स्पोर्ट्स डेस्कएक मिनट पहले
- कॉपी लिंक
अगले महीने टीम इंडिया वेस्टइंडीज दौरे पर जाएगी। 12 जुलाई को पहला टेस्ट खेला जाएगा। इसके साथ भी भारतीय टीम के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल की शुरुआत होगी। 2021 और 2023 में लगातार 2 बार हारने के बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से टीम इंडिया में बदलाव किए जा सकते है। WTC फाइनल 2025 में इंग्लैंड के लॉर्ड्स में खेला जाएगा। तब तक इस साल का फाइनल खेलने वाले अधिकांश खिलाड़ी 35 की उम्र से ज्यादा के हो चुके होंगे।
2025 WTC फाइनल तक रोहित शर्मा और आर अश्विन 38 साल के हो जाएंगे, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे 37, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा 36 और मोहम्मद शमी 34 साल के होंगे। इस बीच एक भारतीय टीम की एक पूरी जनरेशन खेल को एक साथ अलविदा कह सकती है। इस कारण अब भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम में बदलाव देखने को मिल सकते है।
स्टोरी में हम जानेंगे कि ओपनर से ले कर बॉलिंग लाइनअप तक भारतीय टेस्ट टीम में क्या- क्या बदलाव हो सकते है….
रोहित शर्मा और विराट कोहली का फ्यूचर
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के लिए अगले दो साल बहुत महत्वपूर्ण होंगे। विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में चौथे भारतीय टॉप स्कोरर बनने के करीब है। वें वीवीएस लक्ष्मण (8781) से सिर्फ 302 रन दूर है। विराट कोहली के पास लक्ष्य है और टॉप फिटनेस भी ऐसे में विराट कोहली का अगले दो साल टीम में रहना पक्का है। विराट 2025 के बाद भी टेस्ट क्रिकेट खेल सकते है। नंबर 4 पर कोहली की जगह लेने वाला बल्लेबाज भी भारत के पास नहीं है। श्रेयस अय्यर चोटिल है। वहीं, शुभमन गिल ओपनर के रोल में ही रहने वाले है।
दूसरी ओर रोहित शर्मा के लिए टेस्ट में रहना मुश्किल होगा। पिछले 4 सालों में रोहित का प्रदर्शन तीनों फॉर्मेट में गिरा है। कप्तानी और तीन फॉर्मेट के प्रेशर को रोहित झेल नहीं पा रहे है। अगर रोहित टेस्ट में बने रहना चाहते है तो उन्हें टी-20 फाॅर्मेट छोड़ना होगा। अगर रोहित व्हाइट बॉल क्रिकेट खेलते है तो अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उन्हें रेड बॉल क्रिकेट को अलविदा कहना होगा।
दो साल से पुजारा और रहाणे टीम में अस्थाई
पिछले दो साल से टीम इंडिया के लिए मैच विनर बनने के बावजूद चेतेश्वेर पुजारा और अजिंक्य रहाणे टीम से बाहर होते रहे है। दोनों प्लेयर्स को 2021-23 WTC साइकिल के दौरान टीम से ड्राॅप किया गया। हालांकि, दोनों ने अपनी जगह बनाई। वेस्टइंडीज के खिलाफ दोनों का खेलना तय है, लेकिन भारतीय टीम नंबर 3 पर पुजारा और नंबर 5 पर रहाणे की जगह नए चेहरे ला सकता है।
बंगाल के अभिमन्यु ईश्वरन ने टॉप आर्डर पर शानदार बल्लेबाजी की है। पिछले साल नवंबर में इंडिया A की ओर से ईश्वरन ने बांग्लादेश A के खिलाफ 142 रन की शानदार पारी खेली थी। वहीं, बंगाल की ओर से रणजी और दलीप ट्रॉफी में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है।
