आपके फायदे की बात: टैक्स छूट के साथ चाहिए शानदार रिटर्न तो इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम में करें निवेश, बीते 1 साल में दिया 93% तक का रिटर्न
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नई दिल्ली5 मिनट पहले
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इन दिनों अगर आप पैसा निवेश करने के लिए कोई ऐसा ऑप्शन तलाश रहे हैं जहां से आपको आपको अच्छे रिटर्न के साथ टैक्स छूट का भी फायदा मिल सके तो आप इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम यानी ELSS में निवेश कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड की इस स्कीम ने बीते एक साल में 93% तक का रिटर्न दिया है। इसके अलावा इसमें निवेश करने पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत 1.5 लाख रुपए तक टैक्स छूट का लाभ ले सकते हैं।
रहता है 3 साल का लॉक-इन पीरियड
ELSS में 3 साल का लॉक-इन पीरियड रहता है यानी आप जो पैसा इसमें इन्वेस्ट करेंगे वो 3 साल बाद ही निकाल सकेंगे। यह इस स्कीम का एक बहुत ही अच्छा फीचर है। अन्य स्कीम्स की तुलना में इसका लॉक-इन पीरियड काफी कम है। हालांकि यह लॉक इन पीरियड समाप्त होने के बाद निवेशक इसे जारी रख सकता है। ELSS में लम्बे समय के लिए निवेश करना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।
सेक्शन 80 सी के तहत टैक्स छूट
एक वित्त वर्ष में आप 1.5 लाख रु तक निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट सेक्शन 80 सी के तहत टैक्स छूट का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा ELSS में निवेश पर होने वाला लाभ और रिडम्पशन (निवेश यूनिट को बेचना) से मिलने वाली राशि भी पूरी तरह टैक्स फ्री होती है।
1 लाख रुपए तक कोई टैक्स नहीं
म्यूचुअल फंड से एक साल में मिलने वाले 1 लाख रुपए तक लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) को आयकर से छूट है। यानी आपको 1 लाख रुपए तक कोई टैक्स नहीं देना होता है। इस सीमा से अधिक लाभ पर 10% की दर से टैक्स देना होता है।
500 रुपए से कर सकते हैं निवेश की शुरुआत
ELSS में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP या सिप) के जरिए 500 रुपए से भी निवेश की शुरुआत की जा सकती है। वहीं अधिकतम की कोई सीमा नहीं है। निवेशकों को इन फंड में दो तरह के ऑप्शन मिलते हैं। इनमें पहला है ग्रोथ और दूसरा है डिविडेंड पे आउट। ग्रोथ ऑप्शन में पैसा लगातार स्कीम में रहता है।
इसमें किसे करना चाहिए निवेश?
रूंगटा सिक्योरिटीज के CFP और पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट हर्षवर्धन रूंगटा कहते हैं कि अगर आप थोड़ा रिस्क ले सकते हैं तो आपको ELSS ये निवेश करना चाहिए। क्योंकि यहां निवेश करने पर आपको बेहतर रिटर्न के साथ टैक्स छूट का फायदा भी मिल जाएगा। इसमें आपका लंबे समय के लिए निवेश करना सही रहेगा।
SIP के जरिए निवेश करना रहेगा सही
हर्षवर्धन रूंगटा कहते हैं कि म्यूचुअल फंड में एक साथ पैसा लगाने की बजाए सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP द्वारा निवेश करना चाहिए। SIP के जरिए आप हर महीने एक निश्चित अमाउंट इसमें लगाते हैं। इससे रिस्क और कम हो जाता है क्योंकि इस पर बाजार के उतार चढ़ाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता।
बीते सालों में इन फंड्स ने दिया शानदार रिटर्न
फंड का नाम | बीते 1 साल का रिटर्न (%) | बीते 3 साल में औसत सालाना रिटर्न (% में) | बीते 3 साल में औसत सालाना रिटर्न (% में) |
क्वांट टैक्स सेवर फंड | 93.3 | 32.4 | 23.9 |
IDFC टैक्स एडवांटेज फंड | 73.3 | 17.5 | 18.4 |
BOI AXA टैक्स एडवांटेज फंड | 67.7 | 20.4 | 20.6 |
DSP टैक्स सेवर फंड | 65.7 | 19.5 | 17.5 |
मिराए एसेट टैक्स सेवर | 62.8 | 21.7 | 22.4 |
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