इनके पास खरीदारी का वक्त नहीं है। इसलिए ऑनलाइन डिलीवरी सेवाओं की संख्या बढ़ती जा रही है। पर ONDC प्रोटोकॉल ऑफलाइन रिटेलर्स के लिए मददगार साबित हो सकता है। उनके पास अब मोटी जेब वाले स्टार्टअप के साथ कंपीटिशन के लिए एक मंच है। कोशी कहते हैं, ONDC विक्रेताओं उनकी पेशकश और विशेषज्ञता के पैमाने के आधार पर सफल होने में मदद करेगा। न कि उस पैमाने पर जो कई स्टार्टअप फंडिंग हासिल करने के लिए मदद करता है।
बहरहाल प्रकाश ने अपना इंस्टेंट नूडल्स और कॉफी के रूप में ONDC पर अपना पहला ऑर्डर पूरा किया। धीरे-धीरे उनके ऑर्डर बढ़ रहे हैं, पर प्रकाश आने वाले बदलाव को लेकर आशावादी हैं। उन्हें यकीन है कि ONDC उनके कारोबार को वापस पटरी पर ले आएगा…जैसा महामारी के पहले था।
15 गुना बढ़ेगा ग्रोसरी डिलीवरी का मार्केट
पिछले एक साल में इंस्टेंट ग्रोसरी डिलीवरी का मार्केट तेजी से उभरा है। रिसर्च और कंसल्टिंग फर्म रेडसीअर के मुताबिक अभी ये 5480 करोड़ रुपए से ज्यादा का है, 2025 तक यह करीब 15 गुना बढ़कर 43 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा। इसके चलते यह ईयू और चीन से आगे हो जाएगा। अल्ट्रा फास्ट ऑनलाइन डिलीवरी ने अमेरिका और यूरोप में भी जोर पकड़ा है। स्पेन का ग्लोवो, जर्मनी में गोरिल्ला, फ्रांस में केजू और लंदन में जैप इसके ताजा उदाहरण हैं।
100 शहर, एक करोड़ कारोबारी जोड़े जाएंगे
सरकार ने इस साल अक्टूबर तक 3 करोड़ विक्रेताओं और 1 करोड़ कारोबारियों को ONDC से जोड़ने की योजना बनाई है। इसे 100 शहरों तक विस्तारित किया जाएगा। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऑनलाइन कॉमर्स ने इंडस्ट्री को प्रभावित तो किया है, पर अब यह कारोबार को नए तरीके से परिभाषित करने जा रहा है। इसमें ONDC अहम रहेगा। रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सीईओ कुमार राजगोपालन ने कहा कि ONDC पूरे सेगमेंट को नया आयाम देगा। भारतीय ग्राहक खरीदारी के लिए ऑनलाइन पर काफी सर्च करते हैं। यदि उनका भरोसमंद स्टोर मािलक ऑनलाइन है, तो वे निश्चित रूप से स्विच ओवर करेंगे।
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