टॉप आर्डर में यशस्वी जायसवाल और सरफराज ने भी मुंबई के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। सरफराज खान ने इंडिया-ए के लिए अब तक 4 मैच खेले हैं। इनकी 7 पारियों में उन्होंने 34.16 की औसत से 205 रन बनाए हैं। उनके बैट से 2 फिफ्टी आईं और उन्होंने 5 विकेट भी लिए।
नंबर 5 के लिए भी नए खिलाड़ी भारतीय टीम के पास है। मध्य प्रदेश के रजत पाटीदार ने रणजी में शानदार प्रदर्शन किया है। वहीं, 20 साल के तिलक वर्मा ने भी इंडिया A के लिए 3 रेड बॉल क्रिकेट मैच खेले है। आने वाले समय में यह खिलाड़ी टीम में रहने और पुजारा की जगह ले सकते है।
बुमराह के पास बहुत समय लेकिन शमी के पास ज्यादा जिम्मेदारी
टीम के टॉप बॉलर जसप्रीत बुमराह के पास आगे 5 से 6 साल का करियर है। बुमराह अगर चोट से ऊभर जाते है तो वह रेगुलर टेस्ट बोलेर रहेंगे। दूसरी ओर मोहम्मद शमी इंजरी से तो दूर है, लेकिन उनपर तीनों फॉर्मेट की जिम्मेदारी है। पहले उन्हें 2023 वनडे वर्ल्ड कप खेलना है। इसके बाद शमी 2024 टी-20 वर्ल्ड कप भी खेल सकते है।
ऐसे में 32 साल के शमी के ऊपर बहुत जिम्मेदारी होगी। अगर टेस्ट में शमी को आगे खेलते रहना है तो उन्हें व्हाइट बॉल क्रिकेट से दूर होना होगा। टेस्ट में जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे उम्रदराज फास्ट बॉलर टेस्ट क्रिकेट खेल रहे है, लेकिन, उन्होंने लिमिटेड ओवर्स के क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा। वहीं, उमेश यादव भी 35 साल के हो चुके है, और अब शायद ही वह टेस्ट टीम में दिखे।
जडेजा की जगह ले सकते है अक्षर, लेकिन अश्विन का रिप्लेसमेंट नहीं
भारतीय टीम ने स्पिन बॉलिंग अटैक को लेकर व्हाइट बॉल क्रिकेट में कई प्रयोग किए है। हालांकि, रेड बॉल क्रिकेट में टीम ने ज्यादा प्लेयर आजमाए नहीं है। रवींद्र जडेजा लेफ्ट हैंड बैटर है और लेफ्ट आर्म ऑफ स्पिनर है। उनकी जगह टीम में कई बार अक्षर पटेल ने उनकी जगह ली और शानदार प्रदर्शन भी किया। 29 साल के अनुभवी अक्षर के आगे अभी 5-6 साल का करियर है और वह आने वाले समय में जडेजा की जगह सकते है।
दूसरी ओर टीम के पास आर अश्विन का रिप्लेसमेंट नहीं है। दुनिया के नंबर 1 टेस्ट बॉलर अश्विन लगभग 12 साल से टीम इंडिया का हिस्सा है। टीम में कुलदीप यादव बेंच पर रहे है। जबकि सौरभ कुमार और राहुल चाहर के पास अनुभव की बहुत कमी है। ऐसे में अश्विन का रिप्लेसमेंट खोजना मैनेजमेंट के लिए चुनौती होगी।
हार्दिक पंड्या बन सकते है लिमिटेड ओवर फॉर्मेट के कप्तान
गुजरात टाइटंस में हार्दिक पांड्या की सफलता ने उन्हें रोहित की जगह भारत के टी-20 इंटरनेशनल के कप्तान के रूप में दावेदार बना दिया है। टी-20 के बाद हार्दिक वनडे फाॅर्मेट के भी कप्तान भी बन सकते है। हालांकि, हार्दिक टेस्ट के खिलाड़ी नहीं है। ऐसे में टेस्ट के लिए आने वाले समय में भारत को नया कप्तान ढूंढना होगा।
कप्तान के रूप में अब किसी भी उम्रदराज खिलाड़ी को नहीं देखा जा सकता है। एक टूर्नामेंट या कप जीतने के लिए कप्तान को भी समय चाहिए होता है। अब टेस्ट की कप्तानी ऋषभ पंत को सौंपी जा सकती है। वहीं, उनके नहीं होने पर इस WTC साइकिल में शुभमन गिल को कप्तान बनाकर एक्सपेरिमेंट किया जा सकता है।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.