स्पोर्ट्स डेस्क4 मिनट पहले
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भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा भारतीय टीम के साथ जुड़ चुके हैं। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 फरवरी से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया का हिस्सा होंगे। टेस्ट मैच से पहले BCCI ने रवींद्र जडेजा के इंटरव्यू का वीडियो शेयर किया। इसमें उन्होंने अपने सर्जरी के बाद हुए रिहैब एक्सपीरिएंस को शेयर किया।
उन्होंने कहा, 5 महीने बाद वापसी करके बहुत खुश हूं। सर्जरी के बाद रिहैब में फिजियो ने छुट्टी के दिन भी मुझ पर मेहनत की।
वर्ल्ड कप से पहले सर्जरी का फैसला मुश्किल था
रवींद्र जडेजा ने आखिरी बार अगस्त 2022 में एशिया कप के दौरान भारत के लिए क्रिकेट मैच खेला था। एशिया कप में ही उन्हें घुटने में चोट लगी थी। इसके बाद उन्होंने घुटने की सर्जरी करवाई। जडेजा ने कहा, ‘पांच महीने क्रिकेट से दूर रहना बहुत मुश्किल था। आराम के दौरान आप चिढ़ने लगते हो। चोट से मैं परेशान था और सर्जरी करवानी ही थी। मैंने सोचा की वर्ल्ड कप से पहले सर्जरी करवाना चाहिए या बाद में। डॉक्टर की सलाह पर मैंने वर्ल्ड कप से पहले सर्जरी करवाई। क्योंकि सर्जरी के बिना भी वर्ल्ड कप खेलना मुश्किल था।’
वर्ल्ड कप देखा तो अपने आप को वहीं देख रहा था
जडेजा ने कहा, ‘रिकवरी का समय बहुत मुश्किल होता है। इस दौरान लगातार यही सवाल आता है कि आप कब फिट होंगे। घर से जब टी-20 वर्ल्ड कप देखा तो मुझे लगा कि मैं भी वहीं हूं। ये चीजें आपको मोटिवेट करती हैं। आप अच्छे से ट्रेनिंग और रिहैब करते हैं।’
फिजियो और ट्रेनर्स ने बहुत मेहनत की
जडेजा बोले, ‘फिजियो और ट्रेनर्स ने NCA में मुझ पर बहुत मेहनत की। संडे को ऑफ रहने पर भी फिजियो मेरे लिए आते थे और मदद करते थे। मैं दो-तीन हफ्ते NCA बेंगलुरु में रहता था और फिर माइंड फ्रेश करने के लिए घर जाता था। ज्यादातर टाइम ट्रेनिंग में ही बितता था, जिससे कि मैं जल्दी ठीक हो जाऊं।’
वह बोले, ‘NCA में भी ट्रेनर्स बहुत मोटिवेट करते थे। जब मैं कहता था कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है। तब वो बोलते थे कि आपको मेहनत देश के लिए करना है न कि खुद के लिए। इससे मनोबल बढ़ा।’
इंजरी के बाद के दो महीने बहुत मुश्किल थे
जडेजा ने बताया, ‘सर्जरी के बाद के दो महीने मेरे लिए बहुत कठिन थे। इस दौरान आप बाहर भी नहीं जा सकते और चल भी नहीं सकते। इस दौरान परिवार और दोस्त मेरे साथ थे।’
पांच महीने बाद की वापसी
इंजरी से पूरी तरह रिकवर होने के बाद 34 साल के जडेजा ने 24 जनवरी को सौराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफी मैच खेला। जडेजा ने बताया, ‘चोट से रिकवरी के बाद रणजी मैच के पहले दिन मुझे अजीब सा लगा। मैं 5 महीने बाद धूप में क्रिकेट खेलने आया था। इससे पहले पूरे समय मैं इंडोर ट्रेनिंग ही कर रहा था। रणजी में चेन्नई के वेदर में मुझे मुश्किलें हुईं, लेकिन हर दिन मुझे बेहतर महसूस हुआ। पांचवें दिन मुझे लगा कि मैं मैच खेलने के लिए फिट हूं। आपको बड़ा टूर्नामेंट खेलने से पहले कॉन्फिडेंस चाहिए रहता है और वो रणजी में मुझे मिल गया।’
तमिलनाडु के खिलाफ मैच में जडेजा ने 41.1 ओवर बॉलिंग की। पहली पारी में तो उन्हें एक ही विकेट मिला, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने 7 विकेट झटक लिए। उन्होंने बैटिंग करते हुए 23 और 15 रन की पारियां खेल कर खुद को मैच के लिए तैयार साबित किया।
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